उत्तराखंड

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हिमालय की पर्यावरण सेवाओं की अनदेखी
Posted on 09 Sep, 2018 02:02 PM

हिमालय की खूबसूरत दृश्य दुनिया के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। हिमालयी राज्यों से निकल रही हजारों जलधारा

हिमालय
प्रकृति को सहेजने का मिला ईनाम
Posted on 08 Sep, 2018 06:07 PM उत्तराखण्डियों को प्रकृति प्रेमी कहा जाता है। ऐसा हो भी क्यों नहीं, चिपको व रक्षासूत्र जैसे वन बचाओ आन्दोलन इसी धरती पर हुए हैं। यही वजह है कि उत्तराखण्ड की हरियाली लोगो को बरबस अपनी ओर आकर्षित करती है। प्रकृति संरक्षण यहाँ की विशेषता है।
जंगल
संकट ग्रस्त औषधीय पौधा सालम पंजा
Posted on 31 Aug, 2018 02:04 PM

संरक्षण की दृष्टि से प्रकृति में पेड़-पौधों एवं जीव-जन्तुओं के अस्तित्व पर नजर रखने वाली अन्तरराष्ट्रीय संस्था इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन अॉफ नेचर (International Union for Conservation of Nature) ने इस पौधे को अति संकट ग्रस्त श्रेणी में रखा है, जिसका अर्थ स्पष्ट है कि अगर जंगलों से चोरी छुपे इस पौधे का खनन इसी तरह चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब यह पौधा भारत से विलुप्त हो जाएगा।
सालम पंजा
हर साल गहरे जख्म दे रही हैं आपदाएँ
Posted on 30 Aug, 2018 06:30 PM बादल फटने से संकट में टिहरी (फोटो साभार - स्टेट एजेंडा)नई टिहरी- जिले में हर साल बादल फटने और भारी बारिश से हो रहे भूस्खलन में दर्जनों लोग अकाल मौत के शिकार हो रहे हैं। आपदा के कहर से बचने के लिये लोगों के पास सुरक्षित स्थान पर बसने के सिवा कोई चारा नहीं है। राज्य के गठन के बाद जिले में बादल फटने और भूस
बादल फटने से संकट में टिहरी
जल संरक्षण कर पानीदार हुआ मोरी
Posted on 20 Aug, 2018 04:00 PM चिंवा गाँव (फोटो साभार - अमर उजाला)भूजल वैज्ञानिक डॉ.
चिंवा गाँव
नौलाे-धारे के हिमायतियों की राज्यस्तरीय कार्यशाला
Posted on 19 Aug, 2018 02:03 PM

स्प्रिंग का महत्त्व और छोटे जलस्रोतों की उपेक्षा को लेकर देहरादून स्थित चिराग, सिडार और अर्घ्यम संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें भविष्य में उत्पन्न होने वाले जल संकट और नदियों के घटते जलस्तर को लेकर विशेषज्ञ ने अपनी-अपनी राय प्रस्तुत की है। राय दी कि बिना जैवविविधता के पानी को बचाना आज के समय में कठिन है। साथ ही जल संरक्षण के लिये वैज्ञानिक और लोक ज

नौलाे-धारे के हिमायतियों की राज्यस्तरीय कार्यशाला
जल संरक्षण और नगदी फसल से आजीविका
Posted on 13 Aug, 2018 06:50 PM

उत्तराखण्ड, हिमालय का ऐसा राज्य है, जहाँ के लोग मिश्रित खेती करते आये हैं। आजादी की लड़ाई और फौज में सेवा प्राप्त करने के बाद इस राज्य के लोगों में पलायन की प्रवृत्ति सर्वाधिक बढ़ी है। फिर भी जो लोग घर-गाँव में मौजूद हैं वे अपनी खेती के कार्यों को पूर्वानुसार ही करते आये हैं। राज्य का ऐसा क्षेत्र उत्तरकाशी जनपद में ही दिखता है क्योंकि यहाँ पलायन नाम मात्र का ही है। कैसे यहाँ के लोग अपनी माटी और

दलवीर सिंह चौहान
भारत पर मँडरा रहा गुम हुए प्लूटोनियम का खतरा
Posted on 13 Aug, 2018 01:28 PM

बेस कैम्प जहाँ प्लूटोनियम कैप्सुल्स खो गए (फोटो साभार - मेंस एक्सपी)अभी हाल ही में हॉलीवुड की एक फिल्म आई है। नाम है- मिशन इम्पॉसिबल: फॉलआउट। फिल्म की कहानी प्लूटोनियम की एक बड़ी खेप तक खलनायकों की पहुँच को रोकने के मिशन पर आधारित है। फिल्म में मुख्य किरदार टॉम क्रूज ने निभाया है।

बेस कैम्प जहाँ प्लूटोनिम कैप्सुल्स खो गए
पहाड़ की बर्बादी का कारण है चीड़
Posted on 11 Aug, 2018 02:54 PM

चीड़ (फोटो साभार - डाउन टू अर्थ)औपनिवेशिक काल में पहाड़ की आर्थिकी को मजबूत करने के नाम पर तुरन्त लाभ कमाने के उद्देश्य से लाया गया चीड़ आज पहाड़ की आर्थिकी ही नहीं वरन पूरे मानव जीवन के लिये संकट का कारण बन खड़ा हुआ है। चीड़ के जंगलों में लगने वाली आग प्रतिवर्ष जहाँ करोड़ों रुपए मूल्य की वन सम्पदा न

चीड़
पॉलिथीन का प्रयोग स्वास्थ्य के लिये खतरनाक
Posted on 10 Aug, 2018 02:36 PM

कचरे से पट रही हैं नदियाँ (फोटो साभार - मुक्ता ईजी ड्रॉईंग)पॉलिथीन और प्लास्टिक गाँव से लेकर शहर तक लोगों की सेहत बिगाड़ रहे हैं। शहर का ड्रेनेज सिस्टम अक्सर पॉलिथीन से भरा मिलता है। इसके चलते नालियाँ और नाले जाम हो जाते हैं। इसका प्रयोग तेजी से बढ़ा है। प्लास्टिक के गिलासों में चाय या फिर गर्म दूध क

कचरे से पट रही हैं नदियाँ
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