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समाचार और आलेख
जी 20 और जलवायु: भारत दिखाएगा अपनी करिश्माई नीति निर्माण शक्ति
Posted on 09 Sep, 2023 03:34 PMप्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भारत की सरकार ने साल 2021 में पूरी दुनिया को तब चौंका दिया था जब हमारे प्रधानमंत्री ने देश को साल 2070 तक नेट जीरो राष्ट्र बनाने की योजना का ऐलान कर दिया था।इस घोषणा का असर कुछ ऐसा हुआ कि अब जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों के जोखिमों से घिरी अर्थव्यवस्थाओं को कर्ज देने के ढांचे में बदलाव कर उन्हें प्राथमिकता देने का एक माहौल तैयार हुआ है। फिलहाल भारत कि अध्यक्ष
![भारत दिखाएगा अपनी करिश्माई नीति निर्माण शक्ति,वैश्विक पवन ऊर्जा का केंद्र बनने की ओर अग्रसर है भारत,PC-(FB Narendra Modi)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/Pm%20at%20g%2020.jpg?itok=IAYQPWzJ)
स्वच्छ ईंधन की ओर बढ़ते कदम
Posted on 09 Sep, 2023 03:23 PMइस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधान मंत्री मोदी ने अपने भाषण में व्यक्त किया था कि पर्यावरण देश की प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है और हमने वर्तमान एवं भविष्य की जरूरतों को संतुलित रखते हुए पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन को सुरक्षित करने के लिए एक स्पष्ट दिशानिर्देश यानी रोडमैप तैयार किया है। प्रधानमंत्री ने यह भी दोहराया है। कि जहां भारत निर्धन वर्ग को सहायता प्रदान कर रहा है, वह
![स्वच्छ ईंधन की ओर बढ़ते कदम](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/Green%20energy.jpeg?itok=owWCgKhG)
जलवायु परिवर्तन के कारण समंदर हरे हो रहे हैं
Posted on 09 Sep, 2023 03:12 PMपिछले दिनों नेचर पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट बताती है कि पिछले 20 सालों में दुनिया के आधे से अधिक समंदर पहले से अधिक 'हरे' हो गए हैं और इसका कारण संभवतः बढ़ता तापमान है । समंदरों का रंग कई कारणों से बदल सकता है। जैसे जब पोषक तत्व गहराई से ऊपर आते हैं तो इनके पोषण से पादप प्लवक (फाइटोप्लांकटन) फलते-फूलते हैं । इन फाइटोप्लांकटन में हरा रंजक क्लोरोफिल होता है। तो, सागरों की सतह से परावर्तित सू
![जलवायु परिवर्तन के कारण समंदर हरे हो रहे हैं](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/sea%20seen%20in%20green.jpeg?itok=1ycfligz)
राजस्थान : गायब होते गोचर की लड़ाई
Posted on 09 Sep, 2023 03:03 PMराजस्थान हमारे देश में पशुपालन के लिए जाना जाता है, लेकिन आजकल इसी पशुपालन के लिए सबसे जरूरी चारागाहों को लेकर भारी बवाल मचा है। एक तरफ, जमीन की लगातार बढ़ती 'भूख' है तो दूसरी तरफ, दुधारू, खेतिहर पशुओं के लिए चारा । इन दोनों जरूरतों से जुड़े हितग्राही अपने-अपने हितों को लेकर आंदोलनरत हैं। राजस्थान में गोचर भूमि को बचाने के लिए लड़ाई लड़ी जा रही है। लंबे समय से लगातार हो रहे अतिक्रमणों के कारण ग
![गायब होते गोचर की लड़ाई](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/gauchar.jpeg?itok=38UWbNyA)
क्या हिमालय दिवस का विचार केवल चिंता करने तक सीमित था ?
