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सोल्यूशन एक्सचेंज
आहर-पइन एवं गोआम ही क्यों?
Posted on 26 Mar, 2024 03:20 PMआहर-पइन आधारित खेती पर दक्षिण बिहार के अधिकांश गाँव निर्भर हैं। गैर-नहरी क्षेत्रों में तो आहर-पइन से खेतों की सिंचाई होती ही है, कोयल, सकरी, सोन, दुर्गावती आदि नदियों से निकाली गई नहरों के इलाकों में भी आहर-पइन से सिंचाई हो रही है। आहर-पइन वाले इलाकों के किसान निर्भर तो इसी पर हैं पर सपना अभी भी नहरों का देख रहे हैं।
![आहर-पइन सिंचाई प्रणाली](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-03/OIG2%20%284%29.jpeg?itok=VymT7dKj)
अब प्रकृति का कर्ज चुकाने की बारी है
Posted on 23 Mar, 2024 04:45 PMप्राकृतिक सन्तुलन बनाए रखने के लिए हमें जल संरक्षण व पौधारोपण पर विशेष ध्यान देना होगा। यह कार्य हर आम व खास आदमी कर सकता है। जल संरक्षण एक सरल प्रक्रिया है...
![प्रकृति को बचाना है](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-03/OIG3%20%282%29.jpeg?itok=hBYUoG79)
प्रकृति से मुंह मोड़ने का नतीजा
Posted on 23 Mar, 2024 02:30 PMपिछले दस-पन्द्रह सालों में ही पर्यावरण का हल्ला अखबारों में हुआ है। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण पर सेमिनार होने लगे हैं। बड़े-बड़े प्रस्ताव पास किए जा रहे हैं। स्कूलों, कालेजों विश्वविद्यालयों में पर्यावरण विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिताएं होती हैं। अकाशवाणी व दूरदर्शन पर संवाद होते हैं। इन सबसे ऐसा लगता है जैसे पर्यावरण को लेकर सभी चिन्तित हैं। लेकिन हमारे देश में तीन सौ के आस-पास विश्वविद्य
![पर्यावरण को बचाना](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-03/OIG1.mGwIkn7dwoLHafvW4_.jpeg?itok=ccFIW8Mq)
आज बचा लें अपना कल
Posted on 05 Jan, 2024 01:32 PMवाटर इज क्लाइमेट एंड क्लाइमेट इज वॉटर की बात आज पूरी दुनिया मान रही है। बिना जल के जलवायु की बातचीत संभव ही नहीं है। दुनिया ने पहले तो इन दोनों के रिश्ते को मानने से इंकार किया, किंतु नवंबर-दिसंबर 2015 में पैरिस में दुनियाभर के देश इकट्ठा हुए तो उनकी चिंता इन्हीं दोनों के इर्द-गिर्द घूमती रही। पेरिस समझौते के बाद संयुक्त राष्ट्र ने पूरी दुनिया की सरकारों को पानी और कृषि की जोड़कर जलवायु परिवर्त
![सूरज की लाल गर्मी समुद्र के खारे पानी को मीठे पानी में बदलती है](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/OIG.faqOWHlGz3dF.jpeg?itok=D2oY4mUe)
जलीय खरपतवार : समस्याएं एवं नियंत्रण (Essay on Aquatic Weeds: Problems and Solutions)
Posted on 19 Aug, 2023 01:32 PMसारांश
जल प्रकृति द्वारा दिया गया एक अनमोल उपहार है जिसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। बढ़ती हुई जनसंख्या, शहरीकरण, औद्योगीकरण एवं पर्यावरण प्रदूषण के कारण जल की खपत निरंतर बढ़ती जा रही है, जिसके कारण पृथ्वी पर जलचक्र का संतुलन बिगड़ता जा रहा है। आज स्वच्छ पेयजल की समस्या एक जटिल वैश्विक चुनौती के रूप में हमारे समक्ष उपस्थित हैं और आगे आने वाले कुछ व
![जलकुम्भी खरपतवार,PC-Wikipedia](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/download%20%2817%29.jpg?itok=nMSgO01M)
डीसीएम श्रीराम फाउंडेशन की कृषि-जल संबंधी मुद्दों के नवाचार-स्केलेबल समाधानों के लिए करोड़ों के पुरस्कार की घोषणा
Posted on 18 Jul, 2023 05:05 PMडीसीएम श्रीराम फाउंडेशन और द/नज इंस्टीट्यूट ने कृषिजल संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए 2.6 करोड़ रुपये के प्राइज चैलेंज की घोषणा की है। डीसीएम श्रीराम फाउंडेशन के अध्यक्ष अमन पन्नू ने चैलेंज की घोषणा करते हुए कहा कि, “बड़े पैमाने पर पानी के संरक्षण के उद्देश्य से किए गए किसी भी प्रयास को कृषि की जरूरतों के साथ निकटता से जोड़ना चाहिए।” इसी को ध्यान में रखकर डीसीएम श्रीराम अगवाटर चैलेंज को द/नज इं
![डीसीएम श्रीराम फाउंडेशन एग्री-वाटर चैलेंज,PC-DCM](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/Dcm%20SriramFoundation.png?itok=5Tx7tK_l)
खुला खत - राजधानी को प्रलय से बचाने के लिए यमुना को जल स्वराज्य चाहिए
Posted on 18 Jul, 2023 12:05 PMप्रिय श्री अरविन्द केजरीवाल जी,
नमस्कार
![सुखाड़-बाढ़ के प्रलय,PC-विकिपीडिया](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/images%20%282%29.jpg?itok=0fb8GKFb)