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सूखा और बाढ़
विनाशकारी भूकम्प और बचाव ( Earthquakes and Rescue )
Posted on 25 May, 2015 05:01 PMभूकम्प आने की स्थिति में तुरन्त खुले स्थान की ओर भागना चाहिए। यदि घर के भीतर फंस गये हों तो दरव
मथुरा कैसे झेल पाएगा ऐसे भूकम्प को
Posted on 23 May, 2015 11:28 AMयदि मथुरा की पुरानी बस्ती को बचाना है तो सबसे पहले वहाँ हर तरीके के नए निमार्ण पर रोक लगनी चाहि
बाढ़, सूखा और नदी
Posted on 22 May, 2015 09:38 AMबाढ़ और सूखा कोई नई बात नहीं है। सदियों से हमारा समाज इनके साथ रहना सीख चुका था और इनसे निपटने के लिए उसने अपनी देसी तकनीक भी तैयार कर ली थी जो प्रकृति और नदियों को साथ लेकर चलती थी। लेकिन दिक्कत तब हुई जब हमने प्रकृति और नदियों की उपेक्षा शुरू की, उन्हें बाँधना शुरू किया। इसके बाद से ही बाढ़ और सूखे ने विभीषिका का रूप लेना शुरू कर दिया।
अकाल और बाढ़ अकेले नहींं आते। इनसे बहुत पहले अच्छे विचारों का भी अकाल पड़ने लगता है। इसी तरह बाढ़ से पहले बुरे विचारों की बाढ़ आ जाती है। ये केवल विचार तक सीमित नहींं रहते, ये काम में भी बदल जाते हैं। बुरे काम होने लगते हैं और बुरे काम अकाल और बाढ़ दोनों की तैयारी को बढ़ावा देने लगते हैं।
तबाही से मिले जख्मों को भरता है बीमा (Insurance fills the scars of devastation)
Posted on 04 May, 2015 04:23 PMकेदारनाथ में बादल फटने से हुई तबाही और जम्मू-कश्मीर में बाढ़ से हुए भारी आर्थिक नुकसान को हम अभी भूल भी नहीं पाए थे कि नेपाल और भारत के कई हिस्सों में आए जबरदस्त भूकम्प ने हमें हिलाकर रख दिया। प्राकृतिक आपदाएं कभी बताकर नहीं आतीं। भूकम्प, सुनामी, तूफान और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएं अचानक आती हैं और चंद मिनटों में सब कुछ तबाह करके चली जाती हैं। इन आपदाओं में भारी जान और माल का नुकसान होता है।जापान से सीखने की जरूरत
Posted on 04 May, 2015 03:30 PMभूकम्प कभी किसी को नहीं मारता, फिर भी हम डरते हैं उससे। इंसान मरता है उस मकान से, जिसे वह अपने आश्रय के लिए बनाता है। अगर हम प्रकृति के साथ जीना सीखें तो क्या भूकम्प या क्या बाढ़? हमें कोई भी आपदा कैसे मार सकती है?तबाही के जख्म
Posted on 04 May, 2015 01:14 PMनेपाल में आए विनाशकारी भूकम्प ने एक बार फिर वैज्ञानिक जगत के सामने कड़ी मुश्किल पेश कर दी है। साथ ही, राष्ट्रों के आपदा प्रबन्धन, भवन नीति और कुदरत के साथ छेड़-छाड़ के बारे में दोबारा सोचने की जरूरत जताई जा रही है। भूकम्प की भविष्यवाणी की सम्भावना को लेकर भी चर्चाएँ तेज हुई हैं। भूकम्प के बारे में जायजा ले रहे हैं यादवेंद्र।भूकम्प में मुफीद ढाँचागत सुरक्षा (EARTHQUAKE friendly Infrastructural Security)
Posted on 03 May, 2015 04:38 PMभूकम्प आशंकित वाले शहरों में भवन निर्माण के लिए भूकम्प से बचाव में सहायक नियमों और तकाजों को अपनाने की दरकारकमजोर इमारतें कहीं ज्यादा प्राणघाती (Weak buildings more deadly)
Posted on 03 May, 2015 03:24 PMउस पर भारत में पसरी है भवन निर्माण सम्बन्धी तमाम विसंगतियाँहिमालय पर और बड़े भूकम्प की आशंका (Himalayas and large Earthquakes)
Posted on 03 May, 2015 12:43 PMसिंगापुर स्थित नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी की अर्थ ऑब्जरवेटरी से जुड़े पॉल टाप्पिओनियर के