वाराणसी जिला

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पूर्वी उत्तर प्रदेश में आर्सेनिक की स्थिति
Posted on 28 Dec, 2011 10:50 AM

भूजल में आर्सेनिक देश में जल प्रदूषण की एक खतरनाक तस्वीर पेश कर रहा है। देश की राजधानी पश्चिम बंगाल, असम, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित देश के कुछ और प्रदेशों में भी आर्सेनिक पीने के पानी में आ चुका है।

पूर्वी उत्तर प्रदेश के भूजल में आर्सेनिक
बाढ़ की बिरुदावली
Posted on 03 Oct, 2011 09:47 AM

जिस बाढ़ ने इलाके की अर्थव्यवस्था को पलीता लगा दिया हो उसकी भरपाई डेढ़ करोड़ देकर पूरी नहीं की

तालाब-कुंडों की सफाई के लिए आगे आए सुरेंद्र
Posted on 03 Sep, 2011 02:15 PM

जिन तालाबों और कुंडों पर ये मकान बने हैं नगर निगम ने बकायदा उनको नंबर एलाट किया है और बीडीए ने

गंगा-जल अब कर्ज से शुद्ध होगा
Posted on 07 Jul, 2011 11:01 AM

वाराणसी। गंगा-जल अब कर्ज से शुद्ध होगा । वैसे गंगा जल सदियों से शुद्धता के कारण हिन्दुओं की आस्था का केन्द्र बिन्दु है। इधर औद्योगीकरण और गंगा नदी के तट पर बसे शहरों की अव्यवस्थित जिन्दगी और जल-निकासी ने गंगा में तबाही की नई इबारत लिख दी है। दोआबे की जिन्दगी में सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य और खुशहाली का सबब बनने वाली गंगा पर राजनीतिक जुमले बाजी जारी है। संत समाज से लेकर सियासती रहनुमाओं के बीच गंगा घि

जल की संपन्नता और निर्जला का संयम
Posted on 11 Jun, 2011 09:22 AM

यह दिन गंगा के बहाने-धरती पर उपलब्ध पीने योग्य संपूर्ण जलराशि के सम्मान और जल देवता के प्रति आभ

वाराणसी के घाटों से दूर हुई गंगा!
Posted on 01 Jun, 2011 12:11 PM


देश में गंगा का अगर कहीं बहुत ही खूबसूरत रूप दिखता है तो वो है वाराणसी, लेकिन, गंगा अब काशी के लोगों को अपना डरावना रूप दिखा रही है। पहली बार वाराणसी के घाटों से गंगा दूर हो गई है और काशी के लोगों को अब ये डर सता रहा है कि कहीं उनसे हमेशा के लिए गंगा रूठ ना जाए।

गटर के पानी से भी ज्यादा जहरीला हुआ बनारस का गंगाजल
Posted on 07 Mar, 2011 02:09 PM बनारस के घाट पर अब गंगा स्नान करना महंगा पड़ सकता है। शिव की इस नगरी में पहुंचते-पहुंचते गंगा गटर के पानी से भी ज्यादा खतरनाक हो चुकी है। यह बात अब खुद प्रदेश सरकार के संबंधित अफसर और विभाग कहने लगे हैं। साल की शुरूआत यानी जनवरी में लगातार पांच दिन तक गंगा के पानी का सैंपल लेकर जब उसकी जांच कराई गई तो पता चला कि गंगा का पानी पीने लायक तो पहले ही नहीं था अब नहाने लायक भी नहीं बचा है। जो काशी में गं
करोड़ों के तालाब खुदे, पानी का अता पता नहीं
Posted on 12 Jul, 2010 10:58 AM अमर उजाला टीम के व्यापक सर्वे में यह पाया गया है कि तालाब तो काफी खुदे पर उनमें पानी नहीं है। तालाब का काम एक सामान्य समझ की जरूरत मांगता है कि तालाब तो खुदे पर उसमें पानी कहां से आएगा उसका रास्ता भी देखना होगा। सामान्यतः जो तालाब मनरेगा में खुदे हैं, उनमें कैचमेंन्ट का ध्यान रखा नहीं गया है। उससे हो यह रहा है कि तालाब रीते पड़े हैं।

केंद्र सरकार की राष्ट्रीय सलाहकार परिषद ‘मनरेगा’ जैसी महत्वाकांक्षी योजना को दूसरे चरण में शहरों में भी लागू करने के लिए बेताब दिख रही है, लेकिन इसके पहले चरण में जिस तरीके से काम हो रहा है उससे गांवों की दशा में बड़े बदलाव की उम्मीद बेमानी ही लगती है। करोड़ों रुपये के खर्च से सैकड़ों पोखरे एवं तालाब खुदे लेकिन उसमें पानी भरने के लिए महीनों से बरसात का इंतजार हो रहा था। कारण कि पानी भरने का बजट मनरेगा में है ही नहीं। सड़कें बनीं, पर गरीबों के रास्ते अब भी कच्चे हैं। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू के कई जिलों में मनरेगा के कामों की पड़ताल में यही हकीकत सामने आई है। मजदूरों की अहमियत जरूर बढ़ी है, अब दूसरी जगह भी उन्हें डेढ़ सौ रुपये तक मजदूरी मिल जाती है।
प्राकृतिक सफाईकर्मी गिद्ध पर एक नजर
Posted on 27 Nov, 2009 08:21 AM एशियाई पर्यावरण के संतुलन में गिद्धों की बड़ी भूमिका है।सदियों से ये गिद्ध ही मरे हुए जानवरों के अवशेष
vulture
पानी पीकर मरते हैं लोग
Posted on 21 Jun, 2009 07:05 PM
वाराणसी [जयप्रकाश पांडेय]। आर्सेनिक, आयरन और फ्लोराइड मिश्रित पानी पीने के लिए पूर्वाचल के कई जिले मजबूर हैं। दरअसल बलिया, मऊ, गाजीपुर व सोनभद्र के 11 ब्लाकों में स्थित 140 गांवों की लगभग दो लाख 30 हजार की आबादी को पीने के लिए शुद्ध पेयजल मुहैया नहीं कराया जा सका है। यहां भूजल में कहीं आर्सेनिक, कहीं आयरन तो कहीं फ्लोराइड घुल चुके हैं।
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