स्वास्थ्य

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April 30, 2024 As temperatures soar, what should India do to adapt to changing conditions to mitigate the adverse impacts of climate change?
Heat waves sweep across India (Image: Maxpixel, CC0 Public Domain)
March 30, 2024 A recent study finds that climate change induced extreme weather events such as droughts can increase the vulnerability of women to Intimate Partner Violence (IPV).
Droughts affect women the most (Image Source: Gaurav Bhosale via Wikimedia Commons)
September 4, 2023 This study found that soil mineral availability had an impact on the health and nutritional status of women and children in India.
Soil quality, crucial for human health (Image Source: M Tullottes via Wikimedia Commons)
May 15, 2023 A sustainable framework is needed for a healthy and safe working environment in the informal plastic waste recycling sector in India
Informal plastic waste recycling firms has increased significantly since the 1990s (Image: Andreas, Pixabay)
April 25, 2023 Heavy metals, physical and biological parameters were analysed in water, soil, and crops in Musi River basin
Musi is polluted due to municipal sewage and industrial wastewater (Image: Muhammed Mubashir, Wikimedia Commons)
November 6, 2022 In 2020, 559 million children were affected by four to five heatwaves a year; numbers could increase four-fold by 2050, as per a report by UNICEF
Heat-related mortality is four times higher among children under 1 year of age than in persons aged 1–44 years (Image: Taqver, Wikimedia Commons)
जहर के प्रचारक नायक
Posted on 04 Apr, 2014 10:43 AM अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के शोध के अनुसार दुनिया में हर साल एक लाख अस
एंटीबायोटिक के अंधाधुंध इस्तेमाल के खतरे
Posted on 26 Oct, 2012 03:48 PM

वैज्ञानिकों का सुझाव यह है कि हाईजीन यानी स्वच्छता को एक हथियार के रूप में अपनाया जाए। लोग संक्रमणों को लेकर जाग

पानी पीजिए जरा संभल कर
Posted on 27 Jun, 2012 10:08 AM जल है तो कल है, जीवन का हर पल है- यह बात उतनी ही अगम्य और अचूक है जितनी कि ईश्वर के प्रति हमारी आस्था, धार्मिकता और अटल विश्वास। प्रकृति प्रदत्त वरदानों में हवा के बाद जल की महत्ता सिद्ध है। जल पर हम जन्म से लेकर मृत्यु तक आश्रित हैं। वैदिक सास्त्रों के अनुसार जल हमें मोक्ष भी प्रदान करता है। कवि रहीम के शब्दों में जल महत्ता इन पंक्तियों से स्पष्ट है -
प्लास्टिक की बोतल का पानी दिमाग के लिए खतरनाक
Posted on 06 Sep, 2008 01:20 PM

तरकश ब्यूरो/ कनाडा की एक रिसर्च टीम के अनुसार प्लास्टिक की बोतल में उपलब्ध पानी दिमाग के लिए खतरनाक होता है. प्लास्टिक के कंटेनर बनाने के उपयोग मे लिया जाने वाला बाइसफेनोल ए दिमाग के कार्यकलापों को प्रभावित कर सकता है और इंसान की समझने और याद रखने की शक्ति को छीण करता है.

plastic bottle water
जलवायु परिवर्तन का मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव एवं वर्तमान प्रदूषण रहित चुनौतियां (भाग 2)
जलवायु परिवर्तन का सबसे ज्यादा असर गरीब लोगों पर पड़ रहा है। पहले से ही खाद्य व आवास की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए बदलती जलवायु व इसका प्रभाव त्रासदी पूर्ण है। वैसे समाजशास्त्रियों की मानें तो गरीबी अपने आप बीमारियों का समुच्चय है। जलवायु परिवर्तन बहुत सारी बीमारियों के होने की प्रक्रिया को बहुत भयानक कर देगा। Posted on 14 May, 2024 03:32 PM

