डेनिडा परियोजना एवं सहभागिता

भारत एवं डेनमार्क सरकार के मध्य मालवा अंचल में पानी के लिए काम करने का अनुबंध 14 मार्च 1997 को हुआ। परियोजना विकास कार्य तीन जिलों धार के बदनावर, झाबुआ के पेटलावद एवं रतलाम विकासखण्ड के चयनित ग्रामों को लिया गया। यह सम्पूर्ण क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है। अधिकांश परिवार गरीबी रेखा से नीचे निवास करते है, कृषि एवं पशुपालन मुख्य व्यवसाय है।

डेनिडा जलग्रहण परियोजना में जनभागीदारी को विशेष महत्व प्रदाय किया गया है। इसी उद्देश्य से स्वैच्छिक संगठनों को भी योजना क्रियान्वयन में बराबर का अवसर प्रदाय किया गया है। परियोजना में तकनीकी कार्य को संपादित करने के लिये शासकीय विभाग अपनी भूमिका निभा रहा है। वहीं कार्य संपादन में जनभागीदारी को सुनिश्चित करने, योजना निर्माण में ग्रामीणों की भागीदारी एवं जन जागृति कार्य स्वैच्छिक संगठन अपने कंधों पर उठाये हुए हैं। जो एक अनूठा प्रयास है।

डेनिडा जलग्रहण परियोजना क्षेत्र के किसी ग्राम में परियोजना कार्य को प्रारंभ में स्वैच्छिक संगठन प्रथम वर्ष में जनजागृति कार्यक्रम करता है। जनजागृति कार्यक्रम नुक्कड नाटकों, वीडियो शो, उचित जलग्रहण मॉडलों के भ्रमण, प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामसभाओं एवं बैठकों के माध्यम से किया जाता है। जब ग्राम में मजबूत संस्थाओं का निर्माण स्वैच्छिक संगठन करता लेता है, (ग्राम स्तरीय संस्थाओं में जलग्रहण विकास समिति, उपयोगकर्ता दल एवं स्वंयसहायता समूह मुख्यतः हैं) तब शासकीय विभाग अपने तकनीकी मार्गदर्शन द्वारा जलग्रहण विकास समितियों के माध्यम से कार्य का संपादन करता है, और स्वैच्छिक संगठन ग्राम स्तरीय संस्थाओं के कार्यक्षमता वृद्धि पर अपना ध्यान केन्द्रित करता है।

जनसहभागिता आधारित डेनिडा जलग्रहण क्षेत्र विकास कार्यक्रम में ग्रामीणों को केन्द्रीय भूमिका प्रदाय की गई है। जन सहभागिता पर आधारित होने के कारण कार्यक्रम के स्वरूप निर्धारण से लेकर स्वीकृति कार्ययोजना का क्रियान्वयन एवं रखरखाव की जिम्मेदारी ग्रामीण समुदाय की है। कार्यक्रम से ग्रामीणों को जोड़ने के लिये संस्थागत ढांचा बनाकर उन्हें भूमिका एवं दायित्व दिये गये हैं। डेनिडा जलग्रहण परियोजना कार्यक्रम की कार्ययोजना बनाते समय सम्पूर्ण ग्रामीण समाज को उनकी आवश्यकता एवं संसाधनों की उपलब्धता के विषय में सोच विचार करते है, तथा स्वीकृत कार्य योजना का निर्माण करते हैं। जिसमें महिला भागीदारी भी सुनिश्चित रहती है।

किसी भी परियोजना की सफलता जनभागीदारी पर आधारित है। परियोजना में सामुदायिक गतिविधियों के माध्यम से जन सहभागिता बढ़ रही है। परियोजना ग्रामीणों में हम की भावना का विकास कर रही है, तथा स्वंयसहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को भी आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणों के साथ, ग्रामीणों के लिए तथा ग्रामीणों द्वारा सम्पादित की जा रही परियोजना विकास कार्य की ओर अग्रसर है।

डेविड गाँधी जलपरियोजनाओं पर काफी कार्य किए। आपका विशेष कार्य क्षेत्र महाराष्ट्र रहा है। आप मप्र डेनिडा जलग्रहण प्रोजेक्ट के सलाहकार हैं।
Path Alias

/articles/daenaidaa-paraiyaojanaa-evan-sahabhaagaitaa

Post By: admin
×