बेगुसराय जिला

Term Path Alias

/regions/begusarai-district

काँवर झील : प्राकृतिक विरासत को गँवा रहा है बिहार
Posted on 11 Feb, 2016 10:36 AM


काँवर झील के दिन फिरने के आसार हैं। राज्य सरकार को अपने सारे अधिकारों का प्रयोग करके झील का संरक्षण करने और निगरानी रखने का आदेश पटना हाईकोर्ट ने दिया है। गंगा और बूढ़ी गंडक नदियों के बीच बेगूसराय जिले में करीब एक हजार एकड़ में फैला ‘काँवर झील पक्षी-विहार’ सैकड़ों प्रवासी पक्षियों और असंख्य जीव-जन्तुओं का निवास स्थल है।

हाईकोर्ट ने आदेश में कहा है कि संरक्षण उपायों से इसकी जैव-विविधता बच सकेगी। इसमें लगभग 140 किस्म के पेड़ पौधे, 170 नस्ल के पक्षी जिसमें 58 प्रवासी पक्षी हैं, 41 तरह की मछलियाँ और अनेक तरह के कीड़े मकोड़े-अथ्रोपोडस, मुलस और फाइटो प्लैन्कोटस आदि के अलावा अनेक तरह की वनस्पति व जैविक प्रजातियों का वास है जिनका खोज होना अभी बाकी है।

खत्म होने के कगार पर कांवर झील
Posted on 27 Aug, 2015 11:49 AM

उत्तर बिहार के बेगूसराय का कांवर झील प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता के कारण प्रवासी एवं स्थानीय पक्षियों का आश्रय स्थल है। वह अब खत्म होने के कगार पर है। यह न सिर्फ अनुकूल जलवायु और वातावरण के कारण पक्षियों का पसंदीदा स्थान है। मौजूदा समय में यह प्रकृति और मानवीय संम्बधों की तलाश कर रहा है।

कावर झील
गोखुर झील की मर्म कथा
Posted on 07 Feb, 2013 05:15 PM बिहार के बेगूसराय जिले में मंझौल अनुमंडल की गोखुर झील लगातार सिमटती जा रही है। गोखुर का मतलब ‘किसी नदी के रास्ता बदलने के बाद उसके पुराने प्रवाह मार्ग में छूटे पानी का विशाल भंडार’ होता है। हजारों एकड़ में फैली इस झील में सैकड़ों किस्म के लैंड बर्ड, दर्जनों किस्म के वॉटर बर्ड और हजारों की संख्या में प्रवासी पक्षी अपना घरौंदा हरदम बनाये रखते हैं। मशहूर पक्षी विज्ञानी ‘सलीम अली’ इस झील को पक्षियो
बिहार में विकराल होता जल संकट
Posted on 30 Aug, 2011 04:13 PM

दो लाख गांव ऐसे हैं जहां पानी की गुणवत्ता इतनी निम्न स्तर की है कि लोग विभिन्न बीमारियों से पीड

बिहार की बाढ़
Posted on 21 Sep, 2008 05:20 PM

बाढ़ से पूर्ण मुक्ति के लिये ''नदी मुक्ति आंदोलन'' शुरु किया है, परंतु राजनेता व तटबंध ठेकेदारों द्वारा निरंतर रोढ़े डाले जाने की वजह से यह बहुत अधिक सफल नहीं हो पाया है। नदी मुक्ति आंदोलन सभी तटबंधों को हटाने व नदी को 1954 पूर्व की अवस्था पर लाने की माँग करता है। हम शोधकर्ता, नीति निर्माता व सरकार को इस मुद्दे से अवगत कराते हैं और आम जनता को शिक्षित करते हैं कि तटबंध बाढ़ समस्या का समाधान नहीं

बिहार की जमनिया नदी की सतह पर भी आर्सेनिक
Posted on 16 Aug, 2009 05:55 PM

गंगा किनारे बसे राज्य के बारह जिलों भागलपुर, कटिहार, खगडिय़ा, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, समस्तीपुर, पटना, भोजपुर, बक्सर, वैशाली और सारण के लगभग 80 प्रखंडों में आर्सेनिक का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि, वैज्ञानिक अभी यह बता पाने में अक्षम हैं कि जल में जहर के रूप में आर्सेनिक कहां से और कैसे फैलता जा रहा है, पर यह भी सच है कि इस खतरे से बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल तथा नेपाल के भीतर का बड़ा हिस्सा भी

×