कुरुक्षेत्र पत्रिका
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विजयनगरम का 100 घंटों में 10,000 शौचालय बनवाने का अभियान
Posted on 31 Dec, 2017 03:37 PMविजयनगरम में ‘100 घंटों में 10,000 शौचालय’ शीर्षक वाला स्वच्छता अभियान 14 मार्च को लक्ष्य से कुछ अधिक 10,449 शौचालयों के निर्माण के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया। समुदाय और जिला प्रशासन के प्रयासों की बदौलत इस अभियान के लिये चुनी गई 71 में से 44 ग्राम पंचायतों (जीपी) को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) बनाया जा सका।
उमंग एप (UMANG APP)
Posted on 31 Dec, 2017 01:15 PMउमंग (यानी यूनिफाइड मोबाइल एप्लीकेशन फॉर न्यू-एज गवर्नेंस अर्थात नए युग के शासन के लिये एकीकृत मोबाइल एप्लीकेशन) का उद्देश्य ई-गवर्नेंस को ‘मोबाइल प्रथम’ बनाना है। इसका विकास इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन द्वारा किया गया है। यह एक विकासमान मंच है, जो भारत के नागरिकों को अखिल भारतीय ई-गवर्नेंस सेवाएँ प्रदान करने के लिये तैयार किया गया है। इन सेव
राष्ट्रीय जल मिशन
Posted on 07 Dec, 2017 11:02 AMराष्ट्रीय जल मिशन (एमडब्ल्यूएम) का मुख्य लक्ष्य “जल का संरक्षण, बर्बादी कम करना और समेकित जल संसाधन विकास और प्रबन्धन के जरिए विभिन्न राज्यों के बीच और किसी भी राज्य के भीतर जल का अधिक समानता पर आधारित वितरण सुनिश्चित करना” है। राष्ट्रीय जल मिशन के लक्ष्य हासिल करने के लिये चुनी हुई गतिविधियों को समयबद्ध रूप में पूरा करने और चुनी हुई नीतियों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करने तथा राज्य सरक
खाद्य सुरक्षा पर प्रधानमंत्री के उद्गार
Posted on 16 Mar, 2017 12:15 PMविश्व इस समय जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक आपदाओं के बारे में चिंतित है।
स्वच्छ स्वस्थ सर्वत्र अभियान की शुरुआत
Posted on 16 Mar, 2017 11:57 AMस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव श्री सी.के.
केवल 25 दिनों में अटरू ब्लॉक हुआ खुले में शौचमुक्त
Posted on 04 Feb, 2017 12:52 PMइस साल 2 अक्टूबर को गाँधी जयंती के अवसर पर खुले में शौचरहित गाँव बनने की होड़ में राजस्थान में बारां जिले का अटरू ब्लॉक भी शामिल हो गया और जिले को केवल 25 दिनों की अवधि में खुले में शौच से मुक्त कर लिया गया। गाँव के प्रधान और 30 पंचायतों के सरपंचों ने गाँवों को खुले में शौचमुक्त बनाने के प्रयासों में तेजी लाने के लिये 30 दिन तक दिन में केवल एक समय भोज
स्वच्छता पखवाड़ा लेखा-जोखा
Posted on 04 Feb, 2017 12:46 PMकृषि और कृषक कल्याण मंत्रालय में लगेंगे कचरा प्रबंधन संयंत्र
कृषि व पशुपालन में बनाई अलग पहचान
Posted on 12 Jan, 2015 03:25 PMखेती अब घाटे का व्यवसाय नहीं रही। इसमें नए प्रयोग की पूरी सम्भावनागांधीजी का स्वच्छ भारत का सपना बनेगा हकीकत
Posted on 22 Oct, 2014 03:50 PM“स्वच्छता स्वतंत्रता से ज्यादा महत्वपूर्ण है” महात्मा गांधीआजादी के 64 वर्ष बाद भी देश की आधी से अधिक आबादी खुले में शौच करती है जोकि वाकई में चिंता का विषय है। शौचालयों का नहीं होना, पानी का अभाव या अपर्याप्त प्रौद्योगिक के कारण संचालन और रखरखाव के अभाव के कारण हालात नहीं सुधर रहे हैं।
ऐसा नहीं है कि शौचालय बनाने की दिशा में अभी तक कोई कार्य नहीं किया गया लेकिन यह कार्य बेहद धीमी गति से हुआ और जो हुआ वह भी गुणवत्ता या रखरखाव में कमी या संचालन के अभाव के कारण लोगों के जीवन-स्तर में उतना परिवर्तन नहीं ला पाया जितना कि इतने वर्षों में आना चाहिए था। आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में 590 मिलियन लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं।