यतवीर सिंह
यतवीर सिंह
भारतवर्ष की प्रमुख नदियों के पौराणिक नाम - एक अध्ययन
Posted on 15 May, 2012 12:52 PMजल मानव जीवन के लिए अमूल्य है तथा जल के बिना जीवन की परिकल्पना भी सम्भव नहीं है। जल का प्रमुख स्रोत होने के कारण नदियों के तट पर विभिन्न संस्कृतियां एवं जन-जीवन विकसित हुए हैं। विश्व की अधिकांश नदियों को उनकी स्थिति, व्यवहार, जल के रंग-रुप एवं पौराणिक किवदंतियों के आधार पर अपने मूल नामों के साथ अन्य पौराणिक एवं वैकल्पिक नामों से भी जाना जाता है। प्रस्तुत प्रपत्र में विश्व की प्रमुख नदियों के साथ-ससिंचाई जल की गुणवत्ता : सिंचाई के लिए अपशिष्ट मल जल की उपयुक्तता
Posted on 16 Jan, 2012 10:31 AMइस प्रपत्र के अंतर्गत बी. एच. ई. एल.
रेगिस्तान में जल और जन सहभागिता
Posted on 22 Dec, 2011 10:50 AMरेगिस्तान का नाम आते ही जन साधारण के मन में स्वतः एक ऐसा दृश्य उत्पन्न होता है जहां दूर-दूर तक रेत ही रेत है, भीषण गर्मी है और जहां का वातावरण शुष्क है और पानी का भारी अभाव है। जबकि स्थिति भिन्न है। उपयुक्त स्थितियां अनेक स्थानों पर हो सकती हैं किंतु संसार के रेगिस्तानों में विभिन्नता होती है जैसे कि रेगिस्तान में कहीं रेतीली समतल भूमि तो कहीं चट्टानों के दृश्य तो कहीं पर नमक की झीलों की भरमार है।![थार रेगिस्तान](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/thar_registan_5.jpg?itok=uHfv3Red)