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शोध पत्र
हिमाचल और उत्तराखंड त्रासदी: हम प्रकृति को मार रहे हैं, इसका खामियाजा हम भुगत रहे
Posted on 19 Aug, 2023 03:35 PMहिमाचल प्रदेश में बारिश और उसके बाद हुए भूस्खलन में कम से कम 75 लोगों की जान जाने के बाद वहाँ की सरकार ने वहाँ राज्य स्तरीय आपदा घोषित कर दी। उत्तराखंड में भी हाल कुछ मिलता
जुलता ही है।
![जलवायु परिवर्तन](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/IMG-20230819-WA0002.jpg?itok=h64CaDvg)
जलीय खरपतवार : समस्याएं एवं नियंत्रण (Essay on Aquatic Weeds: Problems and Solutions)
Posted on 19 Aug, 2023 01:32 PMसारांश
जल प्रकृति द्वारा दिया गया एक अनमोल उपहार है जिसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। बढ़ती हुई जनसंख्या, शहरीकरण, औद्योगीकरण एवं पर्यावरण प्रदूषण के कारण जल की खपत निरंतर बढ़ती जा रही है, जिसके कारण पृथ्वी पर जलचक्र का संतुलन बिगड़ता जा रहा है। आज स्वच्छ पेयजल की समस्या एक जटिल वैश्विक चुनौती के रूप में हमारे समक्ष उपस्थित हैं और आगे आने वाले कुछ व
![जलकुम्भी खरपतवार,PC-Wikipedia](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/download%20%2817%29.jpg?itok=nMSgO01M)
सावन की ऋतु आई
Posted on 18 Aug, 2023 02:52 PMसावन
रहीम जी ने कहा कि ‘रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून’ भारत में पानी सावन में आता है। अतः यह कहें कि ‘ऋतुवर सावन राखिए, विन सावन सब सून।’ सावन सूखा होने की बात सुनकर भारत के वित्त मंत्री को बुरे सपने आने लगते हैं। बसंत को ऋतुओं का राजा कहते समय लोग यह भूल जाते हैं कि वर्षा बिना बसन्त बहार नहीं आ सकती। जब पानी ही नहीं होगा तो कैसे पौधे पनपेंगे और कैसे उन पर
![वर्षा के साथ मेंढक, मछली व केंचुए भी बरसते हैं](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/IMG-20230818-WA0002.jpg?itok=r3y84riW)
जल प्रदूषण के दुष्प्रभाव
Posted on 18 Aug, 2023 01:12 PMबढ़ती हुई तीव्र जनसंख्या, औद्योगीकरण तथा नगरीकरण के कारण स्वच्छ जल की आवश्यकता दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। आज जल की गुणवत्ता में गिरावट आती जा रही है। जल प्रदूषण तत्वों के दो प्रमुख कारण हैं एक प्राकृतिक और दूसरा मानवीय प्राकृतिक कारणों से जल प्रदूषण इतनी मंद गति से होता है कि सामान्य रूप से इसके कोई भयंकर परिणाम सामने नहीं आते। जल प्रदूषण के प्राकृतिक कारणों में भू-क्षरण और खनिज पदार्थ की
![जल प्रदूषण के मानवीय कारक](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/IMG-20230818-WA0000.jpg?itok=AzRJMwYK)
जैविक खाद का काम,जल की बचत के साथ ही दे पौधों को नई जान
Posted on 16 Aug, 2023 06:02 PMआज के दौर की कृषि पद्धति काफी आधुनिक हो गई है। जिस रफ्तार से कृषि में आधुनिकता का समावेश किया जा रहा है उससे किसानों को त्वरित फायदे प्राप्त हो रहे हैं। लेकिन, इन झटपट फायदे के फेर में वे कई दीर्घकालीन समस्याओं को निमंत्रण दे रहे हैं। अधिक से अधिक पैदावार हासिल करने के लिए निरंतर प्रयोग किए जा रहे फर्टिलाइजर व रसायन मिट्टी की प्राकृतिक उर्वरकता को समाप्त कर रहे हैं। मिट्टी की उर्वरकता में गिराव
![नीम से खाद तैयार,PC-Wikipedia](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/download%20%2816%29.jpg?itok=828MunC7)
