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स्वच्छता
शौचालय के विकल्प
Posted on 03 Jan, 2012 01:00 PMवर्तमान में सेनिटेशन अपने आप में एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। लाखों लोगों को सेनिटेशन की बेसिक सुविधाए तक उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं जिसके चलते हवा-पानी और पर्यावरण सब कुछ प्रदूषित हो रहा है। स्थानीय जरूरतों के अनुसार कम से कम लागत में शौचालय कैसे बनाएं यही बताने का प्रयास प्रस्तुत पुस्तिका में किया गया है.....फायदेमंद शौचालय
Posted on 01 Dec, 2011 11:00 AMबाढ़ के समय बाढ़ प्रभावित लोग जिनका आश्रय स्थल बांध, छोटी-सी जगह में ऊँची जमीन, रेलवे स्टेशन, विद्यालय भवन, पंचायत भवन, राष्ट्रीय उच्च मार्ग होता है। जिनमें गर्भवती महिलाएँ, छोटे बच्चे, नवजात शिशु की मां, बीमार लोग, बूढ़े लोग किशोरियां होती हैं। इन लोगों को चार महीने में स्वच्छता सुविधाओं का घोर अभाव होता है। ऐसी स्थिति में बाढ़ प्रभावित खासकर पुरुष वर्ग शौच करने के विभिन्न तरीकों को अपनाते हैं
चुकन्दर से निर्मित घुलनशील प्लास्टिक
Posted on 12 Nov, 2011 09:58 AMयूरोपीय देशों में चुकंदर से चीनी बनती है। चीनी बनाने के बाद बचा वेस्ट जिसे फेंक दिया जाता था, उसी से यह घुलनशील प्लास्टिक बनाया गया है। वैज्ञानिकों की मानें तो यह प्लास्टिक दस दिन में पूरी तरह घुल जाएगा और पानी पर इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ेगा। तेल उत्पादित प्लास्टिक की तुलना में बायो प्लास्टिक का बाजार अभी काफी छोटा है लेकिन कोई आश्चर्य नहीं कि आने वाले दिनों में यह उत्पाद दफ्तरों व घरों में दिखने लगे क्योंकि इटली की कम्पनियां बायो प्लास्टिक उत्पाद क्षमता को तेजी से आगे बढ़ा रही हैं।
न्यायालय के हस्तक्षेप के बावजूद देश में पॉलीथिन का उपयोग बंद नहीं हो पाया है। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर भारत सरकार व देश की राज्य सरकारों ने शासनादेश जारी कर स्थानीय निकायों व अन्य विभागों को हिदायत दे दी कि बीस माइक्रान से पतले पॉलीथिन का उपयोग सख्ती से रोका जाये लेकिन सवाल उठता है कि क्या देश की केंद्र व राज्य सरकारों के आदेश से प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग बंद हो सका! कूड़े के ढेर में पड़े पॉलिथिन खाने से जहां सालाना सैकड़ों पशुओं की मौत होती है, वहीं इसके दुष्प्रभाव से भूमि की उर्वरा शक्ति का क्षरण हो रहा है। यही नहीं पॉलिथिन कचरा शहरों के सीवर सिस्टम को चौपट कर रहा है।
ई-कचरा : स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को खतरा (E-Waste : The threat to health and environment)
Posted on 10 Oct, 2011 11:16 AMपर्यावरण को लेकर अभी हमारे देश में पूरी तरह जागरूकता नहीं आई है। प्रदूषण जैसे अहम मुद्दे विकास के नाम पर पीछे छूट गए हैं। ऐसे में ई- कचरे (इलेक्ट्रॉनिक) के बारे में देश में बिलकुल भी जानकारी नहीं है न ही इस दिशा में कोई कदम उठते नजर आ रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों से बाजार भरे पड़े हैं। तकनीक में हो रहे लगातार बदलावों के कारण उपभोक्ता भी नए-नए इलेक्ट्रॉनिकक उत्पादों से घर भर रहे हैं। ऐसे में प
