उत्तर प्रदेश

Term Path Alias

/regions/uttar-pradesh-1

नदियों से हमारे बर्ताव का एक उदाहरण
Posted on 31 Aug, 2011 10:11 AM

सबसे महत्वपूर्ण यह कि हमने नदी के ‘बाढ़ पथ’ को ही चुरा लिया। नदी के दोनों किनारों का जितना भाग

सोन नदी को बंधक बना लिया
Posted on 29 Jul, 2011 05:09 PM

लखनऊ, जून। अपने मुनाफे के लिए खनन, बालू, कोयला, वन, तेल माफियाओं ने सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली की जनता के जीवन को गहरे संकट में डाल दिया है। इस क्षेत्र में पर्यावरण व जल का गहरा संकट पैदा हो गया है। पर्यावरण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सोनभद्र जनपद में 264 व मिर्जापुर जनपद में मात्र 15 क्रशर प्लाट ही वैध है, बावजूद इसके हजारों की संख्या में अवैध क्रशर रात दिन पहाड़ों को तोड़ने में लगे हुए हैं। य

सोन नदी को बांधकर बालू का अवैध खनन
मैली हो गई पतित पावनी सरयू नदी
Posted on 29 Jul, 2011 10:52 AM

अयोध्या-फैजाबाद शहरों को अपने आंचल में समेट, युगों-युगों से लोगों को पुण्य अर्जन कराती सरयू नदी की कोख भी अब मैली हो चली है। सरयू का पवित्र जल तो दूषित हुआ ही, भूजल में भी हानिकारक रसायनों की मात्रा बढ़ती जा रही है। दोनों शहरों के करीब दो दर्जन इंडिया मार्का हैंडपंपों में नाइट्रेट, आयरन आदि तत्वों की अधिकता पाई गई है। पानी में कठोरता और खारापन भी जरूरत से ज्यादा है। उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा

सरयू नदी अब संकट में
गोमद ताल से नहीं निकली है गोमती नदी!
Posted on 28 Jul, 2011 03:26 PM

क्या गोमती का उद्गम गोमद ताल नहीं! वर्ष 1970 के सेटेलाइट चित्र से इस बात का पता चला है कि गोमती गोमद ताल से नहीं बल्कि 60 किलोमीटर ऊपर हिमालय की तलहटी से निकली है। गोमती हिमालय से निकली पेलियो चैनल (वह रास्ता जिससे होकर पानी नदी तक पहुंचता है) से रिचार्ज होती थी। हालांकि उपेक्षा के चलते यह चैनल बंद हो चुका है।

गोमती नदी
चंबल में सियार साफ कर रहे हैं घड़ियाल
Posted on 28 Jul, 2011 09:46 AM

इटावा। घड़ियालों को संरक्षित करने की दिशा में केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं को नाकारा चंबल सेंचुरी के अफसरों की लापरवाही के चलते पूरी तरह से धूल में मिल गई है। इन अफसरों की हीला-हवाली के चलते घड़ियालों के अंडे सियारों का निवाला बन रहे है और चंबल सेंचुरी के अफसर अपनी जेबों के वजन को बढ़ाने में लगे हुये है। घड़ियालों के अंडों के सियारों के निवाला बनने का यह वाक्या उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में चं

घड़ियालों के अंडे संकट में
गौरैया इटावा में सैकड़ों की तादाद में नजर आईं
Posted on 26 Jul, 2011 05:21 PM कभी आम घरों में हमेशा रहने वाली गौरैया नामक चिड़िया करीब-करीब विलुप्त होने के कगार पर आ खड़ी हुई थी इसको लेकर वन अफसरों और तमाम पर्यावरणीय संस्थाओं की ओर से चिंता जताई जाने लगी थी आम लोग गौरैया को देखने के लिये तरस गये थे पूरी तरह से गायब हो चुकी गौरैया चिड़िया की खासी तादाद उत्तर प्रदेश के इटावा में देखे जाने से एक उम्मीद बंधी है कि अब गौरैया लुप्त नहीं होगी।इटावा में एक हजार से अधिक की तादाद में
गौरैया चिड़िया पर अब लुप्त होने का संकट मंडरा रहा है
बुंदेलखंड : पैकेज के बावजूद बदहाली बरकरार
Posted on 23 Jul, 2011 09:17 AM

देश के बीमारू राज्यों में शुमार उत्तर प्रदेश के सात ज़िलों में फैला बुंदेलखंड आज भी जल, ज़मीन और जीने के लिए तड़पते लोगों का केंद्र बना हुआ है। रोज़ी-रोटी और पानी की विकट समस्या से त्रस्त लोग पलायन के लिए मजबूर हैं। प्रदेश के कुल क्षेत्रफल का आठवां हिस्सा खुद में समेटे यह समूचा अंचल भूमि के उपयोग-वितरण, सिंचाई, उत्पादन, सूखा, बाढ़ और आजीविका जैसे तमाम मामलों में बहुत पीछे है। झांसी और चित्रकूट

सभ्यता, राजनीति और गंगा
Posted on 14 Jul, 2011 02:53 PM

सैकड़ों करोड़ रुपये गंगा की सफ़ाई पर लगाने के बाद भी नदी आज पहले से न सिर्फ़ ज्यादा दूषित है, ब

जंगल बचाने का संघर्ष
Posted on 14 Jul, 2011 08:07 AM

सोनभद्र, जुलाई। जनपद में सावन की दस्तक शुरू होते ही आदिवासी महिलाओं ने शासन प्रशासन को चुनौती दे डाली हैं। आदिवासी महिलाओं ने वनों के अंदर वनाधिकार कानून में निहित सामुदायिक अधिकारों के तहत 10000 से भी अधिक पौधों को लगाने का ऐलान किया है। इस कार्यक्रम की शुरुआत जिला मुख्यालय सोनभद्र से की गई। जिला मुख्यालय सैकड़ों की संख्या में पहुंची आदिवासी महिलाओं ने लाल व हरी साड़ी पहन रखी थीं।

बांध परियोजनाओं से सूख सकती हैं राप्ती और घाघरा
Posted on 09 Jul, 2011 11:53 AM

उत्तर प्रदेश से होकर बहने वाली उत्तर भारत की कई प्रमुख नदियों का भारत में प्रवेश नेपाल से होकर ही होता है। इन नदियों में घाघरा और राप्ती को काफी अहम स्थान प्राप्त है। नेपाल से होकर भारत की सीमा में प्रवेश करने वाली इन नदियों का भारतीय क्षेत्र में काफी बड़ा जीवनदायी प्रभाव है। घाघरा और राप्ती नदी पर पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिले सीतापुर, लखीमपुर, बाराबंकी बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोण्डा, गो

राप्ती नदी
×