जलवायु परिवर्तन एवं जैविक प्रदूषण का प्रभाव 

रोगकारक सूक्ष्म जीवों से संक्रमित कर मनुष्यों, फसलों, फलदायी वृक्षों व सब्जियों का विनाश करना जैविक प्रदूषण है। सन 1846 में जीनीय एकरूपता के कारण यूरोप में आलू की समस्त फसल नष्ट हो गयी, जिसके फलस्वरूप 10 लाख लोगों की मृत्यु हो गयी और 15 लाख लोग अन्यत्र पलायन कर गये। चूंकि समस्त आलू में एक ही प्रकार का जीन था अतः सब एक ही प्रकार के रोगाणुओं

स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
बढ़ते तापमान और मौसम में बदलाव से गर्मी की लहरों और चरम मौसम की घटनाओं की आवृत्ति और तीव्रता बढ़ रही है, जिससे बीमारी, चोट और मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही जलवायु-संवेदनशील रोगजनकों के फैलाव में बदलाव आता है, जिससे डेंगू और डायरिया जैसी बीमारियाँ कुछ क्षेत्रों में अधिक आम हो सकती हैं। जलवायु परिवर्तन से फसलों की पैदावार में कमी, खाद्य कीमतों में वृद्धि, खाद्य असुरक्षा और अल्पपोषण का खतरा बढ़ता है। इससे जल सुरक्षा भी प्रभावित होती है। ये परिवर्तन गरीबी, मानव प्रवास, हिंसक संघर्ष और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। Rising temperatures and climate change are increasing the frequency and intensity of heat waves and extreme weather events, increasing the risk of disease, injury, and death. It also changes the spread of climate-sensitive pathogens, which could cause diseases like dengue and diarrhea to become more common in some areas. Climate change increases the risk of reduced crop yields, increased food prices, food insecurity and undernutrition. This also affects water security. These changes may increase poverty, human migration, violent conflict, and mental health problems. Posted on 12 May, 2024 07:48 AM

पिछले कुछ दशकों में यह स्पष्ट हो गया है कि मानवीय बुनियादी ढांचे में बदलाव हो रहा है, जिससे वैश्विक जलवायु परिर्वतन हो रहा है। भारत एक बड़ा विकसित देश है जिसमें 7500 किमी लंबा हिमालय, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बर्फ भंडार और दक्षिण में घुटने की आबादी वाली तट रेखा है।  ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली उनकी एक अरब आबादी में लगभग 700 मिलियन लोग अपने निर्वाह और कृषि के लिए सीधे जलवायु संवेदनशील क्षेत

सार्वजनिक स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
2023-चिकित्सा/फिजियोलॉजी नोबेल पुरस्कारः कोविड-19 वैक्सीन के विकास की कहानी
सन् 1951 में मैक्स थीलर को यलो फीवर की वैक्सीन बनाने के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था। सन् 1885 में लुई पास्टर द्वारा विकसित रेबीज की वैक्सीन का एक बहुत रोचक इतिहास रहा है। धीरे-धीरे मॉलीक्युलर बायोलॉजी के विकास के साथ पूरे रोगाणुओं वायरस की बजाय वायरस के टुकड़ों से वैक्सीन बनाने की जानकारी और क्षमता विकसित हुई। इसमें वायरस के जेनेटिक कोड-डीएनए या आरएनए के कुछ टुकड़ों-जो वायरस की कुछ विशेष प्रोटीन्स को बनाने के लिए उत्तरदायी होते हैं-का प्रयोग किया जाता है। Posted on 16 Dec, 2023 12:49 PM

इस वर्ष का चिकित्सा/ फिजियोलॉजी का नोबेल पुरस्कार कैटालिन कैरीको और ड्यू वीजमैन को दिया गया है। यह उन्हें कोविड-19 के विरुद्ध एक प्रभावी mRNA वैक्सीन विकसित करने के लिए दिया गया है। कैटालिन कैरीको हंगरी की बायोकेमिस्ट हैं। इनका जन्म 1955 में सुजॉलनॉक, हंगरी में हुआ था। यह अनेक विश्वविद्यालयों में रहीं। इस समय यह स्जीगेड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर, पेरेलमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन, पेंसिल्वेनिया विश्वविद

