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चेन्नई जिला
Training on Basic & Advanced Analysis using SPSS
Posted on 12 Apr, 2009 07:41 PMएक्सिला ऑरबिट, संबोधी रिसर्च एंड कम्युनिकेशन प्रा. लिमिटेड का एक प्रभाग है जो विभिन्न शहरों में एसपीएसएस का उपयोग करते हुए बुनियादी और अग्रिम विश्लेषण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। यह प्रशिक्षण निम्न शहरों में कराया जाएगा-
जून 23 - 26, 2009 - चेन्नई,
15 जुलाई - 18, 2009 - मुंबई,
28 जुलाई - 31, 2009 - हैदराबाद,
कार्यशाला- इंडो-जर्मन वाटर नेटवर्क
Posted on 05 Apr, 2009 11:34 AMजर्मन संघीय मंत्रालय, शिक्षा और अनुसंधान, द्वारा समर्थित,
भारत - जर्मन वाटर नेटवर्क
,की स्थापना जर्मन कंपनियों और अनुसंधान संस्थानों द्वारा की गई है।
‘पुलिकट’ खतरे में
Posted on 03 Jan, 2009 08:08 AMएजेंसी/ चेन्नई, भारत की दूसरी बड़ी झील पुलिकट मानवीय गतिविधियों और प्राकृतिक परिवर्तनों के कारण खतरे में है। एक नए सर्वे में यह बात सामने आई है। पुलिकट झील का आकार लगातार कम हो रहा है।
वर्षा के पानी का संरक्षण - आशीष गर्ग
Posted on 05 Sep, 2008 09:07 PMपानी की समस्या आज भारत के कई हिस्सों में विकराल रूप धारण कर चुकी है। इस समस्या से जूझने के कई प्रस्ताव भी सामने आएं हैं और उनमें से एक है नदियों को जोडना। लेकिन यह काम बहुत मंहगा और वृहद स्तर का है, साथ ही पर्यावरण की दृष्टि से काफी खतरनाक साबित हो सकता है, जिसके विरूद्ध काफी प्रतिक्रियाएं भी हुई हैं। कहावत है बूंद-बूंद से सागर भरता है, यदि इस कहावत को अक्षरश सत्य माना जाये तो छोटे छोटे प्रयास
आकाश गंगा न्यास के वर्षा-केन्द्र The rain center का केसस्टडीज
Posted on 05 Sep, 2008 08:03 PM
यह दस्तावेज आकाश गंगा न्यास, चेन्नई के श्री शेखर राघवन से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। केस अध्ययन - , चेन्नई
परिचय
भौगोलीकरण का जवाब : कुटुम्बकम
Posted on 31 May, 2008 12:36 PMभौगोलीकरण का जवाब : कुटुम्बकमतमिलनाडु़ की राजधानी चेन्नई से करीब 40 किलोमीटर दूर बसा गाँव कुटुम्बकम पिछले 15 साल से ग्राम स्वराज के रास्ते पर चल रहा है। 15 साल पहले तक यहाँ हर वो बुराई थी जो देश के किसी भी अन्य गाँव में देखी जा सकती है। शराब पीना, शराब पीकर घर में मारपीट, गाँव में आपस में झगड़े, छुआछूत, गन्दगी आदि आदि।
संदर्भ शहरी बाढ़: पानी ने नहीं भूली राहें, भटक तो शहर गया है
Posted on 08 Jul, 2024 09:23 AMबरसात पहले भयावह सिर्फ शहर के उन्हीं इलाकों के लिए होती थी जिन्हें गरीब–गुरबों के झोपड़पट्टी वाला इलाका कहा जाता था। पर अब बरसात हर शहरी और उससे भी बढ़कर शहरी निकायों के अधिकारियों के लिए भी भयावह होने लगी है। क्योंकि बरसात आते ही बड़े जतन से छुपाए गए भ्रष्टाचार और झूठ को बेपर्दा कर जनता के सामने रख देती है। शहरियों के लिए तो यह छोटे–मोटे प्रलयकाल की तरह का अनुभव देने लगी है। लगता है मानो नदिया
एक एक बूंद का इस्तेमाल करना होगा
Posted on 06 May, 2019 04:12 PMपिछले साल गर्मियों में हिमालय की गोद में बसे शहर शिमला में पानी की भारी किल्लत हो गई थी। इस शहर को अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए रोजाना 440 लाख लीटर पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन उस वक्त हालात ऐसे हो गए थे कि हर दिन 150 लाख लीटर पानी जुटाना भी मुश्किल हो गया था। इस कारण स्थानीय लोगों को तो परेशानी से गुजर ना ही पड़ा, यहां आने वाले पर्यटकों को भी खासी मुश्किलें पेश आई। हालांकि इस तरह का जल संकट
डोंगी से चलना होगा
Posted on 27 Sep, 2018 06:21 PMअनगिनत कवियों के साथ प्रेम करने वाले सदियों से यह दावा करते हैं कि वेनिस एक शहर नहीं है बल्कि एक जीवन्त सपना है। ठीक इसी तरह बेअदबी से लोग यह कहते होंगे कि मानसून के समय भारतीय शहर मात्र शहर नहीं बल्कि उससे कहीं बढ़कर हैं। वेनिस के जलीय मार्गों की ख्य