यूपी के प्रतापगढ़ में भयहरणनाथ धाम के पास स्थित बकुलाही नदी की 18 किमी लंबी लुप्तप्राय हो चुकी प्राचीन धारा अब पुनर्नवा व सजल होकर बेग से प्रवाहित हो रही है। करीब दो दर्जन से अधिक गांवों के लाखों लोगों की वर्षों की अतृप्त प्यास बुझ रही है। नदी पर जगह-जगह समाज के सहयोग से फिर से बांस की चहली बन रही है और लोग आवागमन में उसका उपयोग कर रहे हैं।
पिछले दिनों हुई भारी बरसात से नदी की मुख्य धारा में उफान आ गया है, जिससे राज्य व समाज के सम्मिलित प्रयास से नदी पुनरोद्धार के हुए प्रयास के कारण नदी की प्राचीन धारा भी सजल होकर बेग के साथ प्रवाहित होना शुरू हो गई है।अभी पिछले दिनों हुई भारी बरसात से नदी की मुख्य धारा में उफान आ गया है, जिससे राज्य व समाज के सम्मिलित प्रयास से नदी पुनरोद्धार के हुए प्रयास के कारण नदी की प्राचीन धारा भी सजल होकर बेग के साथ प्रवाहित होना शुरू हो गई है। पूरे नदी क्षेत्र में उत्सव-सा माहौल है। जगह-जगह लोग एकत्र होकर नदी का नजारा कर रहे हैं, अवरोध हटा रहे हैं और खुशी प्रकट कर रहे हैं।
बकुलाही पुनरोद्धार अभियान के संयोजक (इस लेखक) ने बीते दिन पूरे क्षेत्र का सघन दौरा करके गौरा में नदी मार्ग में बाधक पाइपों को जनसहयोग से हटवाया। सरायदेवराय व बाबूपुर में कार्य और तेज करने के लिए स्थानीय कार्यकर्ताओं और प्रधानों के साथ रणनीति बनाई गई। बेहतर प्रयास के लिए छतौना के ग्राम प्रधान मनोज कुमार और पूरेतोरई के प्रधान रामपूजन की सराहना भी की गई।
संयोजक ने कहा कि जिलाधिकारी विद्या भूषण की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि मुख्य धारा में बिना किसी बांध के हमलोग इस बरसात में पर्याप्त अमूल्य जल प्राप्त कर सके हैं। हम सालभर इस नदी को सदानीरा रखेंगे, जैसे नदी घटती जाएगी, मुख्य धारा को प्राचीन धारा में मोड़ देंगे। अब इस क्षेत्र में पानी की कोई समस्या नहीं होगी। कमजोर व गरीब तथा हर खासोआम की पहुंच में होगा पानी। इस दौरान प्रमुख रूप से अवर अभियंता आरईएस संजय सिंह, ग्राम प्रधान पूरेतोरई रामपूजन पटेल, छतौना प्रधान मनोज कुमार, बाबूपुर प्रधान शंकर लाल, सरायदेवराय प्रधान मोती लाल, गौरा प्रधान कमलाकांत, ग्राम विकास अधिकारी नरेंद्र दुबे, सच्चिदानंद पांडेय आदि शामिल रहे।
भयहरणनाथ धाम परिसर व धाम के पीछे स्थित प्राचीन शिवगंगा तालाब पर संयुक्त मजिस्ट्रेट संजय कुमार खत्री के निर्देश पर खंड विकास अधिकारी सावित्री देवी के नेतृत्व में ग्राम पंचायत पूरेतोरई द्वारा सघन रूप से वृक्षारोपण किया गया। धाम के महासचिव समाज शेखर, ग्राम प्रधान पूरेतोरई रामपूजन पटेल, ग्राम विकास अधिकारी नरेंद्र दुबे, विभव सिंह आदि ने कुल 80 वृक्षों का रोपण किया। पौधों की देखरेख व प्रबंधन के लिए सच्चिदानंद पांडेय को जिम्मेदारी दी गई। रोपित वृक्षों में जामुन, कंजी, गूलर, शीशम आदि पौधे शामिल हैं।
धाम परिसर में बीते 15 अगस्त से मानस मर्मज्ञ पं. कमलेश नारायण त्रिपाठी द्वारा मानस कथा की मनोहारी संगीतमयी प्रस्तुति होती रही। इससे पूरे परिसर में भक्तिरस की बयार बही। क्षेत्र के तमाम बुद्धिजीवी व प्रबुद्धजनों ने इसमें भाग लिया। इसके आयोजन में भयहरणनाथ धाम क्षेत्रीय विकास संस्थान के उपाध्यक्ष राजनारायण मिश्र व देवी प्रसाद मिश्र ने प्रमुख भूमिका निभाई।
