नवभारत टाइम्स

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यमुना को साफ करना चाहते हैं विदेशी
Posted on 06 Apr, 2011 08:57 AM

यमुना नदी को बचाने और लोगों को जागरूक करने के लिए इस्कॉन से जुड़े 7 विदेशियों का एक दल यमुनोत्री से वृंदावन तक नाव से सफर कर रहा है। इसी क्रम में रविवार को यह दल नोएडा पहुंचा। सोमवार दोपहर करीब 2 बजे कालिंदी कुंज के निकट से ये लोग नाव में बैठकर वृंदावन के लिए रवाना हो गए। 9 अप्रैल को वृंदावन में यात्रा पूरी होगी।

 

 

रेगिस्तान का खतरा
Posted on 05 Dec, 2009 10:16 AM
आने वाले समय में पानी की कमी देश में बहुत बड़ी आफत पैदा करने वाली है। अब तक इसे सिर्फ एक शहरी समस्या की तरह देखा जाता रहा है और इसका समाधान नहरों, पाइपलाइनों और वॉटर हार्वेस्टिंग के जरिए खोजने के प्रयास किए जाते रहे हैं। लेकिन इसका असली खतरा शहरों पर नहीं, गांवों पर और खास तौर पर खेती पर मंडरा रहा है।
मुम्बई में 'वाटर हेल्पलाइन'
Posted on 16 Mar, 2009 08:53 AM
15 Mar 2009/नवभारत टाइम्स
कैलिफोर्निया में सूखा
Posted on 05 Mar, 2009 07:13 AM
28 Feb 2009, नवभारत टाइम्स
दिल्ली में घटते तालाब
Posted on 24 Feb, 2009 07:47 AM

बढ़ा रहे हैं इकॉलजिकल डिस्टर्बेंस


11 Oct 2008/ नवभारत टाइम्स / नीतू सिंह
दिल्ली का प्यास
Posted on 18 Feb, 2009 09:13 AM

पानी के प्लांटों को आपस में जोड़ने के लिए होगी स्टडी


16 Feb 2009/नवभारत टाइम्स / वरिष्ठ संवाददाता
अब पानी की बारी
Posted on 10 Feb, 2009 11:40 AM

दिल्ली के लिए मास्टर प्लैन 2021

6 Feb 2009, नवभारत टाइम्स / वीरेंद्र वर्मा
बैराज और डैम हों तो . . .
Posted on 08 Feb, 2009 06:45 PM

बुझेगी दिल्ली की प्यास


5 Feb 2009, नवभारत टाइम्स / वीरेंद्र वर्मा
पानीपत का पानी
Posted on 07 Jan, 2009 09:11 AM
नवभारत टाइम्स / नई दिल्ली : क्या आप सोच सकते हैं कि कोई शहर अपने नाले का पानी छोड़े और दिल्ली जैसे शहर में पीने के पानी की सप्लाई रोकनी पड़े। ताजा वाकया यह है कि पानीपत के रंगाई, चमड़ा आदि के उद्योंगो द्वारा रासायनिक प्रदूषित पानी उनके अपने नालों में भारी मात्रा जमा था, वह अचानक यमुना में छोड़ दिया गया। दिल्ली के ज्यादातर नलों में यमुना के पानी को ट्रीट करके सप्लाई किया जाता है। वजीराबाद और चंद्र
मुसीबत नहीं, मुनाफे की बाढ़
Posted on 23 Sep, 2008 05:21 PM

वीरेंद्र वर्मा / नई दिल्ली : यमुना की बाढ़ दिल्ली के लिए मुसीबत बनने की बजाय मुनाफे का सौदा साबित हो सकती है। गुजरात और कुछ लैटिन अमेरिकी देशों का सबक दिल्ली के लिए फायदेमंद हो सकता है। दिल्ली के चारों ओर एक नहर बनाकर बाढ़ के पानी को रीचार्ज किया जाए तो राजधानी की धरती पानी से मालामाल हो जाएगी। दो-तीन साल में ही दिल्ली का गिरता भूजल स्तर सामान्य स्थिति पर पहुंच जाएगा, इससे जमीन के पानी का खाराप

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