शहरी स्वच्छता

Term Path Alias

/topics/urban-sanitation

Featured Articles
August 10, 2024 While citizens need to play their part to prevent diseases such as Zika, municipal bodies/urban area authorities need to pull their socks up and set right the poor governance mechanisms that are slowly turning cities into hotbeds of diseases, filth and mismanagement.
The Aedes aegypti mosquito, the culprit for causing Zika (Source: Wikimedia Commons)
July 28, 2024 The budget allocation for the Department of Drinking Water and Sanitation reflects a steady upward trajectory, underscoring the importance of scaling financial commitments to meet the growing demands of the WASH sector.
Child drinking water from handpump in Guna, Madhya Pradesh (Image: Anil Gulati, India Water Portal Flickr)
November 17, 2023 Women's struggle for sanitation equity in rural areas and urban slums India
A training exercise on water and sanitation, as part of an EU-funded project on integrated water resource management in Rajasthan. (Image: UN Women Asia and Pacific; CC BY-NC-ND 2.0 DEED)
October 20, 2023 A holistic approach to Water, Sanitation, and Hygiene (WASH) initiatives
Shantilata uses a cloth to filter out the high iron content in the salty water, filled from a hand pump, in the village Sitapur on the outskirts of Bhadrak, Bhubaneshwar, Odisha (Image: WaterAid/ Anindito Mukherjee)
July 12, 2023 A collective impact effort, the first of its type in India that provides informal waste pickers a chance to live safe and dignified lives, with particular emphasis on gender and equity.
Waste pickers and sorters working hard to extract recyclable value from the waste we throw out (Image: Vinod Sebastian/ Saamuhika Shakti)
June 26, 2023 While governmental efforts have contributed greatly to improving urban sanitation in the country and are much discussed in literature, systematic documentation and critical analysis of efforts made by nongovernmental institutions continues to be invisible in the discourse on sanitation and needs to be acknowledged, argues this book.
Urban sanitation, a growing challenge in India (Image Source: India Water Portal Flickr photos)
रोबोटिक सफाई को बढ़ावा
जाने भारत का सबसे पहला सफाई करने वाला रोबोट के बारे में Posted on 03 Apr, 2024 03:47 PM

हाथ से मैला ढोने की प्रथा को समाप्त करने के लिये भारत का पहला सेप्टिक टैंक सफाई रोबोट स्वच्छ भारत अभियान को मजबूती प्रदान कर रहा है। आईआईटी मद्रास के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर (टीबीआई) में स्थापित स्टार्टअप द्वारा विकसित होमोसेप एटम नामक तकनीक, मैन्युअल सफाई के तरीकों को रोबोटिक सफाई विधियों में बदल देती है। यह भारत के विभिन्न हिस्सों के 16 शहरों तक पहु

रोबोटिक सफाई को बढ़ावा,Pc-मीमांसा पत्रिका 
हाथ धोने की आदत विकसित करने में मददगार हैं ये नवाचार
अमरीका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) का कहना है कि हाथ साफ रखने से 3 में से 1 को डायरिया संबंधी बीमारियों और 5 में से 1 को सर्दी या फ्लू जैसे श्वसन संक्रमण से बचाया जा सकता है। इसी सोच के साथ दुनिया में कुछ नवाचार किए गए हैं, जिनकी मदद से लोगों में हाथ धोने की आदत को विकसित किया गया है। Posted on 14 Nov, 2023 03:32 PM

साबुन से हाथ धोना कई बीमारियों के खिलाफ सबसे प्रभावी उपचार माना जाता है। जागरूकता के बावजूद, हाथों की उचित स्वच्छता की आदत का अभाव होने के कारण इसका पालन नहीं किया जाता है। दुनिया के कई देशों में पानी की कमी है तो कहीं साबुन की उपलब्धता नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में हर साल 30 हजार महिलाओं और 4 लाख बच्चों को हाइजीन के कारण 1.

हाथ धोने की आदत विकसित करने में मददगार हैं ये नवाचार
हरियाणा के 30 गांवों में गुरुग्राम के उपचारित सीवेज पानी का होगा इस्तेमाल
गुरुग्राम प्रशासन की और से गुरुग्राम और पड़ोसी जिलों के सूखे गांवों में सिंचाई के लिए उपचारित सीवेज के पानी का पुन: उपयोग करने की योजना बनाई है।इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य 30 गांवों में 51,000 एकड़ से अधिक की सिंचाई के लिए धनवापुर और बेहरामपुर सीवेज उपचार संयंत्रों (एसटीपी) से 550 एमएलडी उपचारित अपशिष्ट जल का उपयोग करना है Posted on 03 Jan, 2023 01:13 PM

गुरुग्राम प्रशासन  की और से  गुरुग्राम और पड़ोसी जिलों के सूखे गांवों में सिंचाई के लिए उपचारित सीवेज के पानी का पुन: उपयोग करने की योजना बनाई है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का मुख्य उद्देश्य गुरुग्राम के आसपास के जिलों के लगभग 30 गांवों में 51,000 एकड़ से अधिक की सिंचाई के लिए धनवापुर और बेहरामपुर सीवेज उपचार संयंत्रों (एसटीपी) से 550 एमएलडी उपचारित अपशिष्ट जल का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये सभ

30 गांवों में गुरुग्राम के उपचारित सीवेज पानी का होगा इस्तेमाल
×