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सरस्वती
सरस्वती कहाँ है
Posted on 28 Jul, 2009 06:55 PMवैदिक कवि इतना अभिभूत है कि वह उसे नदीतमा कहकर ही नहीं रूक जाता, उसे माताओं में सबसे श्रेष्ठ और देवियों में सबसे बड़ी देवी कह उअदृश्य रह कर भी हमारी आस्था में उपस्थित सरस्वती नदी
Posted on 13 Nov, 2023 03:15 PMभारत में नदियों का इतिहास काफी और संस्कृति के इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। भारत में आज लगभग 200 बड़ी नदियां हैं। इनमें से सबसे मशहूर नदी है गंगा। बाकी आपने यमुना, गोदावरी, सिंधु, गोमती, नर्मदा, कावेरी नदी के भी नाम सुने ही होंगे। आपने इन्हें कभी न कभी बहते भी देखा होगा। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी नदी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका नाम आपने अपनी पुस्तकों में कई बार पढ़ा होगा, लेकिन
सरस्वती की गहराई का अनुमान लगाने के लिए अनुसंधान केंद्रों का होगा निर्माण
Posted on 10 Nov, 2023 01:02 PMइसरो जो वेद-पुराणों में वर्णित सरस्वती नदी का अध्ययन कर रहा है, वह पांच राज्यों हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में अपने शोध की संकलित रिपोर्ट बनाएगा। साथ ही देहरादून का वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान भी उत्तरांचल के रूपण हिमनद से जो सरस्वती का उद्भव स्थान माना जाता है, उससे नमूने इकट्ठा करेगा। रूपण हिमनद को अब सरस्वती हिमनद भी कहा जाता है। इसरो की तीन सदस्यीय वैज्ञानिक ट
कान्ह और सरस्वती नदियों के लिए संघर्ष
Posted on 20 Feb, 2023 10:32 AMइंदौर शहर में बुद्धिजीवियों के संगठन अभ्यास मंडल के धरने में शामिल लोगों में इस बात को लेकर ख़ासा आक्रोश था कि एक तरफ़ नगर निगम शहर को सजाने-सँवारने पर करोड़ों रूपए की फिजूलखर्ची कर रहा है लेकिन एक समय में इंदौर की पहचान रही शहर के मध्य से गुज़रने वाली कान्ह और सरस्वती नदियों के नाम पर सिर्फ़ खानापूर्ति ही की जाती रही है.
सरस्वती का उद्गम
Posted on 09 Apr, 2010 09:15 AMभारत सरकार के रक्षा मंत्रालय द्वारा नौ दिसंबर, 1966 को स्वीकृत एवं मुद्रित मानचित्र पत्र संख्या 5320/एसओआई/डी जीए 111 के अनुसार, सिरमौर जिला मुख्यालय की नाहन तहसील से 17 किलोमीटर दूर नाहन-देहरादून राष्ट्रीय उच्च मार्ग-72 पर बोहलियों के समीप स्थित मार्कंडेय आश्रम को भारतीय वैदिक सभ्यता की जननी सरस्वती नदी की उद्गम स्थली होने का गौरव प्राप्त है। हालांकि हरियाणा ऐसा नहीं मानता। तमाम तथ्यों और प
हो सकती है सरस्वती पुनर्प्रवाहित
Posted on 09 Dec, 2009 09:26 AMभारतीय संस्कृति शोध पर आधारित है। भारतीय संस्कार, रीति-रिवाज तथा परंपराएं वैज्ञानिक कसौटी पर खरी उतरती हैं, ये शब्द भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के महानिदेशक डा. के. एन. श्रीवास्तव ने सरस्वती नदी शोध संस्थान द्वारा कुरुक्षेत्र में आयोजित अंतरराष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा।
सरस्वती को धरती पर लाने की कवायद
Posted on 10 Jul, 2009 09:35 PMहरियाणा में आदि अदृश्य नदी सरस्वती को फिर से धरती पर लाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए राज्य के सिंचाई विभाग ने सरस्वती की धारा को दादूपुर नलवी नहर का पानी छोड़ने की योजना बनाई है। देश के अन्य राज्य में भी इस पर काम चल रहा है। अगर यह महती योजना सिरे चढ़ जाती है तो इससे हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के तकरीबन 20 करोड़ लोगों की काया पलट जाएगी। इस नदी से जहां राज्यों के लोगों को पीने का पानी उपलसरस्वती नदी व प्राचीनतम सभ्यता
Posted on 04 Jul, 2009 09:48 AMआज सिंधु घाटी की सभ्यता प्राचीनतम सभ्यता जानी जाती है। नाम के कारण इसके शोध की दिशा बदल गयी। वास्तव में यह सभ्यता एक बहुत बड़ी सभ्यता का अंश है, जिसके अवशिष्ट चिन्ह उत्तर में हिमालय की तलहटी (मांडा) से लेकर नर्मदा और ताप्ती नदियों तक और उत्तर प्रदेश में कौशाम्बी से गांधार (बलूचिस्तान) तक मिले हैं। अनुमानत: यह पूरे उत्तरी भारत में थी। यदि इसे किसी नदी की सभ्यता ही कहना हो तो यह उत्तरी भारत की नद
सरस्वती क्यों न बही
Posted on 20 Jan, 2009 10:13 AM....और सरस्वती क्यों न बही अब तक?
वैज्ञानिक प्रमाण, पुरातात्विक तथ्य
1996 में 'इन्डस-सरस्वती सिविलाइजेशन' नाम से जब एक पुस्तक प्रकाश में आयी तो वैदिक सभ्यता, हड़प्पा सभ्यता और आर्यों के बारे में एक नया दृष्टिकोण सामने आया। इस पुस्तक के लेखक सुप्रसिध्द पुरातत्वविद् डा. स्वराज्य प्रकाश गुप्त ने पहली बार हड़प्पा सभ्यता को सिंधु-सरस्वती सभ्यता नाम दिया और आर्यों को भारत का मूल निवासी सिद्ध किया।