गंगा सेवा मिशन

गंगा सेवा मिशन
गंगा प्रदूषण: मुक्ति आंदोलन की शुरुआत
Posted on 11 Jan, 2012 01:55 PM

कानपुर के 75 और इलाहाबाद के दर्जनों नालों का गंदा पानी सीधे गंगा में बहाया जा रहा है। नरोरा से

मोक्षदायिनी को निर्मल रहने दो
Posted on 22 Dec, 2011 03:41 PM
लखनऊः 11 दिसम्बर- मोक्षदायिनी गंगा को निर्मल रहने दो, इस संकल्प के साथ गंगा सेवा मिशन के कार्यकर्ताओं ने 11 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शंखनाद किया। मिशन के कार्यकर्ताओं ने गंगा चेतना पदयात्रा निकाली, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। पदयात्रा का नेतृत्व मिशन के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप जी ने की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गंगा की अविरलता और पवित्रता कायम रखने के लिए हर संभव प्रया
चुनौती दे रहे खुले नाले: विनायक राव टोपे
Posted on 22 Dec, 2011 03:35 PM
कानपुर: 4 दिसम्बर 2011- गंगा सेवा मिशन के कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप जी के नेतृत्व में बड़े चैराहे से सरसैया घाट तक की पदयात्रा की। वहां गंगा की आरती कर गंगा को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी तात्या टोपे के पौत्र विनायक राव टोपे ने कहा कि यहां के खुले नाले सरकार को चुनौती दे रहे हैं। प्रयासों के बावजूद सरकार खुले नालों को बंद कराने में नाकाम साबित ह
गंगा सेवा मिशन संकल्प और लक्ष्य
Posted on 20 Dec, 2011 12:37 PM
गंगा भारतीय सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है। यह पतितपाविनी है। प्रतिवर्ष करोड़ों लोग इसके विभिन्न घाटों पर पवित्र जल में डुबकी लगाकर अपने आपको धन्य मानते हैं। इसके जल का आचमन करने से हमें पापों से मुक्ति का एहसास होता है। इसके तट पर सदियों से ऋषियों-मुनियों ने मानव जाति को विश्व बंधुत्व का संदेश दिया। आज इसी गंगा को हमने मैली कर दिया है। गंगा में प्रतिदिन हजारों टन कूडे़ कचरे डाले जा रहे हैं। हरिद
<strong>आनंद स्वरूप</strong>
ऐतिहासिक गंगा चेतना पदयात्रा
Posted on 20 Dec, 2011 11:47 AM
दिल्ली के राजघाट से जंतर-मंतर तक 18 दिसंबर 2011 को स्वामी आनंद स्वरूप जी के नेतृत्व में ऐतिहासिक गंगा चेतना पदयात्रा निकाली गई। इसमें दिल्ली, हरियाणा समेत कई राज्यों के हजारों गंगा सेवकों ने भाग लिया। पदयात्रा में शामिल गंगाभक्त जोश से गंगा को बचाने का संकल्प लेते हुए नारे लगाते चल रहे थे। गंगा भक्तों के जोश और संकल्प को देखते हुए रास्ते में लोगों ने मुक्त कंठ से इसकी सराहना की और इसे पवित्र कार्य
गंगा से जुड़ें: स्वामी आनंद स्वरूप
Posted on 20 Dec, 2011 11:36 AM
दिल्ली के हिमाचल भवन में तीन नवंबर को हुई विचार गोष्ठी में गंगा सेवा मिशन के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप जी ने कहा कि गंगा से जुड़ें और इसकी सेवा करें। यह इसलिए जरूरी है कि गंगा करोड़ों लोगों के लिए जीवनदायिनी है। यदि इसकी पवित्रता से खिलवाड़ करेंगे तो यह जीवन रेखा ही समाप्त हो जाएगी। उन्होंने घोषणा की कि हरिद्वार से लेकर गंगा सागर तक सभी प्रमुख स्थानों पर एक एक घाट को गोद लेकर उसे संवारा जाएगा। स्
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