कुमार कृष्णन
सरकारी प्रयासों की सफलता पर उठते सवाल
Posted on 16 Jun, 2015 11:15 AMसन्थाल परगना का राजमहल अंचल बिहार-झारखंड में ईस्ट इंडिया कम्पनी के औपनिवेशिक शासन के अन्तर्गत आनेवाले सबसे पहले क्षेत्रों में था। पलासी की लड़ाई (1757) के करीब छः साल बाद, राजमहल से छः मील दक्षिण गंगा के किनारे स्थित ऊधवा नाला की लड़ाई में मेजर एडम्स की कमान में कम्पनी की सेना ने मीर कासिम की सेना को निर्णायक शिकस्त देकर इस क्षेत्र में औपनिवेशिक शासन का आगाज किया था। 5 सितम्बर, 1763 की इस लड़ा
उपयोगिता की कसौटी पर खरा है हंस सरोवर
Posted on 13 Jun, 2015 12:46 PMसंथाल परगना के पाकुड़ जिले का महेशपुर राज मुख्य केन्द्र देवीनगर है। वर्तमान में यह महेशपुर प्रखण्ड का एक पंचायत है। कभी यहाँ महेशपुर राज नामक छोटी रियासत अस्तित्व में थी। ये जमींदार मुगल प्रशासन के साथ जुड़े थे तथा पहाड़िया प्रदेश की देखभाल और पोषण के लिए जिम्मेदार थे। प्लासी की लड़ाई के बाद विजयी अंग्रेजों ने अपने प्रशासनिक तन्त्र को विकसित किया ताकि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के माध्यम से वे
उद्योग पहले नदियों को गन्दा करना बन्द करे: सरयू राय
Posted on 13 Jun, 2015 11:37 AMझारखंड के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मन्त्री सरयू राय लम्बे समय से दामोदर बचाओ आन्दोलन की अगुआई कर रहे हैं। तब और अब में काफी फर्क आ गया है। पहले वे सरकार में नहीं थे, अब सरकार में है। दामोदर बचाओ आंदोलन में अब क्या स्थिति होगी। इस सन्दर्भ में बातचीत-
विकास की दौड़ में प्रकृति का शोषण
Posted on 12 Jun, 2015 12:34 PMराँची। मुख्यमन्त्री श्री रघुवर दास ने कहा कि प्रकृति ही जीवन है, वन इस धरती के फेफड़े हैं जो हमें जीवन के लिये शुद्ध हवा देते हैं। प्रकृति प्रेमीजन-जातीय समाज ने आदिकाल से वनों की रक्षा की है। हमारी परम्परा में भी प्रकृति को ईश्वर का स्वरूप मानते हुए बारम्बार वन्दना की गई है। आने वाले कल के लिये और सम्पूर्ण मानव जाति एवं पारिस्थितिकी की रक्षा के लिये पर्यावरण की रक्षा सबों का नैतिक दायित्व है।
दामोदर : प्रदूषण का खामियाजा भुगत रहा है पूरा झारखण्ड
Posted on 02 Jun, 2015 04:37 PMदामोदर नदी के प्रदूषण का खामियाजा पूरा झारखण्ड भुगत रहा है। 1974 के छात्र आन्दोलन की उपज और वर्तमान में झारखण्ड सरकार के मन्त्री वर्षों से दामोदर बचाओ मुहिम चला रहे हैं। अब उनकी कोशिशें रंग लाने लगी है। उनका कहना है कि यदि इसके प्रदूषण को रोकने की दिशा में ठोस पहल नहीं हुई तो तीन माह बाद उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। दामोदर नदी घाटी के दायरे में आन
आधुनिकता की भेंट चढ़े तालाब
Posted on 01 Jun, 2015 01:54 PMपर्यावरण दिवस पर विशेष
पर्यावरण की रक्षा हमारे सांस्कृतिक मूल्यों व परम्पराओं का ही अंग है। अथर्ववेद में कहा भी गया है कि मनुष्य का स्वर्ग यहीं पृथ्वी पर है। यह जीवित संसार ही सभी मनुष्यों के लिए सबसे प्यारा स्थान है। यह प्रकृति की उदारता का ही आशीर्वाद है कि हम पृथ्वी पर बेहतर सोच और जज्बे के साथ जी रहे हैं।
दामोदर की सफाई के लिए केन्द्र देगा विशेष राशि : उमा भारती
Posted on 31 May, 2015 03:30 PMकेन्द्रीय जल संसाधन मन्त्री उमा भारती ने कहा कि केन्द्र ने स्वर्ण रेखा परियोजना के लिए 400 करोड़ रुपए दिए हैं। दामोदर की सफाई के लिए भी विशेष राशि दी जाएगी। दामोदर को साफ करने की योजना में और तेजी लाई जाएगी। वे शुक्रवार को युगांतर भारती, सिदरौल द्वारा आयोजित ‘पर्यावरण संरक्षा में लोक संगठनों की भूमिका’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन को स
पानी के विनाशकारी रूप को बदलकर उसे लाभकारी बनायेंगे: उमा भारती
Posted on 30 May, 2015 10:24 AMगंगा बाढ़ नियन्त्रण परिषद की 17वीं बैठक
पर्यावरण जीवन शैली नहीं, बल्कि जीवनयापन का मुद्दा : जयराम रमेश
Posted on 28 May, 2015 09:45 AMविकास का मतलब है वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ भावी पीढ़ी की आवश्यकताओं की पूर्ति भी सुनिश्चित हो तथा प्राकृतिक संसाधनों का सीमित उपयोग हो। साथ ही उसके संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाय जिससे आने वाली पीढ़ियाँ भी लाभान्वित हो सकें। पर्यावरण भी अव्यवस्थित न हो और उसके संरक्षण को बढ़ावा मिले। विकास का मतलब अंधी गली नहीं होनी चाहिए। इसी परिपेक्ष्य म
अस्पताल में पानी के नाम पर जहर
Posted on 25 May, 2015 10:48 AMभागलपुर। चौंकिये नहीं! यह भागलपुर प्रमण्डल का इकलौता जवाहरलाल नेहरू मेडिकल काॅलेज अस्पताल है। यहाँ सिर्फ भागलपुर ही नहीं बल्कि पड़ोसी जिले सहरसा, पूर्णिया, मधेपुरा के साथ पड़ोसी राज्य झारखंड के लोग भी इलाज के लिए आते हैं। यहाँ पानी के नाम पर जहर पी रहें हैं लोग।