मुकेश कुमार शर्मा

मुकेश कुमार शर्मा
वाटर प्योरिफायर
Posted on 22 Dec, 2015 02:52 PM

प्योरिफायरजल मानव जीवनयापन की एक महत्त्वपूर्ण आवश्यकता है। दिन-प
विभिन्न भूमि उपयोगों पर अंतःस्यंदन गुणों का अध्ययन
Posted on 26 Apr, 2012 10:05 AM

अंतः स्यंदन जल संतुलन की गणना एक आवश्यक अंग है। जलविज्ञानीय अध्ययनों के लिए विभिन्न प्रकार की मृदाओं एवं भूमि उपयोगों की स्थिति में अन्तःस्यंदन ज्ञान जरूरी है। अंतःस्यंदन दर एक मृदा में जल के प्रवेश कर सकने की अधिकतम दर को निर्धारित करती है। अंतः स्यंदन दर पूर्वगामी मृदा नमी एवं प्रपुण्ज घनत्व में परिवर्तन से प्रभावित होती है। जलोढ़ मृदा, काली मृदा, लाल मृदा एवं लेटराइट मृदा, भारत में पाये जाने

जयपुर जिले की भूजल गुणवत्ता का फ्लोराइड प्रदूषण की दृष्टि से अध्ययन
Posted on 31 Mar, 2012 12:35 PM भूजल हमारे देश का अत्यंत बहुमूल्य प्राकृति संसाधन है। सुचारु प्रबंधन तथा बचाव के बिना, भूजल संसाधन में गिरावट आती जा रही है। हर वर्ष जल की आवश्यकता भिन्न-भिन्न उपयोगों के लिए बढ़ती जा रही है जिससे जल की कमी होती जा रही है। जल प्रदूषण की समस्या के कारण स्थिति और भी खराब हो गई है। राजस्थान प्रदेश का कुल भूजल संसाधन वहां बढ़ती हुई घरेलू एवं औद्योगिक जरूरतों की पूर्ति करने में अपर्याप्त है। प्रदेश के
जम्मू क्षेत्र में स्थित मानसर एवं सूरीनसर झीलों का जलगुणता अध्ययन
Posted on 12 Jan, 2012 11:59 AM जम्मू क्षेत्र में स्थित मानसर एवं सूरीनसर झील पर्यटन की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल माने जाते हैं। इन झीलों के जल को दूषित करने का कारण ज्यादातर इनके आवाह क्षेत्र के मानवीय गतिविधियां हैं। इन झीलों के जल को प्रदूषित होने से रोकने तथा स्वच्छ रखने के लिए इनकी जलगुणता का नियमित रूप से निरीक्षण करना आवश्यक है। इसको दृष्टि में रखते हुए झीलों के विभिन्न स्थानों से जल के नमूने एकत्र किए गए।
वड़ोदरा शहर के भूजल में पेस्टीसाइड प्रदूषण की समस्या
Posted on 27 Dec, 2011 03:49 PM जल में बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण जनसंख्या में निरंतर वृद्धि से बढ़ता शहरीकरण, औद्योगिकरण तथा कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए ज्यादा से ज्यादा उर्वरकों एवं कीटनाशकों (पेस्टीसाइड्स) का प्रयोग है। गुजरात प्रदेश के वड़ोदरा शहर के भूजल के नमूने पूर्व मानसून तथा पश्च मानसून अवधि में 2008-09 तथा 2009-10 में एकत्रित किए गए तथा इन नमूनों का भौतिक रासायनिक प्राचालों के मानों तथा पेस्टीसाइड्स की मात्रा का भ
जल शुद्धिकरण प्रोजेक्ट | Water Purification Techniques in Hindi
जल शुद्धिकरण प्रोजेक्ट हेतु उपलब्ध आधुनैक तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त करें | Get information about modern technologies available for water purification in hindi. Posted on 24 Dec, 2011 01:04 PM

रिवर्स ऑसमोसिस
मृदाओं में अन्तःस्यन्दन दरों का मापन
Posted on 22 Dec, 2011 10:31 AM जलविज्ञानीय अध्ययनों के लिए विभिन्न प्रकार की मृदाओं एवं भूमि उपयोगों की स्थिति में अन्तःस्यन्दन ज्ञान जरूरी है। अन्तःस्यन्दन दर मृदा में जल के प्रवेश कर सकने की अधिकतम दर को निर्धारित करती है। अन्तःस्यन्दन दर प्रारंभ में बहुत तेजी से कम होती है फिर कुछ समय के पश्चात यह एक स्थिर दर पर पहुंच जाती है। यह दर पूर्वगामी मृदा नमी एवं प्रपुण्ज घनत्व में परिर्वतन से
भारत में जल उपलब्धता एवं जल गुणवत्ता (Essay on Water Availability and Water Quality in India)
जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है।प्रकृति ने जल का एक चक्र बनाया है, इसमें जल बिना खर्च हुए घूमता रहता है, समुद्र से जल वाष्पीकरण, वर्षा फिर नदियों में बहना धरती में भूजल के रूप में इकट्ठा होना फिर बहकर समुद्र में मिलना ये चक्र चलता रहता है लेकिन यदि मानव इसमें अपना हस्तक्षेप करेगा तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
Posted on 19 Aug, 2023 04:05 PM

ईश्वर ने जब सृष्टि की रचना की तो सर्वप्रथम जल तत्व को बनाया। वेद के अनुसार जल दो शब्द 'ज' और 'ल' के मेल से बना है। 'ज' से जन्म और 'ल' से लय हो जाना अर्थात जन्म और मरण दोनों जल में सन्निहित हैं। जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है। "आपो हिष्ठा मयोभुवः " के द्वारा भी जल के महत्व पर प्रकाश डाला गया है। कवि रहीम ने जल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए लि

प्राकृतिक जल, PC-Wikipedia
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