कलकल, छलछल,बहती गंगा
Posted on 16 Aug, 2023 04:00 PMधरती को प्रकृति ने बहुत कुछ दिया है, उनमें प्रमुख हैं पहाड़, खनिज, नदी और जंगल नदियां बहुत प्रकार की हैं, लेकिन सब में गंगा की अलग पहचान है। पूरे विश्व में किसी भी नदी की तुलना में गंगा सर्वाधिक आबादी को प्रभावित करती है। यह हिमालय के गंगोत्री से 19 किलोमीटर आगे गोमुख से निकलती है और कुल 2525 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। इसका नाम जगह-जगह बदल जाता है। हिमालय में यह भाग
![धार्मिक आस्था का प्रतीक गंगा,PC-Wikipedia](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/images%20%284%29.jpg?itok=HQ5ibO-W)
प्रकृति – एक मुफ़्त चिकित्सक व मुफ़्त दवाओं का खजाना
Posted on 12 Aug, 2023 05:03 PMप्रत्येक व्यक्ति में प्रकृति ने स्वयं ठीक होने की ताकत भरी है। अच्छे स्वास्थ्य की सबसे अच्छी दवा है पानी, ताजी हवा, सूरज की रोशनी और नींद, जिसे समृद्धशाली प्रकृति ने बिना किसी कीमत के हमें मुफ्त में दिया है। स्वयं को सेहतमंद रखना जटिल काम नहीं है। सबसे आसान काम यानि चलना भी सबसे अच्छी औषधि है। अगर प्रतिदिन सूर्य की रोशनी लें, पानी पिएं, सही तरीके से सांस लें और अच्छी नींद सोएं तो दुनिया में चिक
![हर्बलिज़्म जड़ी-बूटी चिकित्सा,PC-Wikipedia](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/images%20%283%29.jpg?itok=u6dA6L85)
तकनीक से हासिल निर्मल जल
Posted on 05 Aug, 2023 01:54 PMवर्तमान युग में एक ओर लोगों को साफ जल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तो दूसरी ओर जल से संबंधित समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। जल संबंधी समस्याओं में सर्वप्रमुख है जल का खारापन, जिसके लिए अब विलवणीकरण या डिसेलिनेशन तकनीक का व्यापक प्रयोग किया जा रहा है। सरल भाषा में कहें तो विलवणीकरण उस प्रक्रिया को कहते हैं.
![तकनीक से हासिल निर्मल जल,PC-Wikipedia](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/download%20%281%29.jpg?itok=AW37nLd_)
पानी की गुणवत्ता बेहतर स्वास्थ्य की कुंजी है
Posted on 05 Aug, 2023 12:41 PMसुरक्षित और साफ पानी एक बुनियादी जरूरत है। पीने के पानी की खपत केवल दो पहलूओं पर निर्भर करती है, वह पीने लायक है या नहीं और उसका स्वाद कैसा है। पीने योग्य का मतलब है कि पानी पीने के लिए सुरक्षित हो और स्वादिष्ट का मतलब है कि पानी पीने के लिए स्वच्छता की दृष्टि से अनुकूल हो। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पुष्टि करता है कि सुरक्षित पानी एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य आवश्यकता है। बिना साफ
![फील्ड टेस्ट किट (एफटीके), Pc-Wikipedia](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/download.jpg?itok=HStgP-WZ)
बोतल बंद पानी और आर.ओ. छोड़िए, प्राकृतिक उपचार से भी पानी होता है शुद्ध
Posted on 04 Aug, 2023 02:18 PMबोतलबंद पानी को लेकर चौंकाने वाली खबर आई है। अमेरिका में हुई रिसर्च में पता चलता है कि विभिन्न कंपनियों के पानी में प्लास्टिक के खतरनाक कण मिले हैं। आर.ओ.
![पातालकोट घाटी,PC-Wikipedia](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-08/patalkot.jpeg?itok=SPR5JF8K)