कानपुर जिला

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गंगा की व्यथा
Posted on 06 Mar, 2013 11:03 AM गंगा में प्रदूषण के कारण सिर्फ टेनरियां ही नहीं हैं, कई और भी हैं
चुनौती दे रहे खुले नाले: विनायक राव टोपे
Posted on 22 Dec, 2011 03:35 PM कानपुर: 4 दिसम्बर 2011- गंगा सेवा मिशन के कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप जी के नेतृत्व में बड़े चैराहे से सरसैया घाट तक की पदयात्रा की। वहां गंगा की आरती कर गंगा को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी तात्या टोपे के पौत्र विनायक राव टोपे ने कहा कि यहां के खुले नाले सरकार को चुनौती दे रहे हैं। प्रयासों के बावजूद सरकार खुले नालों को बंद कराने में नाकाम साबित ह
जल स्वराज अभियान के पहल-प्रयास
Posted on 31 Dec, 2009 07:24 PM पानी पर कार्यशाला

कानपुर आधारित एक गैर-सरकारी संगठन ‘इको फ्रेंड्स’ ने पानी के कई सवालों को लेकर 27-28 सितम्बर 2003 के बीच एक दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया, जिसमें कानपुर के 29 स्कूलों के 10वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के 80 से ज्यादा छात्रों के साथ-साथ अध्यापकों ने भी भाग लिया।

बुंदेलखंड के तालाबों का इतिहास
Posted on 06 Sep, 2009 12:54 PM

बुंदेलखंड में सूखे के कारण मची तबाही के पीछे तालाबों की उपेक्षा भी खास कारण है। तालाब खुदवाना, उनकी मरम्मत कराना यहां की महान परंपराओं में शुमार रहा। बुंदेलखंड नरेश छत्रसाल के पुत्र जगतराज ने एक बीजक के मुताबिक खुदाई करवाकर गड़ा धन प्राप्त किया तो छत्रसाल नाराज हुए। उन्होंने कहा,'मृतक द्रव्य चंदेल को, तुम क्यों लिया उखार '। अगर उखाड़ ही लिया है तो उससे चंदेलों के बने तालाबों की मरम्मत की

बैक्टीरिया भी छान निकालेंगे कार्बो नैनो फिल्टर
Posted on 27 Dec, 2008 07:44 AM

जागरण-याहू, कानपुर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान [आईआईटी] ने ऐसा कार्बो नैनो फाइबर बनाया है, जिसकी फिल्टर क्षमता मौजूदा उपकरणों से कई गुना ज्यादा है। यह कमाल कर दिखाया है नव विकसित नैनो साइंस विभाग के वैज्ञानिकों ने। अब ऐसे फिल्टर बनाये जा सकेंगे जो औद्योगिक प्रदूषण को तो रोकेंगे ही, पानी से बैक्टीरिया भी छान निकालेंगे।

कार्बो नैनो फिल्टर
पानी उठाने के लिए उचित स्थानो पर हाइड्रम की स्थापना
Posted on 23 Sep, 2008 11:01 AM हाइड्रालिक रैम एक स्वचालित पानी उठाने का यन्त है जो कि विश्व मे कई वर्षों से प्रयोग हो रहा है भारत वर्ष के पहाड़ी इलाको मे पानी उठाने के लिए अत्यन्त उपयुक्त है। पहाड़ी इलाको मे विघुत एवं डीजल से चलने वाले पानी उठाने के यन्त्रो की मरम्मत व चलाने की लागत अधिक होने के कारण सफल नही हो सकते है। उत्तराखन्ड की पहाड़ियो मे सिचाई के लिए पानी उठाने के लिए हाइड्रम एक दूसरा विकल्प है। उत्तराखन्ड के पहाड़ी स्थ
जल-संरक्षण के लिए समाज आगे आये
Posted on 16 Sep, 2008 11:39 AM

सेव वाटर, सेव लाइफ

save water
कुंभ के बाद गंगा फिर से हुई मैली
Posted on 03 Jun, 2019 05:07 PM

गंगा मां है, जीवनदायिनी, मोक्षप्रदायिनी, पापनाशिनी है। इसकी निर्मलता को लेकर सरकार भी सतर्क है। हाल ही में जलशक्ति मंत्रालय का भी गठन किया गया है। बीते दिनों कुंभों के लिए 4 साल और 40,000 करोड़ का बजट खर्च होने के बाद गंगा निर्मल हुई थी, लेकिन अब यह आंचल फिर मैला होने लगा है। कुछ शहरों के नाले की पूरी पड़ताल की गई है।

गंदगी की मार झेल रही पतितपावनी गंगा।
सर्दी के दिन अब होंगे कम
Posted on 08 Dec, 2018 12:04 PM

कानपुर: प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग का असर अब तेज होता जा रहा है। इसकी वजह से इस बार जाड़े के दिन कम होंगे। मौसम विभाग के अनुसार आने वाली गर्मी भी पिछली कुछ गर्मियों से ज्यादा गर्म रहने का अनुमान है। पिछले दिनों कर्नाटक में हुए मौसम विज्ञानियों के सेमिनार में आगामी मौसम को लेकर जो रिपोर्ट तैयार की गई है उसमें जलवायु में तेजी से परिवर्तन आने की बात कही गई है। इसकी मुख्य वजह बढ़ते प्रदूष
ग्लोबल वार्मिंग
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