उमेश कुमार राय

उमेश कुमार राय
संकट में ईस्ट कोलकाता वेटलैंड्स
Posted on 05 Aug, 2016 12:59 PM


तीन सौ साल से भी पुराने शहर कोलकाता के पूर्वी क्षेत्र में विशाल आर्द्रभूमि है। इसे ईस्ट कोलकाता वेटलैंड्स (पूर्व कोलकाता आर्द्रभूमि) कहा जाता है। इस आर्द्रभूमि के पीछे गगनचुम्बी ईमारतों की शृंखला देखी जा सकती है।

इस वेटलैंड्स की खासियत यह है कि इसमें शहर से निकलने वाले गन्दे पानी का परिशोधन प्राकृतिक तरीके से होता है लेकिन इन दिनों यह आर्द्रभूमि संकट में है। पता चला है कि इस जलमय भूखण्ड को बचाए रखने के लिये जितनी मात्रा में गन्दा पानी डाला जाना चाहिए उतना नहीं डाला जा रहा है।

फ्लोराइड पीड़ित गाँवों में पहुँची सरकार
Posted on 30 Jul, 2016 01:09 PM


वसुंधरा दाश प्राइम मिनिस्टर रूरल डेवलपमेंट फेलोशिप (अध्येतावृत्ति) के तहत मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के गाँवों में काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री ग्रामीण विकास फेलोशिप तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबन्धन सरकार के समय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश की पहल पर शुरू हुई थी। सम्प्रति 226 युवा इस फेलोशिप के तहत 18 राज्यों के 111 जिलों में काम कर रहे हैं। ये लोग स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करते हैं। वसुंधरा दाश वर्ष 2014 से काम कर रही हैं।

छिंदवाड़ा में काम करते हुए उन्होंने कई ऐसे गाँवों के बारे में पता लगाया जो फ्लोराइड से प्रभावित हैं। इन गाँवों में वे स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कई तरह के काम कर रही हैं।

सहयोग से सफल होगा स्वच्छ भारत मिशन
Posted on 23 Jul, 2016 12:06 PM


केंद्र सरकार द्वारा शुरू किये गये स्वच्छ भारत मिशन से देश के कम से कम 8 करोड़ घरों को फायदा मिलेगा। इस मिशन के तहत उन घरों में शौचालय की सुविधा प्रदान की जायेगी जिन घरों में अभी भी शौचालय नहीं हैं। यही नहीं इस मिशन के तहत घरों से निकलने वाले कचरों का प्रबंधन भी किया जायेगा ताकि कम से कम कचरा डम्पिंग ग्राउंड तक पहुँचे।

जीर्णोंद्धार की बाट जोह रही आदिगंगा
Posted on 14 Jul, 2016 12:23 PM


पश्चिम बंगाल के इतिहास और संस्कृति से जुड़ी आदिगंगा तिल-तिल अपना अस्तित्व खो रही है लेकिन इसे बचाने के लिए न तो केंद्र और न ही पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से कोई कारगर कदम उठाया जा रहा है।

आदिगंगा का इतिहास उतना ही पुराना है जितना गंगा का। गोमुखी से निकलने वाली गंगा जब पश्चिम बंगाल में प्रवेश करती है तो उसे हुगली कहा जाता है। इसी हुगली नदी की एक शाखा को आदिगंगा कहा जाता है। हेस्टिंग्स के निकट से यह शाखा निकली है जो दक्षिण कोलकाता के कालीघाट, टालीगंज, कूदघाट, बांसद्रोणी, नाकतल्ला, न्यू गरिया से होते हुए विद्याधरी नदी में मिल जाती है।

पणजी, मैसूर से सीखिये कचरा प्रबंधन
Posted on 14 Jul, 2016 11:38 AM

गोवा का पणजी एक पर्यटन स्थल है इसलिये यहाँ हर वर्ष लाखों टूर
पौष्टिक आहार ही बचाएगा फ्लोरोसिस से
Posted on 03 Jul, 2016 10:32 AM

फ्लोरोसिस प्रभावित लोगों के लिये औषधियों के बनिस्बत आँवला, सहजन, केसिया तोरा जैसे फल-फूल और दूध

सूखे ने किया पलायन को मजबूर
Posted on 18 Jun, 2016 04:30 PM


महर्षि बाल्मीकि रचित रामायण में एक वाक्य है -
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी !!

सूखे पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी-योगेंद्र
Posted on 18 Jun, 2016 03:57 PM

स्वराज अभियान के मुखिया और सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने कहा है कि सूखे को लेकर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया है।
रुपहले पर्दे पर पानी (Water in Cinema)
Posted on 11 Jun, 2016 01:44 PM


शोमैन राजकपूर से लेकर रोहित शेट्टी तक शायद ही कोई फिल्म निर्देशक हैं जिनकी फिल्मों में पानी से जुड़ा कोई दृश्य न हो। किसी रूमानी गाने का फिल्मांकन हो या कोई एक्शन सिक्वेंस उसे जल से जरूर जोड़ा जाता है। राज कपूर की फिल्म ‘श्री 420’ का सदाबहार रोमांटिक गीत ‘प्यार हुआ इकरार हुआ तो प्यार से फिर क्यों डरता है दिल’ का वह दृश्य भला किसके दिल में न उतर गया होगा जिसमें तेज बारिश में एक ही छाते में खड़े होकर नर्गिस और राजकपूर एक दूसरे की आँखों में झांक रहे थे। बारिश और पानी ने उस आम दृश्य को खास बना दिया था। पानी से जुड़े इस तरह के अनगिनत शॉट्स हैं जिन्होंने फिल्मों की खुबसूरती में चार चाँद लगाये है लेकिन आज जब देशभर में पानी की समस्या सुरसा की तरह मुँह बाये खड़ी है तो एक-दो डायरेक्टर ही जोखिम उठाने को तैयार हैं। बॉलीवुड के डायरेक्टरों की एक बड़ी जमात अब भी इसे फ्लॉप प्लॉट या गैर-रोचक विषय मान रहा है।

कंक्रीट के जंगलों के लिये जलाशयों की बलि
Posted on 26 May, 2016 04:52 PM


कलकत्ता हाईकोर्ट ने 6 मई 2016 को एक अहम फैसला सुनाते हुए पश्चिम बंगाल के हुगली जिले की हिन्दमोटर फैक्टरी के कम्पाउंड में स्थित लगभग 100 एकड़ क्षेत्रफल में फैले जलाशय को हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिये पाटने पर स्थगनादेश लगा दिया।

जस्टिस मंजुला चेल्लूर ने अपने आदेश में कहा, अदालत अगर कम्पनी को हाउसिंग प्रोजेक्ट का काम शुरू करने की अनुमति देती है तो जलाशय को भरने की अनुमति भी देनी होगी। अदालत फिलहाल इसको लेकर कोई आदेश नहीं दे सकती है। मामले की अगली सुनवाई जून में मुकर्रर की गई है।

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