शोध पत्र

Term Path Alias

/sub-categories/research-papers

पंचायत समिति घाटोल की भूजल स्थिति
Posted on 16 Nov, 2015 10:59 AM
पंचायत समिति, घाटोल (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
पंचायत समिति गढ़ी की भूजल स्थिति
Posted on 16 Nov, 2015 10:58 AM
पंचायत समिति, गढ़ी (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
पंचायत समिति छोटी सरवन की भूजल स्थिति
Posted on 16 Nov, 2015 10:56 AM
पंचायत समिति, छोटी सरवन (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
पंचायत समिति बागीदौरा की भूजल स्थिति
Posted on 15 Nov, 2015 04:18 PM
पंचायत समिति, बागीदौरा (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
पंचायत समिति आनन्दपुरी की भूजल स्थिति
Posted on 15 Nov, 2015 04:16 PM
पंचायत समिति, आनन्दपुरी (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
पंचायत समिति छीपाबडौद की भूजल स्थिति
Posted on 15 Nov, 2015 04:09 PM
पंचायत समिति, छीपाबडौद (जिला बांरा) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांरा जिले में 497 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 495 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति अटरू की भूजल स्थिति
Posted on 15 Nov, 2015 04:08 PM
पंचायत समिति, अटरू (जिला बांरा) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांरा जिले में 497 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 495 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति बांरा की भूजल स्थिति
Posted on 15 Nov, 2015 04:06 PM
पंचायत समिति, बांरा (जिला बांरा) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांरा जिले में 497 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 495 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति उदयपुर वाटी की भूजल स्थिति
Posted on 15 Nov, 2015 01:34 PM
पंचायत समिति, उदयपुर वाटी (जिला झुंझुनू) अतिदोहित श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा झुंझुनू जिले में 3235 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 2519 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
पंचायत समिति सूरजगढ़ की भूजल स्थिति
Posted on 15 Nov, 2015 01:32 PM
पंचायत समिति, सूरजगढ़ (जिला झुंझुनू) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत

हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा झुंझुनू जिले में 3235 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 2519 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
×