नासिक जिला

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जलव्यवस्थापन : काळाची गरज
Posted on 24 Jun, 2017 03:48 PM
नव्या तंत्रानुसार सागराचे क्षारयुक्त पाणी शुध्द करून वापरण्या
सोशल नेटवर्किंग फोरम जलाभियान (भाग-१)
Posted on 18 Apr, 2017 04:29 PM
नाशिक (महाराष्ट्र) येथील सोशल नेटवर्कींग फोरम टीम,ग्रामस्थ, माळेगाव (ता.त्र्यंबक,जि.नाशिक) आणि विद्या निकेतन माजी विद्यार्थी परिवार यांच्या संयुक्त सहकार्यातून साकारलेले गेले आहे एक अनोखे काम जे भारतातील सर्व आदिवासी पाड्यावर राबविले जाऊ शकते,लाखो लोकांना प्रेरणा देऊ शकते ज्यांना खरोखर काम करण्याची इच्छा आहे.
नासिक जनपद के पक्षी - एक संरक्षण निर्देशिका
Posted on 05 Jan, 2017 11:40 AM
वन्य जीवन एवं प्रकृति संरक्षण के प्रति जन जागरण शिक्षा और प्रशिक्षण के महत्त्वपूर्ण कार्य में लम्बे समय से रत विश्वरूप ब्रह्मव्रत राहा द्वारा लिखित, अजित बोर्जे द्वारा संकलित तथा पक्षी अध्ययन के प्रसिद्ध केन्द्र बाम्बे नैचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (मुम्बई) के उपनिदेशक डॉ.
पुस्तक, नासिक जनपद के पक्षी : एक संरक्षण निर्देशिका
खनिज पाणी (Mineral Water)
Posted on 06 May, 2016 04:20 PM

गाळलेल्या पाण्यात काही प्रमाणात सूक्ष्मजीव राहतात.

नाशिक शहरातील पूर रेषेची आखणी
Posted on 15 Dec, 2015 04:04 PM

मानवी संस्कृतीच्या विकासात नद्यांचे योगदान मोठे आहे.

पाठ्यपुस्तकांतून जलसंस्कार
Posted on 05 Oct, 2015 12:53 PM

आपण अध्यापन करीत असलेल्या पाठ्यपुस्तकात 'पाणी' या विषयाशी निगडीत आशय लक्षात घेवून जाणीवपूर्वक '

ढगेवाडीचा कायापालट
Posted on 02 Oct, 2015 12:23 PM

आज ढगेवाडीत सुबत्ता आहे. हिरवीगार शेते आहेत.

भारतीय जलसंस्कृती मंडळ, नाशिकतर्फे शहरात पूर रेषा कार्यशाळा
Posted on 02 Oct, 2015 11:56 AM नाशिक शहरात 2008 मध्ये आलेला पूर हा मानवनिर्मित होता हे पालकमंत्र्यांनी मान्य केले आहे. यामुळे शहरात तयार करण्यात आलेली पूर रेषा ही चुकीची आहे हे सिध्द होते. आता नाशिककरांना पूर रेषेच्या जंजाळातून मुक्त करण्यासाठी आपण प्रयत्न करणार असल्याचे आश्वासन महापौर यतिन वाघ यांनी येथे दिले.
अब इंडिया बुल्स छिनेगी नासिक के किसानों का पानी
Posted on 24 Dec, 2012 12:22 PM महाराष्ट्र में किसानों से पानी छिनकर कंपनियों को देना एक आम बात होता जा रहा है। पानी पर पहला हक किसानों और नागरिकों का ना होकर के कंपनियों का हो रहा है। अमरावती के किसानों के हक का पानी मारकर इंडिया बुल्स अब नासिक के खेतों के पानी पर डाका डालने जा रही है। पानी पर डाका डालने का खेल अमरावती के बाद अब नासिक और अहमदनगर में सिंचाई विभाग के मदद से खेला जाना है। इससे आने वाले दिनों में नासिक के किसानों और नागरिकों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ सकता है। इंडिया बुल्स द्वारा किसानों के पानी पर डाका डालने के बारे में बता रहे हैं, प्रवीण महाजन।

सिंचाई विभाग से करार होने के पहले तक यह संभावना थी कि इंडिया बुल्स का मनपा प्रशासन के साथ पानी आपूर्ति का करार हो जाएगा। इस प्लांट को मंजूरी दिए जाने के दौरान यह तय हुआ था कि सिंचाई विभाग द्वारा जो पानी दैनंदिन जरूरतों के लिए मनपा प्रशासन को उपलब्ध कराया जाता है, उससे निकलने वाले मलजल (दूषित पानी) को फिल्टर कर पुनः बिजली उत्पादन के लिए इंडिया बुल्स के पॉवर प्लांट को दिया जाएगा। महाराष्ट्र में जहां एक ओर इंडिया बुल्स का जलवा बढ़ता जा रहा है, तो दूसरी ओर किसानों पर आफत आ रही है। इंडिया बुल्स अमरावती के किसानों के हक के पानी पर डाका डालने के बाद अब नासिक के खेतों के पानी पर भी डाका डालने जा रही है। यह सब सरकारी स्तर पर हो रहा है। सरकार कहती जरूर है कि पानी पर पहला हक किसानों और नागरिकों का है, लेकिन उसकी कथनी-करनी में जमीन और आसमान का अंतर है। इंडिया बुल्स के नासिक के निकट स्थापित हो रहे पॉवर प्लांट को पानी मुहैया कराने के लिए सिंचाई विभाग के साथ करार भी कर लिया है।सिंचाई विभाग को यह करार करने पर जहां 72 करोड़ रुपये मिले हैं, वहीं इससे नासिक महानगर पालिका को करारा झटका लगा है।
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