शहरी जल

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August 10, 2024 While citizens need to play their part to prevent diseases such as Zika, municipal bodies/urban area authorities need to pull their socks up and set right the poor governance mechanisms that are slowly turning cities into hotbeds of diseases, filth and mismanagement.
The Aedes aegypti mosquito, the culprit for causing Zika (Source: Wikimedia Commons)
July 28, 2024 The budget allocation for the Department of Drinking Water and Sanitation reflects a steady upward trajectory, underscoring the importance of scaling financial commitments to meet the growing demands of the WASH sector.
Child drinking water from handpump in Guna, Madhya Pradesh (Image: Anil Gulati, India Water Portal Flickr)
March 15, 2024 A study by CEEW study indexes 503 urban local bodies from 10 states with a treated used water reuse policy. Haryana, Karnataka, Punjab are ahead in used water management in India.
Yelahanka water treatment plant (Image: India Water Portal Flickr)
February 5, 2024 Navigating sustainable development in the wake of legal battles and environmental challenges
The heavy rains and landslides in 2023 have highlighted the city's inability to bear the burden of additional population (Image: Vincent Desjardins; CC BY 2.0 DEED)
December 12, 2023 This book is a valuable resource for everyone concerned with the changing water situation in the country, and the potential of new technologies for sustainable use of water.
A sewage treatment plant at Bangalore, Jakkur for managing urban water sustainably. Image for representation purposes only. (Image Source: IWP Flickr photos)
October 20, 2023 A holistic approach to Water, Sanitation, and Hygiene (WASH) initiatives
Shantilata uses a cloth to filter out the high iron content in the salty water, filled from a hand pump, in the village Sitapur on the outskirts of Bhadrak, Bhubaneshwar, Odisha (Image: WaterAid/ Anindito Mukherjee)
संदर्भ शहरी बाढ़: काश! दिल्ली बारिश को जी भर के जी पाए
जब तक हम पुराने बुनियादी ढांचे की बढ़ते शहरीकरण और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए उन्नत और आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर बल नहीं देंगे तब तक प्रत्येक वर्ष इन समस्याओं से जूझते रहेंगे। यह समस्या अचानक से नहीं आती‚ हमें इसके आने की सूचना होती है। पूर्व की गलतियों से सीखने के मौके होते हैं। Posted on 20 Jul, 2024 09:09 AM

सिनेमा ने बरसात को बहुत ही रोमांटिक तौर पर चित्रित किया है। कई लोकप्रिय और मधुर गानों से फिल्मों में बरसात के मौसम को दिखलाया गया है। साहित्य ने भी बारिश को प्रेम और रोमांस से जोड़ा है। मानसून में बारिश का आना स्वाभाविक चक्र है‚ और इन तमाम प्रसंगों के बीच जब बारिश का मौसम आता है तो देश की राजधानी दिल्ली के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। कोई समस्या जब बार–बार दोहराने लगे तो इसका मतलब है कि हम समस्या क

शहरों में बाढ़ अब हर साल की समस्या
बढ़ते शहर से भी बढ़ रही है बाढ़
बारिश होती है तो देश के बड़े–बड़े शहर त्राहिमाम कर उठते हैं। जलभराव से शहरों की सड़कें ताल–तलैया बन जाती हैं। आखिर‚ क्यों हो रही है यह समस्याॽ पानी के संवर्धन और निकास पर क्या किया जाएॽ दीपिंदर कपूर‚ डायरेक्टर‚ वाटर प्रोग्राम‚ सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट‚ दिल्ली से अनिरुद्ध गौड़‚ वरिष्ठ पत्रकार ने बातचीत की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंशः Posted on 12 Jul, 2024 09:18 AM

■ शहरों में हल्की बारिश भी होती है तो शहरों में जलभराव की समस्या का सामना क्यों करना पड़ जाता है?

