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भारत
क्या मन में है मनरेगा
Posted on 11 Feb, 2016 09:30 AMमनरेगा को, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े ही हिकारत भरे अल्फाजों में महज गड्ढे खोद
सफाई की किताब और सफाई अभियान
Posted on 08 Feb, 2016 02:58 PMविचारधारा के स्तर पर दो विरोधी समूह कार्यक्रम के स्तर पर कहीं एक हो सकते हैं, उसका सूत्र
कहाँ गए बुन्देलखण्ड के चन्देल
Posted on 08 Feb, 2016 12:18 PMएक वक्त ऐसा था कि बुन्देलखण्ड की सरजमीं चन्देलों से आबाद थी। सातवीं सदी से लेकर 16वीं शदी
महाविनाश
Posted on 08 Feb, 2016 11:22 AMकाठमांडू में प्रकृति का कहर बरपा है। वहाँ पर कुछ भी पहले जैसा नहीं रह गया। सब कुछ बर्बाद हो गया। बड़ी-बड़ी ऐतिहासिक धरोहरें जमींदोज हो गई हैं। बचा है तो बस पशुपति नाथ का मन्दिर। बाकी सब धरती के कोप का भाजन बन गया है। यहाँ 25 अप्रैल 2015 को धरती हिली थी। वह भी ऐसी हिली की घर-घर के तबाह हो गए। तबाही का यह मंजर 80 साल बाद सामने आया है। मगर उस समय भूकम्प का
नए हथियार से चीनी घात
Posted on 08 Feb, 2016 11:03 AMभारत की चिन्ता को खारिज कर ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन द्वारा तैयार किया जा रहा बाँध अब चालू ह
यह मेरे लिये दूसरा झटका था : स्वामी सानंद
Posted on 07 Feb, 2016 03:43 PMस्वामी सानंद गंगा संकल्प संवाद का चौथा कथन, आपके समक्ष पठन-पाठन और प्रतिक्रिया के लिये प्रस्तुत है :
18 जून को ऊर्जा सचिव, मेरे लिये उत्तराखण्ड सरकार का पत्र लेकर आये। मैंने उन्हें धन्यवाद किया; लिखा कि यदि उत्तराखण्ड ने यह बलिदान किया है, तो इसकी एवज में उत्तराखण्ड को कम्पनसेट करना चाहिए। मैं भी उसमें कन्ट्रीब्यूट करने को तैयार हूँ। इसी क्रम में 20 जून की दोपहर डैम समर्थकों का एक समूह आया। ठेकेदार लोग थे। उन्होंने मारपीट करने की कोशिश की। मेरा सारा परिवार वहाँ था; सो मारपीट तो नहीं कर पाये, लेकिन गाली-गलौच तो उन्होंने की ही।
दिल्ली शिफ्ट करने का निर्णय और साथी
जैसा कि मैंने पहले तय किया था, पत्र मिलने के बाद मैंने आगे का अनशन दिल्ली में जारी रखने की निश्चय दोहराया। यह निर्णय मेरा था, लेकिन मेरे इस निर्णय पर आदरणीय शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द जी, राजेन्द्र सिंह जी इससे खुश नहीं थे।
कार्बन उत्सर्जन पर लगाम
Posted on 07 Feb, 2016 12:10 PMयह दुखद है कि हम विकासशील से विकसित देशों की श्रेणी में आने की तेजी के चक्कर में विकास क्