बड़ी आफत है कूड़े का निपटान
Posted on 26 Sep, 2011 10:55 AMरोज सात हजार मीट्रीक टन कचरा उगलने वाली दिल्ली 2021 तक 16 हजार मीट्रिक टन कचरा उपजाएंगी। दिल्ल
विद्यालय स्वच्छता एवं स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम चार दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल
Posted on 17 Sep, 2011 03:23 PMइस चार दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल को प्रस्तुत करते हुए हमें हर्ष हो रहा है। स्वच्छता एवं स्वास्थ्य को प्राथमिक शिक्षा के साथ जोड़ने के लिए यह आवश्यक है कि शिक्षकों को इन विषयों की व्यावहारिक जानकारी हो, विद्यालय के कार्यक्रम में इनका समावेश कैसे किया जाय, इसके लिए कुछ तरीके भी प्रस्तुत किए गए हैं, जिसके आधार पर वे प्रशिक्षणोपरांत विद्यालयों में, बच्चों में तथा समुदाय में इस प्रयास को मूर्त रूविद्यालय स्वच्छता एवं स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम
Posted on 16 Sep, 2011 10:43 AMगीली मिट्टी को जितना आसानी से आकार दिया जा सकता है, उसी प्रकार कम उम्र के बच्चों में अच्छी आदतों और संस्कारों में ढाला जा सकता है। उनकी ग्रहण शक्ति और जीवन में सीखी गई बातों को उतारने की तत्परता जिस तीव्रता से बच्चों में देखी जाती है, उस तरह से जीवन की किसी अन्य अवस्था में नहीं देखी जाती। बच्चे न सिर्फ अपने परिवार के, बल्कि पूरे समाज और देश की आशा हैं। उनके जीवन में कुछ महत्वपूर्ण चीजें शामिल ह
हम और हमारा स्वास्थ्य (कक्षा -1)
Posted on 15 Sep, 2011 04:29 PMकक्षा 1 के बच्चों को स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संबंधी पूरक पाठ्य सामग्री के रूप में “हम और हमारा स्वास्थ्य” पुस्तिका तैयार की गई है। इस पुस्तक में दिए गए पाठों का कक्षा में केवल पढ़ाया जाना ही पर्याप्त नहीं है। बच्चों में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संबंधी अच्छी आदतें विकसित हो, इसके लिए सदैव प्रयासरत रहें। पाठ में दिए गए बिन्दुओं को विस्तार से समझाने हेतु बच्चों से चर्चा करें। आवश्यक हो तो पाठ में दिए
हम और हमारा स्वास्थ्य (कक्षा - 4)
Posted on 15 Sep, 2011 03:37 PMकक्षा 4 के बच्चों के लिए ‘हम और हमारा स्वास्थ्य’ पुस्तिका तैयार की गई है। इसके द्वारा बच्चों में स्वच्छता-संबंधी अच्छी आदतों का विकास होगा। इस पुस्तक में दिए गए पाठों का कक्षा, में केवल पढ़ाया जाना ही पर्याप्त नहीं है, अपितु बच्चों में स्वास्थ्य-संबंधी अच्छी आदतों का विकास किया जाना भी आवश्यक है। पुस्तक में दिए गए बिन्दुओं को विस्तार से समझाने हेतु बच्चों से चर्चा करें।
हम और हमारा स्वास्थ्य (कक्षा -3)
Posted on 14 Sep, 2011 01:39 PMशिक्षक बच्चों को खुले में शौच न जाने के बारे में समझा सकते हैं और सभी मिल कर मानव मल को समुचित निपटान का व्यवस्था कर सकते हैं। प्रतिदिन मंजन करना चाहिए, अच्छे से नहाएं, स्वच्छता अपनाएं तो कभी भी रोग उनके पास नहीं आएगा। खाने के लिए फल-सब्जी धोकर खाएं भोजन हमेशा ढंक कर रखें और खाने को अच्छी तरह से चबाकर खाना चाहिए। साफ-सफाई का हमेशा ध्यान देना चाहिए इन सभी बातों को शिक्षक बच्चों को समझाएं यही स्व