A collective impact effort, the first of its type in India that provides informal waste pickers a chance to live safe and dignified lives, with particular emphasis on gender and equity.
This study found that the sanitary quality of neighbourhood drains, in addition to toilets, affected sanitation and hygiene and incidences of ill-health in rural households.
Posted on 19 Aug, 2014 01:12 AMभारत सरकार की ओर से हर नागरिक को शुद्ध पेयजल एवं स्वच्छ वातावरण मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन यह कोशिश तभी परवान चढ़ पाएगी जब आम आदमी इसमें सहयोग करे। शुद्ध पानी को निरंतर हासिल करने के लिए हमें परंपरागत जल स्रोतों को भी शुद्ध रखना होगा। यदि परंपरागत जलस्रोतों को भुला दिया गया तो आने वाले समय में दोहरी चुनौतियों से जूझना होगा क्योंकि भारत में 60 फीसदी से ज्यादा बीमारियां अशुद्ध पानी
Posted on 16 Aug, 2014 10:44 PM15 अगस्त 2014 अथवा इस माह के ही किसी भी दिन निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत स्वच्छता पर विशेष ग्रामसभा आयोजित करने का आग्रह पेयजल एवं स्वच्छता विभाग तथा पंचायती राज विभाग, झारखंड सरकार की ओर से किया गया है।
Posted on 07 Aug, 2014 03:13 PMबक्सर जिले में स्वच्छता व पेयजल के लिए करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद लोगों को स्वच्छता व स्वच्छ पेयजल नहीं मिल रहा हैं। वहीं शौचालय बनाने के लिये प्रत्येक पंचायत के विभिन्न गांवों में होड़ लगी है, लेकिन सच्चाई कुछ और ही हैं। ‘हर घर का बस एक ही नारा, शुद्घ जल एवं शौचालय हमारा’ के स्लोगन के साथ जिला जल एवं स्वच्छता अभियान समिति ने जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया। इसके लिए ब्रह्मपुर, चक्की, सिमरी, ना
Posted on 03 Aug, 2014 09:56 AMमहिलाओं के लिए खुले में शौच तो और भी अधिक भयावह है। शौचालय न होने की वजह से उन्हें अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ये समस्याएं सीधे तौर पर उनकी सुरक्षा से जुड़ी हुई हैं। आंकड़ों की पोटली टटोलने पर यह ज्ञात होता है कि खुले में शौच के दौरान 30 प्रतिशत महिलाओं को विभिन्न उत्पीड़नों का शिकार होना पड़ता है। यह भारत के लिए सिर्फ शर्म की बात नहीं है बल्कि एक तरह से बहुत बड़ा कलंक भी है
Posted on 01 Jul, 2014 09:45 AMमानवाधिकार आयोग ने भेजे हैं नोटिस
नई दिल्ली। देश में 62 करोड़ भारतीयों के खुले में शौच जाने तथा बाहर शौचालय के लिए जाते समय 30 प्रतिशत महिलाओं के यौन हमले का शिकार बनने की खबरों से चिंतित राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने आज नोटिस जारी किए तथा केन्द्र, राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों से देश में शौचालयों के अभाव पर रिपोर्ट तलब की।
Posted on 17 Jun, 2014 01:05 PMखुले में शौच और स्वच्छता को लेकर आइआइटी दिल्ली एवं यूनिसेफ द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर एक दिवसीय गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया। नयी दिल्ली के आइआइटी कैंपस में आयोजित इस सम्मेलन में केंद्र सरकार, स्वच्छता क्षेत्र की विभिन्न एजेंसियों, ग्रास रूट पर काम कर रही स्वयं सेवी संस्थाओं, तकनीकी संस्थानों, मीडिया और बुद्धिजीवी वर्ग के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन में निर्मल भारत के लक्ष्य को प्राप्त