प्रवीण महाजन

प्रवीण महाजन
जतन पाण्याचे
Posted on 04 Jun, 2016 01:08 PM

पाणी हे कारखान्यात निर्माण करता येत नाही.

हवामान बदल - जागतिक संकट
Posted on 04 Mar, 2016 12:37 PM

विकासाच्या नावाखाली गेल्या काही दशकांमध्ये जी वृक्षतोड झाली, पर्यावरणाची हानी झाली, सिमेंटची जंगले उभी राहिली, वाहनांच्या संख्येत मोठ्या प्रमाणात वाढ झाल्यामुळे प्रदूषणाचे प्रमाण वाढले. या सर्व गोष्टींचा परिणाम म्हणून जागतिक हवामानात बदल होत असून, कार्बन उत्सर्जनामुळे हे प्रमाण दिवसेंदिवस वाढतच आहे.
अब इंडिया बुल्स छिनेगी नासिक के किसानों का पानी
Posted on 24 Dec, 2012 12:22 PM
महाराष्ट्र में किसानों से पानी छिनकर कंपनियों को देना एक आम बात होता जा रहा है। पानी पर पहला हक किसानों और नागरिकों का ना होकर के कंपनियों का हो रहा है। अमरावती के किसानों के हक का पानी मारकर इंडिया बुल्स अब नासिक के खेतों के पानी पर डाका डालने जा रही है। पानी पर डाका डालने का खेल अमरावती के बाद अब नासिक और अहमदनगर में सिंचाई विभाग के मदद से खेला जाना है। इससे आने वाले दिनों में नासिक के किसानों और नागरिकों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ सकता है। इंडिया बुल्स द्वारा किसानों के पानी पर डाका डालने के बारे में बता रहे हैं, प्रवीण महाजन।

सिंचाई विभाग से करार होने के पहले तक यह संभावना थी कि इंडिया बुल्स का मनपा प्रशासन के साथ पानी आपूर्ति का करार हो जाएगा। इस प्लांट को मंजूरी दिए जाने के दौरान यह तय हुआ था कि सिंचाई विभाग द्वारा जो पानी दैनंदिन जरूरतों के लिए मनपा प्रशासन को उपलब्ध कराया जाता है, उससे निकलने वाले मलजल (दूषित पानी) को फिल्टर कर पुनः बिजली उत्पादन के लिए इंडिया बुल्स के पॉवर प्लांट को दिया जाएगा। महाराष्ट्र में जहां एक ओर इंडिया बुल्स का जलवा बढ़ता जा रहा है, तो दूसरी ओर किसानों पर आफत आ रही है। इंडिया बुल्स अमरावती के किसानों के हक के पानी पर डाका डालने के बाद अब नासिक के खेतों के पानी पर भी डाका डालने जा रही है। यह सब सरकारी स्तर पर हो रहा है। सरकार कहती जरूर है कि पानी पर पहला हक किसानों और नागरिकों का है, लेकिन उसकी कथनी-करनी में जमीन और आसमान का अंतर है। इंडिया बुल्स के नासिक के निकट स्थापित हो रहे पॉवर प्लांट को पानी मुहैया कराने के लिए सिंचाई विभाग के साथ करार भी कर लिया है।सिंचाई विभाग को यह करार करने पर जहां 72 करोड़ रुपये मिले हैं, वहीं इससे नासिक महानगर पालिका को करारा झटका लगा है।
किसानों का पानी बिजलीघरों में
Posted on 06 Oct, 2012 12:18 PM
विदर्भ में किसानों का पानी बिजलीघरों को देने की तैयारी में है। किसानों को खेती के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। विदर्भ की नदियों का पानी ताप बिजलीघरों के लिए आरक्षित किया जा रहा है। स्थानीय किसानों और लोगों के स्वास्थ्य पर इन ताप बिजलीघरों का क्या प्रभाव होगा इस पर कोई बात नहीं करना चाहता। सरकार को किसानों और विदर्भ के खेतों की तनिक भी परवाह नहीं है जो विदर्भ के कृषि संकट को और गंभीर बना स
विदर्भ की ताप-बिजली परियोजनाओं की पुर्नसमीक्षा होगी
Posted on 04 Jul, 2011 06:03 PM

9 अप्रैल को चौथी दुनिया के महाराष्ट्र संस्करण के विमोचन के तीन पखवाड़े के भीतर ही अखबार की विशेष रिपोर्ट्स ने कमाल दिखाना शुरू कर दिया। विदर्भ में पानी की कमी, सिंचाई के बैकलाग और ताप-बिजली परियोजनाओं की दी जा रही मंजूरी से भविष्य में होने वाले परिणामों को लगातार अमरावती के लोग अब प्यासे मरेंगे, पानी पर अधिकार किसका-उद्योगों का या खेतों का, सरकार नहीं जानती विकास क्या है, शीर्षक के अंतर्गत प्रक

महाराष्ट्र सरकार का कारनामाः अब प्यासे मरेंगे अमरावती के किसान
Posted on 09 May, 2011 09:59 AM

बिजली बनानी हो तो किसानों-आदिवासियों की कुर्बानी ली जाती है। सड़क बनानी हो तो किसानों की जमीन छ

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