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पृथ्वी बचाने की कवायद
Posted on 24 Dec, 2015 04:18 PM
दुनिया के तकरीबन 195 देशों ने पेरिस में पंचायत की। मसला जलवायु परिवर्तन का था। यह पंचायत 12 दिनों तक चली। कई दौर की वार्ता हुई। सबकी कोशिश थी कि इसका हाल कोपेनहेगन जैसा न हो। किसी सहमति पर पहुँचाया जाय। कोई रास्ता निकले धरती को बचाने का। प्रकृति के प्रकोप से मानव सभ्यता को निजात दिलाने का। हर सम्भव प्रयास हुआ। नोंकझोक का भी सिलसिला चला। पर हासिल क्या हुआ?
जलविज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा एवं रोजगार के अवसर (Education and employment opportunities in the field of Hydrology)
Posted on 24 Dec, 2015 02:58 PM
जलपृथ्वी पर सम्पूर्ण जीवन किसी न किसी रूप में जल पर आधारित है इस कारण ज
तारीख पे तारीख
Posted on 24 Dec, 2015 12:03 PM

पिछले पखवाड़े केन्द्रीय गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने एक बार फिर गंगा की सफाई की नई तारीख दे दी। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2018 तक गंगा पूरी तरह निर्मल हो जाएगी। इससे पहले उन्होंने इसी तरह का दावा 2016 के लिये किया था।

जब भारती गंगा की निर्मलता की नई तारीख दे रही थीं करीब–करीब उसी समय सुमेरू पीठ के शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने भारती की कार्यक्षमता पर ऊँगली उठाते हुए प्रधानमंत्री से उन्हें बदलने की माँग कर डाली।

हालांकि नरेंद्रानंद स्वघोषित शंकराचार्य हैं और सुमेरू पीठ का चार मुख्य पीठों में कोई स्थान नहीं है। भारती को उनकी चिन्ता करने की शायद जरूरत भी नहीं है। उनका मंत्रालय लगातार योजनाओं को कार्यरूप देने में जुटा है।

आसन्न वैश्विक जल संकट
Posted on 24 Dec, 2015 12:01 PM

विश्व जल दशक: 2005-2015


संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2005 से 2015 तक की अवधि को ‘अन्तरराष्ट्रीय जल दशक’ घोषित किया है और अपने ‘सहस्त्राब्दि विकास लक्ष्यों’ में सम्मिलित करते हुए स्वच्छ पेयजल और बुनियादी साफ-सफाई प्राप्त करने के अधिकार को ‘मानवाधिकार’ की मान्यता प्रदान की है। इसी परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत आलेख में विश्वव्यापी जल संकट की विशद विवेचना की गई है।’
जल की झल
Posted on 24 Dec, 2015 11:42 AM
जल की झलउसकी ठहाके भरी हँसी में हैवानियत झलक रही थी। उसने मुझे घू
जल ही जीवन है
Posted on 24 Dec, 2015 11:34 AM
जल ही जीवन हैपानी से पैदा हुए हैं, पौधे जन्तु हर प्राणी।
जल संचय
Posted on 24 Dec, 2015 11:26 AM
जल संचयप्रभु ने जो उपहार दिये हैं, इस धरती पर आये मनुष्यों को
जल समाचार
Posted on 22 Dec, 2015 03:45 PM

झीलों के प्रदूषण से निपटने में कारगर है एयरेशन व बायोमैन्युपुलेशन तकनीक


दैनिक जागरण, (देहरादून 4 मार्च, 2011)
वाटर प्योरिफायर
Posted on 22 Dec, 2015 02:52 PM
प्योरिफायरजल मानव जीवनयापन की एक महत्त्वपूर्ण आवश्यकता है। दिन-प
मेरी व्यथा सुन ले हे! इन्सान
Posted on 22 Dec, 2015 02:36 PM
नमस्कार दोस्तों, मैं तुम्हारा मित्र पानी हूँ,

मैं जहाँ हूँ, वहाँ जीवन है, खुशहाली है, हरियाली है,
मैं तुम्हारे हर काम में भागीदार हूँ-चाहे वे छोटे-छोटे काम हों
या बड़े-बड़े “डाम”
तुम्हारी रसोई से लेकर, टाॅयलेट व स्नानागार तक,
सफाई-धुलाई से लेकर, खेत-खलिहान तक,
रेलगाड़ी से लेकर, हवाई-जहाज तक,
हेयर सैलून से लेकर, कल-कारखानों तक
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