कोविड-19 वैक्सीन के विकास की कहानी
कीटनाशक और स्वास्थ्य का संकट
भारत में पहली बार कीटनाशक का प्रयोग मलेरिया नियंत्रण के लिए आयातित डी.डी.टी. के रूप में किया गया था। इसके बाद 1948 में टिड्डी नियंत्रण के लिए बी.एच.सी. का उपयोग हुआ। अधिकांश कटिबन्धीय देशों में डी.डी.टी. का उपयोग वाहकों द्वारा फैलाई जाने वाली मलेरिया जैसी बीमारियों के नियंत्रण में होता है। वहीं बी. एच.सी. कृषि उत्पादन में एक सस्ते कीटनाशी के रूप में प्रयुक्त होती है। बाद में हम मलेरिया नियंत्रण को केन्द्र में रख भारत में जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में कीटनाशकों के इस्तेमाल की पड़ताल करेंगे। Posted on 07 Dec, 2023 04:39 PM

3 दिसम्बर 1984 की रात भोपाल के एक कीटनाशक बनाने वाले संयंत्र से अचानक घातक मिथाइल आइसो सायनेट गैस रिसने लगी। यूनियन कार्बाइड के इस हादसे ने लगभग 3000 लोगों की जान ले ली और सैकड़ों हज़ार लोगों को बीमार कर दिया। लगभग इसी समय अमरीका के पश्चिमी वर्जीनिया में भी कुछ ऐसी ही दुर्घटनाएं हुई। इन और इन जैसी तमाम दुर्घटनाओं ने कीटनाशकों के इस्तेमाल से जुड़े खतरों की ओर जनता का ध्यान खींचा। साथ ही जन स्वास

कीटनाशक और स्वास्थ्य का संकट
तम्बाकू का ज़हरीला सफर
तम्बाकू प्रजाति की उत्पत्ति 8,000 वर्ष पूर्व बताई जाती है जब अमरीकी इण्डियन्स ने इसकी दो प्रजातियों (निकोठियाना रस्टिका और निकोटियाना टेबेकुम) को पूरे अमरीका में फैलाया था। तम्बाकू सोलेनेसी कुल का सदस्य है। निकोटियाना जींस में करीब 60 प्रजातियां हैं Posted on 29 Nov, 2023 03:38 PM

एक हुरोन इण्डियन कबीले में तम्बाकू की उत्पत्ति को लेकर एक रोचक दंतकथा है। इस दंतकथा के मुताबिक, "बहुत समय पहले, धरती बंजर थी और लोग भूख से मर रहे थे। उस समय पवित्र आत्मा ने मानव जाति की रक्षा के लिए एक स्त्री को धरती पर भेजा। धरती पर टहलते हुए जब उसका दायां हाथ मिट्टी को छूता तो वहां आलू पैदा होने लगते थे और जब उसका बायां हाथ मिट्टी को छूता तो मक्का लहलहाने लगती थी। आखिरकार जब दुनिया में भरपूर

तम्बाकू का ज़हरीला सफर
हेल्थ सेफ्टी एंड एन्वॉयरन्मेंट के क्षेत्र में अवसर कर रहे इंतजार(Opportunities are waiting in the field of health safety and environment)
हेल्थ सेफ्टी एंड एन्वॉयरन्मेंट इंजीनियर का मुख्य कार्य आपदा या दुर्घटना के कारणों का पता लगाना और उसकी रोकथाम करना है। फायर फाइटिंग सिविल, इलेक्ट्रिकल, एन्वॉयरन्मेंट इंजीनियरिंग भी इसी से जुड़ा क्षेत्र है। मसलन, महामारी की रोकथाम के उपायों से संबंधित यंत्रों की तकनीकी जानकारी, स्प्रिंकलर सिस्टम, अलाम, केमिकल या सैनेटाइजर की बौछार का सबसे स्टीक इस्तेमाल और कम से कम संसाधनों में ज्यादा से ज्यादा लोगों की रक्षा करना इनका उद्देश्य होता है। Posted on 17 Nov, 2023 11:54 AM

हेल्थ सेफ्टी एंड एन्वॉयरन्मेंट के क्षेत्र में प्रशिक्षत युवाओं का भविष्य बेहद उज्ज्वल है, इस क्षेत्र से जुड़े कोर्सेज की मदद से आप भी भविष्य संवार सकते हैं....

हेल्थ सेफ्टी एंड एन्वॉयरन्मेंट के क्षेत्र में अवसर कर रहे इंतजार
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