मासानोबू फुकूओका

मासानोबू फुकूओका
प्रदूषण फैलता है, बे-मौसमी, आकर्षक रूप-रंग वाले फलों से!
Posted on 10 Jun, 2011 12:04 PM

बड़े आकार के फलों को छोटों से अलग छांटने के लिए प्रत्येक फल को घूमते पट्टे पर कई मीटर दूरी तक

एक विकट समस्या का सरल हल
Posted on 09 Jun, 2011 12:22 PM

पुआल बिछाने तथा बनमेथी उगाने जैसे मेरे विनम्र उपायों से कोई प्रदूषण नहीं होता। वे कारगर भी होत

एक किसान से दो टूक बात
Posted on 07 Jun, 2011 10:15 AM

यदि फसलें बगैर कृषि रसायनों, उर्वरकों या मशीनों के उगाई जाने लगीं तो बड़ी-बड़ी रसायन निर्माता

वैज्ञानिक विधि की सीमाएं
Posted on 04 Jun, 2011 12:32 PM

पुआल फैलाने, मेथी उगाने तथा सारे जैव अवशेष धरती को वापस लौटाने से धरती में वे सारे पोषक तत्व आ

रसायनों को त्याग करने की शर्तें
Posted on 03 Jun, 2011 12:33 PM

एक खेत में तो डंठलों में छेद करने वाले कीड़ों पर कीटनाशक छिड़के गए और दूसरे खेत को वैसा ही रहन

सब्जियां उगाईए, जंगली पौधों की तरह
Posted on 02 Jun, 2011 02:30 PM

खरपतवार को नियंत्रित करने में सफेद बनमेथी को मैंने काफी उपयोगी पाया है। वह बहुत घनी फैलती है त

बागानों की धरती
Posted on 28 May, 2011 11:05 AM

मैंने बंजर जमीन पर सफेद बन-मेथी और अल्फा-अल्फा घास बो दी। उन्हें जमने में तो कई बरस लगे, लेकिन

फल बागों के पेड़
Posted on 27 May, 2011 11:07 AM
अपने घर के करीब की पहाड़ी ढलानों पर मैं नारंगी-परिवार के कई फल भी उगाता हूं। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जब मैंने खेती शुरू की तो मैंने शुरुआत पौने दो एकड़ के फल-उद्यान तथा 3/8 एकड़ के चावल की खेती से की थी। लेकिन अब फलोद्यान का क्षेत्रफल बढ़कर साढ़े बारह एकड़ हो गया है। मैंने यह भूमि आसपास की पहाड़ियों की त्यागी हुई जमीन से प्राप्त की और उसे अपने हाथ से साफ किया। इन ढलानों पर देवदार के पेड़ तो कई
सूखे खेत में चावल की खेती
Posted on 26 May, 2011 12:22 PM

आज मेरे खेत में उगा धान का पौधा किसी किसान को दिखलाएंगे तो वह तत्काल जान जाएगा कि वह वैसी ही ह

पुआल आधारित खेती
Posted on 23 May, 2011 01:29 PM
खेतों में पुआल फैलाना कुछ लोगों को उतना महत्वपूर्ण नहीं लग सकता, लेकिन मेरे तरीके से चावल और जाड़े के अनाज की खेती का वह बुनियादी तत्व है। उसका संबंध हर चीज-उर्वरता, अंकुरण, खरपतवार, परिंदों से बचाव तथा जल-प्रबंधान के साथ है। व्यावहारिक प्रयोगों तथा सिद्धांततः भी खेतों में पुआल का उपयोग बहुत ही निर्णायक मुद्दा है। यह ऐसी चीज भी है जिसे लगता है, मैं लोगों को समझा नहीं पा रहा हूं।
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