पिछले दिनों हुई भारी बरसात से नदी की मुख्य धारा में उफान आ गया है, जिससे राज्य व समाज के सम्मिलित प्रयास से नदी पुनरोद्धार के हुए प्रयास के कारण नदी की प्राचीन धारा भी सजल होकर बेग के साथ प्रवाहित होना शुरू हो गई है।अभी पिछले दिनों हुई भारी बरसात से नदी की मुख्य धारा में उफान आ गया है, जिससे राज्य व समाज के सम्मिलित प्रयास से नदी पुनरोद्धार के हुए प्रयास के कारण नदी की प्राचीन धारा भी सजल होकर बेग के साथ प्रवाहित होना शुरू हो गई है। पूरे नदी क्षेत्र में उत्सव-सा माहौल है। जगह-जगह लोग एकत्र होकर नदी का नजारा कर रहे हैं, अवरोध हटा रहे हैं और खुशी प्रकट कर रहे हैं।
बकुलाही पुनरोद्धार अभियान के संयोजक (इस लेखक) ने बीते दिन पूरे क्षेत्र का सघन दौरा करके गौरा में नदी मार्ग में बाधक पाइपों को जनसहयोग से हटवाया। सरायदेवराय व बाबूपुर में कार्य और तेज करने के लिए स्थानीय कार्यकर्ताओं और प्रधानों के साथ रणनीति बनाई गई। बेहतर प्रयास के लिए छतौना के ग्राम प्रधान मनोज कुमार और पूरेतोरई के प्रधान रामपूजन की सराहना भी की गई।
संयोजक ने कहा कि जिलाधिकारी विद्या भूषण की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि मुख्य धारा में बिना किसी बांध के हमलोग इस बरसात में पर्याप्त अमूल्य जल प्राप्त कर सके हैं। हम सालभर इस नदी को सदानीरा रखेंगे, जैसे नदी घटती जाएगी, मुख्य धारा को प्राचीन धारा में मोड़ देंगे। अब इस क्षेत्र में पानी की कोई समस्या नहीं होगी। कमजोर व गरीब तथा हर खासोआम की पहुंच में होगा पानी। इस दौरान प्रमुख रूप से अवर अभियंता आरईएस संजय सिंह, ग्राम प्रधान पूरेतोरई रामपूजन पटेल, छतौना प्रधान मनोज कुमार, बाबूपुर प्रधान शंकर लाल, सरायदेवराय प्रधान मोती लाल, गौरा प्रधान कमलाकांत, ग्राम विकास अधिकारी नरेंद्र दुबे, सच्चिदानंद पांडेय आदि शामिल रहे।
भयहरणनाथ धाम परिसर व धाम के पीछे स्थित प्राचीन शिवगंगा तालाब पर संयुक्त मजिस्ट्रेट संजय कुमार खत्री के निर्देश पर खंड विकास अधिकारी सावित्री देवी के नेतृत्व में ग्राम पंचायत पूरेतोरई द्वारा सघन रूप से वृक्षारोपण किया गया। धाम के महासचिव समाज शेखर, ग्राम प्रधान पूरेतोरई रामपूजन पटेल, ग्राम विकास अधिकारी नरेंद्र दुबे, विभव सिंह आदि ने कुल 80 वृक्षों का रोपण किया। पौधों की देखरेख व प्रबंधन के लिए सच्चिदानंद पांडेय को जिम्मेदारी दी गई। रोपित वृक्षों में जामुन, कंजी, गूलर, शीशम आदि पौधे शामिल हैं।
धाम परिसर में बीते 15 अगस्त से मानस मर्मज्ञ पं. कमलेश नारायण त्रिपाठी द्वारा मानस कथा की मनोहारी संगीतमयी प्रस्तुति होती रही। इससे पूरे परिसर में भक्तिरस की बयार बही। क्षेत्र के तमाम बुद्धिजीवी व प्रबुद्धजनों ने इसमें भाग लिया। इसके आयोजन में भयहरणनाथ धाम क्षेत्रीय विकास संस्थान के उपाध्यक्ष राजनारायण मिश्र व देवी प्रसाद मिश्र ने प्रमुख भूमिका निभाई।
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Post By: pankajbagwan