देश के बड़े और छोटे शहरों में कोई बेहतर जल प्रबंधन की व्यवस्था नहीं है। बारिश के दिनों में इससे एक तो हम पानी का संरक्षण नहीं कर पाते हैं, दूसरा जलभराव और बाढ़ की समस्या खड़ी रहती है। जमीनी हकीकत तो यह है कि इस पर कोई ध्यान नहीं है कि पानी का संरक्षण कहां और कैसे किया जाए। दिल्ली की ही बा

शहरी बाढ़
बेंगलुरु का गला सूखा, दुबई में बाढ़ : सबक क्या है
वर्तमान में जिस प्रकार झीलों का शहर बेंगलूरू जल बिना तड़प रहा है, तो दूसरी ओर रेगिस्तान में स्थित दुबई और ओमान जल की अधिकता से डूबते दिखे, उससे स्पष्ट है कि प्रकृति में जल तत्व का संतुलन बिगड़ रहा है। Posted on 25 May, 2024 01:11 PM

लोकनायक तुलसीदास जी ने अपने महान ग्रंथ 'रामचरितमानस' में लिखा है 'क्षिति, जल, पावक, गगन, समीरा। पंच तत्व मिलि रचा शरीरा।' स्पष्ट है कि बिना जल के शरीर की रचना संभव नहीं है। जब रचना ही संभव नहीं है तो जीवन का तो प्रश्न ही नहीं उठता। इसीलिए जल को जीवन कहा जाता है। जल मनुष्य ही नहीं अपितु समस्त जीव जन्तुओं एवं वनस्पतियों के लिये एक जीवनदायी तत्व है। इस संसार की कल्पना जल के बिना नहीं की जा सकती है

जलसंकट का दौर
जल गुणवत्ता जीवन के अस्तित्व का एक महत्वपूर्ण पहलू
जल प्रदूषण के लिए प्राथमिक कारण जल का अत्यधिक दोहन है जिसने जल प्रदूषण को काफी हद तक बढ़ाया है। पानी की गुणवत्ता संदूषण के विभिन्न कारणों से प्रभावित होती है, जिसमें शहरी और औद्योगिक अपशिष्टों की निकासी और खेतों से जल का बहना शामिल है नये अपशिष्ट पदार्थ इसी तरह जलमार्गों और झीलों में घुल जाते हैं। इस तरह के प्रदूषण मानव जीवन में प्राकृतिक तरीके से प्रवेश कर प्रभावित करते हैं और तब तक एकत्रित होते हैं जब तक कि वे खतरनाक स्तर तक नहीं पहुंच जाते जल प्रदूषण जलीय जीवों और कशेरुकियों की मृत्यु का भी कारण बनते हैं। Posted on 08 Apr, 2023 12:04 PM

 

 " पृथ्वी, वायु, भूमि और जल हमारे पूर्वजों से विरासत में नहीं हैं बल्कि हमारे बच्चों से हम पर ऋण हैं। इसलिए हम उन्हें उसी तरह से सौंपना होगा, जैसा हमें सौंपा गया था।" गांधी  

जल गुणवत्ता जीवन के अस्तित्व का एक महत्वपूर्ण पहलू,Pc-krishi alert
एनजीटी ने मसूरी झील के व्यावसायिक प्रयोग पर लगाई रोक
एनजीटी ने मसूरी झील के पानी के व्यावसायिक प्रयोग पर रोक लगा दी है साथ ही समिति को दो महीने के अंदर एक विस्तृतअनुपालन रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है और अगली सुनवाई 3 अप्रैल को तय की गई है। Posted on 08 Feb, 2023 12:22 PM

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने होटलों द्वारा मसूरी झील से अवैध रूप से पानी निकालने पर नाराजगी जताई है और उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीसीबी) और जिला मजिस्ट्रेट को टैंकरों के माध्यम से व्यावसायिक उपयोग के लिए झील के पानी की आपूर्ति बंद करने का आदेश दिया है। ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पहले झील से पानी की अनियमित निकासी के प्रतिकूल प्रभाव का आकलन करने के लिए एक समिति का गठन किया था क्योंकि माना जा रहा

मसूरी झील, (PC- holidify)
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