धार जिल

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आत्मनिर्भरता की इबारत लिख रहा है भारत का एक गाँव
Posted on 09 Nov, 2020 12:31 PM

वीओ- मध्यप्रदेश का एक छोटा सा गाँव नवादपुरा इन दिनोंआत्मनिर्भर भारत की एक ऐसी इबारत लिख रहा है जो शायद पूरे भारत के लिए एक नज़ीर बन सकती है। गाँव के ही एक गा

आत्मनिर्भरता की इबारत लिख रहा है भारत का एक गाँव
नर्मदा से सरदार सरोवर तक विस्थापन का बढ़ता दर्द
Posted on 08 Aug, 2017 11:29 AM

जाहिर है कि एक तरफ से सरकार की हीलाहवाली और अब गुजरात का दबाव न केवल बाँध को खतरे के निशा

भूजल स्तर के प्रभाव से दम तोड़ती कुआँ प्रणाली
Posted on 28 Jul, 2017 11:51 AM
पानी दोहन पर नियंत्रण नहीं किया गया तो इस प्रणाली के दम तोड़
well
कुपोषण के कारण फैल रहा है बच्चों में फ्लोरोसिस
Posted on 20 Jul, 2017 04:41 PM


धार। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में फ्लोराइड को लेकर जिस तरह की जागरुकता की आवश्यकता है, वह मैदानी स्तर पर नहीं दिख रही है।

दरअसल कुपोषण और फ्लोराइड दोनों का आपस में सम्बन्ध है। जिले में कुपोषण के कारण कई बच्चे इसका शिकार होते जा रहे हैं। वहीं अभी भी लड़के और लड़कियों में खानपान में भेदभाव किया जा रहा है। इसी वजह से फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों में जहाँ कुपोषण है, वहाँ पर बच्चों की स्थिति चिन्ताजनक है। माना जा रहा है कि कैल्शियम, विटामिन सी से लेकर अन्य कई जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पा रहे हैं इसीलिये इस तरह की स्थिति बनी है।

फ्लोराइड की मात्रा पानी में अधिक होने के कारण बच्चे दन्तीय फ्लोरोसिस से प्रभावित हो रहे हैं। इस तरह के हालात में कहीं-न-कहीं बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।

स्केलेटल फ्लोरोसिस से पीड़ित बच्चा
मध्य प्रदेश में 193 गाँवों को डूबाने की तैयारी
Posted on 18 Jul, 2017 01:33 PM
सुप्रीम कोर्ट ने नर्मदा बचाओ आन्दोलन द्वारा लगाई गई याचिका पर
Sardar sarovar dam
50 साल से सैकड़ों एकड़ क्षेत्र में पाट पद्धति से हो रही है सिंचाई
Posted on 06 Mar, 2017 12:21 PM
धार। डही से 7 किमी दूर ग्राम करजवानी में 50 साल से पाट पद्धति द्वारा सौ एकड़ से अधिक क्षेत्र में बिना विद्युत पम्प से सिंचाई आज भी हो रही है। ग्राम कातरखेड़ा, छाछकुआँ, दसाणा, पन्हाल में भी कई गरीब किसान पाट पद्धति से वर्षों से बिना बिजली के सिंचाई कार्य करते आ रहे हैं। इसमें बिजली आने-जाने या बिजली नहीं होने का कोई झंझट नहीं है।
पाट पद्धति सिंचाई के लिये बनाई गई नाली
कुशल इंजीनियरिंग की मिसाल भोज के साढ़े बारह तालाब
Posted on 05 Mar, 2017 12:13 PM


धार। साढ़े बारह तालाबों की नगरी के नाम से पहचाने जाने वाले धार नगर से तालाब एक-एक करके मिटते जा रहे हैं। वर्षों पूर्व किसी समय जब इस शहर की जनसंख्या वर्तमान से करीब एक चौथाई थी तब यहाँ 12 बड़े तालाब व एक छोटी तलैया थी। तभी से धार को साढ़े बारह तालाबों का नगर कहा जाने लगा था। ये तालाब धार का सौन्दर्य तो बढ़ाते ही थे लेकिन भूजल स्तर को बढ़ाए रखने में भी सहायक होते थे।

धार जिले का भोज तालाब
बाढ़ की तैयारियों में लाखों खर्च, नहीं लगाते वर्षा मापी यंत्र
Posted on 03 Dec, 2016 11:07 AM


धार। एक ओर शासन क्षेत्र में सम्भावित बाढ़ के अन्देशे को देखते हुए तैयारियों में जुट गया है। इसमें लाखों की राशि खर्च की जाएगी। वहीं दूसरी ओर विडम्बना देखिए कि निसरपुर क्षेत्र जो सरदार सरोवर की डूब क्षेत्र की जद में है, वहाँ वर्षा मापक यंत्र ही नहीं है। जिससे यहाँ कितनी बारिश होती है, उसकी जानकारी न प्रशासन और न ही रहवासियों को मिलती है।

Flood
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