Posted on 09 Sep, 2023 02:56 PMहिमालय के संवेदनशील पर्यावरण के लिए चिंतित देश भर के सामाजिक कार्यकर्ताओ और पर्यावरणविदों ने मिलकर देहरादून स्थित हैस्को केंद्र शुक्लापुर में 2010 मे एक बैठक की थी। जिसमें हर वर्ष 9 सितंबर को हिमालय दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। जब यह विचार आया तो हम काफी उत्साहित थे कि हिमालय की गंभीर समस्याओं को लेकर हिमालय दिवस के अवसर पर राज समाज को साथ लेकर यहां के ज्वलंत मुद्दों की तरफ सरकार का ध्यान
![हिमालय दिवस](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/Himalay%20day%20.jpeg?itok=-For4TsW)
पर्यावरण परिक्रमा(environmental revolution)
Posted on 09 Sep, 2023 02:38 PMअंतरिक्ष के कचरे का इसरो ने खोजा समाधान
अंतरिक्ष में बढ़ते कचरे का भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने समाधान खोज निकाला है। इसरो ने ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी 56 ) को प्रक्षेपित कर सिंगापुर के सात उपग्रहों को ऊंची कक्षा में स्थापित किया। इसके बाद रॉकेट के चौथे चरण को 300 किलोमीटर की निचली कक्षा में लाने के प्रयोग में भी सफलता प्राप्त की है।
![पर्यावरण परिक्रमा](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/Enviroment%20evolution.jpeg?itok=drTzIJfB)
देश में बाघों का अमृतकाल
Posted on 06 Sep, 2023 05:10 PMमध्यप्रदेश एक बार फिर 'बाघ राज्य' यानी टाइगर स्टेट के नाम से जाना जाएगा। यहां बाघों की आबादी 526 से बढ़कर 785 पहुंच गई है। जो सभी प्रांतों में सबसे ज्यादा है। केन्द्रीय वन राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने अखिल भारतीय बाघ आकलन रिपोर्ट-2022 जारी कर राज्यवार और बाघ आरक्षित क्षेत्र वार बाघों की वर्तमान में मौजूद संख्या के आंकड़े जारी किए हैं।
![देश में बाघों का अमृतकाल](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/OIG%20%2819%29.jpeg?itok=82jhzG_x)
महासागरों का प्रबंधन जल जगत
Posted on 06 Sep, 2023 04:29 PMजीवन की उत्पत्ति समंदर में हुई थी। यह अकेला सबसे प्रमुख कारण है कि क्यों समुद्री पर्यावरण की रक्षा की जानी चाहिए। समंदर हमें भोजन, ऊर्जा, खनिज संसाधन तो प्रदान करते ही हैं साथ ही ये जैव विविधता के भंडार भी हैं। ये मौसम और जलवायु को प्रभावित करते हैं और पृथ्वी पर जीवन बनाए रखने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करते हैं। इसके अलावा यही समंदर जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा के मुख्य स्रोत हैं और विश्
![महासागरों का प्रबंधन जल जगत](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/ocean%20.jpeg?itok=9NC6u2Ui)
उरुग्वे में जल आपातकाल हमारा भूमण्डल
Posted on 06 Sep, 2023 04:16 PMअपनी बेहतरीन फुटबॉल टीम के कारण दुनिया भर में पहचाना जाने वाला दक्षिण अमेरिका का साढे चौंतीस लाख आबादी वाला छोटा सा देश उरुग्वे अब पानी के भीषण संकट से दो-चार है। पानी की यह बदहाली उस देश में हो रही है जहां अभी दो दशक पहले बाकायदा कानून बनाकर पानी के निजीकरण को रोका और उसे मौलिक मानवाधिकार बनाया गया था।
![उरुग्वे में जल आपातकाल हमारा भूमण्डल,Pc-पर्यावरण डाइजेस्ट](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/Urguvay%20.png?itok=tJHB-5aL)
घायल पर्यावरण को बचाने की गुहार
Posted on 06 Sep, 2023 12:23 PMप्रकृति पंच तत्वों के बिना अधूरी है पंच तत्व अर्थात् पानी, हवा, नभ, अग्नि और भूमि ये तत्व ही सृष्टि का संचालन करते हैं। इनके बिना प्रकृति अधूरी है। इस विश्व में खुशहाल देश वही हुए हैं जहां पानी, हवा और भूमि का संरक्षण किया जाता है। हमारा देश भारत वनों, वन्यजीवों एवं विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों के लिए प्रसिद्ध है। समस्त विश्व में अत्यंत ही अदभुत तथा आकर्षक वन्यजीव पाए जाते हैं। हमारे देश में भी
![घायल पर्यावरण को बचाने की गुहार](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-09/Paryvarn.jpeg?itok=WSwiIaBn)