भारत

Term Path Alias

/regions/india

राष्ट्रीय किसान आयोग का गठन कब होगा
Posted on 25 Aug, 2017 04:22 PM
केंद्र सरकार भले ही किसानों के संकट को नजरअंदाज कर दें लेकिन यह बात साफ है कि इस संकट के लिये राष्ट्रीय कृषि नीति एवं हरित क्रांति ज्यादा जिम्मेदार है। पूर्ववर्ती सरकारों ने खेती के विकास के नाम पर किसानों के शोषण के बीज बोए तो तात्कालिक सरकार उन्हें पाल पोस रही है। दुर्भाग्य की बात है कि देश की संसद भी इस मुद्दे पर मौन है। सरकारों को उपज बढ़ाने की जरूर चिंता रही किंतु उत्पादक किसान की
दूब घास के औषधीय गुण (Medicinal use of Cynodon dactylon)
Posted on 25 Aug, 2017 03:48 PM

सारांश


दूब घास का औषधीय गुण हमारे जीवन में बहुत महत्त्वपूर्ण संस्कारों का एक अध्याय है। जो हमारे जीवन में बहुत सी औषधीय के रूप में प्रयोग किया जाता है। इतना ही नहीं मधुमेह रोगी के लिये भी बहुत लाभकारी प्रमाणित किया जा चुका है। अगर हम पानी के साथ ताजी दूब धुलकर उबाल कर सेवन करें तो 59 प्रतिशत ब्लड शुगर लेवल कम कर देता है।
नलगोंडा का नायक
Posted on 25 Aug, 2017 10:37 AM
करिंगू अजय सिर्फ चौदह साल के हैं लेकिन खेलने कूदने की इस उम्र में उनका शरीर एक जिन्दा लाश बनकर रह गया है। फ्लोरोसिस नामक जहरीली बीमारी ने उनके शरीर को एक गठरी बनाकर रख दिया है। उनके शरीर पर तकिया बाँधकर रखा जाता है ताकि हड्डियों का दर्द उन्हें कम तकलीफ दे। उन्हीं के पड़ोस की उन्नीस साल के वीरमाला राजिता की हड्डियाँ इस तरह से मुड़ गयी हैं कि वो मुश्किल से जमीन पर रेंगकर चल पाती हैं। राजिता कहती हैं, “मेरा कोई जीवन नहीं है। मैं हर समय घर पर रहती हूँ। कहीं जा नहीं सकती। बड़े लोग घर पर आते हैं जिनमें नेता और फिल्मी हस्तियाँ सभी शामिल हैं लेकिन मदद कोई नहीं करता। सब सहानुभूति दिखाकर चले जाते हैं।”

कांचुक्तला सुभाषराजिता और अजय की यह दर्दभरी कहानी न इकलौती है और न ही आखिरी। तेलंगाना के नलगोंडा जिले में सदियों से हड्डियों की यह चीख पुकार जारी है। इन्हीं दर्दभरी पुकारोंं में एक आवाज कंचुकटला सुभाष की भी है। अधेड़ हो चुके सुभाष के तन पर तो फ्लोरोसिस नामक घातक बीमारी का कोई असर नहीं है लेकिन उनके मन और जीवन पर फ्लोराइड का गहरा असर हुआ है।

पानी से फ्लोराइड हटाने का टी-बैग तरीका विकसित (Teabag method for removing fluoride from water developed)
Posted on 25 Aug, 2017 10:09 AM
सफलता - भारतीय वैज्ञानिकों ने ईजाद की किफायती तकनीक

नैनो कणों से बनाया जाएगा पाउच, सस्ते जोजोबा बीज का होगा प्रयोग
सार्क देशों में सुरक्षित पेयजल उपलब्धता में आठवें स्थान पर भारत (India ranked 8th in safe drinking water availability in South Asia)
Posted on 22 Aug, 2017 04:52 PM

पूरे भारत में लोग नल, हैंडपंप ट्यूबवेल या बोरवेल, नहर, नदी अथवा नालों, टैंक या तालाब और अ

पृथ्वी की उम्र के बारे में जानकारी (Earth age dating methods in Hindi)
Posted on 21 Aug, 2017 03:28 PM
पृथ्वी कब बनी थी, किस रूप में बनी थी, क्या सदा से ऐसी ही रही है या बदलती रहती है, कब इस स्वरूप में आई कि जीवन को सहारा दे सके, और जीवन के आगमन के बाद पृथ्वी के रूप में कैसे-कैसे परिवर्तन हुए - ऐसे कई सारे सवाल इन्सान पूछते रहे हैं और जवाब खोजते रहे हैं। इन सवालों और जवाबों का और सवाल से जवाब तक पहुँचने की यात्राओं का इतिहास बहुत दिलचस्प है। यह हमें वै
×