अलवर जिला

Term Path Alias

/regions/alwar-district

बांधों के बढ़ते कुनबे से पड़ा नदियों के आंतरिक प्रवाह पर दुष्प्रभाव
Posted on 25 Jan, 2022 04:25 PM

पानी को तरस रहे अलवर के एतिहासिक विरासत जयसमंद बांध,फोटो साभार:राम भरोस मीणा

 

पानी को तरस रहे अलवर के एतिहासिक विरासत जयसमंद बांध
अरवरी नदी पुनर्जन्म-ग्रामीण समाज का अभिनव प्रयोग (Arvari River Reincarnation - Innovation of Rural Society)
Posted on 08 Aug, 2017 03:55 PM


अरवरी नदी, राजस्थान के अलवर जिले की एक छोटी की गुमनाम नदी है। यह कहानी, इसी गुमनाम बारहमासी नदी के सूखने और उसे जिलाने में 70 गाँवों के लोगों की भूमिका की कहानी है। कहानी से जुड़ा घटनाक्रम और नदी के सूखने और फिर उसके जिन्दा होने तथा संसद बनने की कहानी निम्नानुसार है:-

अरवरी नदी
पर्यावरण का वरण कर रहा एक गाँव
Posted on 05 Jun, 2017 03:53 PM
अलवर से महज 30 किमी दूर पहाड़ियों के बीच बसा रोगड़ा गाँव। यहा
विकास की मार से राजस्थान का राज्यपक्षी गोड़ावण विलुप्त
Posted on 15 Mar, 2017 10:52 AM

मनुष्य की तमाम आवश्यकताओं की पूर्ति प्रकृति से होती है। साफ पानी, शुद्ध वायु और तमाम खनिज

Great Indian Bustard
सामाजिक एवं पर्यावरणीय न्याय नेतृत्व निर्माण शिविर
Posted on 12 Mar, 2017 01:42 PM
तिथि : 01 से 03 अप्रैल, 2017
स्थान : तरुण आश्रम, भीकमपुरा, तहसील: थानागाजी, जिला : अलवर ( राजस्थान )
आयोजक: तरुण भारत संघ, अलवर


पिछले 42 वर्षाें से जल, जंगल, जमीन, जंगली जानवर, जंगलवासी को बचाने और सम्बन्धित समाज को स्वावलम्बी बनाने के काम लगा है। तरुण भारत संघ के भीकमपुरा, अलवर स्थित तरुण आश्रम में आयोजित प्रथम सामाजिक एवं पर्यावरणीय न्याय नेतृत्व निर्माण शिविर में भारत के सभी राज्यों से करीब 170 चुनिन्दा कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे। शिविर में मेधा पाटकर, पीवी राजगोपाल, सुमन शाह, बी आर पाटिल और स्वयं जलपुरुष राजेन्द्र सिंह जैसे नामचीन लोगों ने अपने अनुभव साझा किये थे। प्राकृतिक सम्पदाओं का शोषण और अतिक्रमण जितनी तेजी से बढ़ रहा है, इसकी चिन्ता भी इतनी ही तेजी से बढ़ रही है। यह चिन्ता, बेचैनी पैदा करने की हद तक आगे आती दिखाई तो दे रही है, लेकिन संकट की तेजी के अनुपात में समाधान व शान्ति के संगठित प्रयासों की गति अभी काफी सुस्त है।

प्राप्त आमंत्रण पत्र में उल्लिखित इस निष्कर्ष के आलोक में तरुण भारत संघ ने 01 अप्रैल से 03 अप्रैल, 2017 के बीच सामाजिक एवं पर्यावरणीय न्याय नेतृत्व निर्माण शिविर की जानकारी दी है। तरुण भारत संघ ने भीमराव अम्बेडकर के जन्मदिन को आधार बनाकर गत वर्ष एक ऐसा ही शिविर 09 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच आयोजित किया था। प्रस्तावित शिविर, इस शृंखला का दूसरा शिविर है।
Tarun bharat sangh
सन 2000 में तीन शून्य भी हो सकते हैं
Posted on 22 Jan, 2017 03:51 PM

कुछ समर्पण, कुछ अकल, कुछ पसीना चाहिए देश का पर्यावरण सुधारने के लिये। कैलेंडर के पन्ने भी

saaf mathe ka samaj
गोपालपुरा - न बंधुआ बसे, न पेड़ बचे
Posted on 15 Jan, 2017 12:29 PM
अभी तालाब बने ही थे कि संस्था के नाम सिंचाई विभाग का एक नोटिस
saaf mathe ka samaj
×