शोध पत्र

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वाटर डाटा टू लाइफ़
Posted on 27 Jun, 2009 01:21 PM
गूगल की नई क्रांतिकारी पेशकश
जयपुर का पानी
Posted on 26 Jun, 2009 10:03 AM
पानी का अगला घूँट पीने से पहले थोड़ा रुकिये, क्या आप आश्वस्त हैं कि यह पानी पीने के लिये सुरक्षित है?
खतरे के दौर से गुजर रहीं बडी नदियां
Posted on 25 Apr, 2009 07:44 PM
वैश्विक धारा के प्रवाह को लेकर हुए एक व्यापक अध्ययन के अनुसार दुनिया के सर्वाधिक आबादी वाले कुछ क्षेत्रों में नदियां अपना पानी खो रहीं हैं. अमेरिका के नेशनल सेंटर फॉर एटमॉस्फेयरिक रिसर्च के वैज्ञानिकों के नेतृत्व हुए इस अध्ययन के मुताबिक कई मामलों में प्रवाह के कम होने की वजह जलवायु परिवर्तन से जुड़ी हुई है.
नए ज्ञान संसाधन : नाइट्रेट और कैंसर
Posted on 20 Apr, 2009 10:43 AM
फ्लोराइड और आर्सेनिक के बाद नाइट्रेट/नाइट्राइट प्रदूषण भारत के लिए आज एक गंभीर समस्या का रूप ले चुका है। यह प्रदूषण मुख्यत: मनुष्यों के लिए प्रयुक्त होने वाले जल के साथ उर्वरकों और नालों में बहने वाले दूषित जल के मिश्रण से होता है। नए शोध से पता चला है कि नाइट्रेट/नाइट्राइट प्रदूषण मनुष्यों के स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचाता है और इससे कैंसर तक हो सकता है।
जलवायु परिवर्तन का जल संसाधनों पर प्रभाव
Posted on 06 Jan, 2009 12:23 PM जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन का क्या प्रभाव पड़ेगा इस मुद्दे पर केन्द्रीय जल आयोग और राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान के संयुक्त संयोजन तथा जल संसाधन मंत्रालय के मार्गदर्शन में तैयार की गई यह रिपोर्ट भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई पहली आधिकारिक रिपोर्ट है। जलवायु परिवर्तन का जल संसाधनों, ग्लेशियरों और बर्फ पिघलनें, नदी व्यवस्था के अपवाह और भूजल में उनके योगदान पर प्रभाव आदि पर विस्तृत फील्ड डाटा इ
पर्यावरण सुरक्षा
Posted on 19 Sep, 2008 02:28 PM

सहस्त्राब्दि विकास लक्ष्यों में संभवत: यह सबसे मुश्किल लक्ष्य है क्योंकि यह मुद्दा इतना सरल नहीं है, जितना दिखता है। टिकाऊ पर्यावरण के बारे में जिस अवधारणा के साथ लक्ष्य सुनिश्चित किया गया है, सिर्फ उस अवधारणा के अनुकूल परिस्थितियां ही तय सीमा में तैयार हो जाए, तो उपलब्धि ही मानी जाएगी।

environment
यादगार बने द्वीप
Posted on 19 Sep, 2008 11:56 AM

सुन्दरवन डेल्टा जो अपने शीतल जल और मनोरम वातावरण के लिए याद किया जाता था, आज वहां की धरती और पानी दोनों ही इतने अधिक गर्म हो गए हैं जितना पहले कभी नहीं हुए। द्वीपों से घिरे एक ऐसे ही अशान्त समुद्र का दर्द बयां कर रहे है मिहिर श्रीवास्तव/ सुन्दरवन डेल्टा के दक्षिण-पश्चिम में एक द्वीप है मौसिमी। इसी द्वीप की गोद में बसा है बालिहार गांव। इस गांव में रहने वाल

जलसंरक्षण ने बदली गांव की तस्वीर
Posted on 16 Sep, 2008 04:27 PM

जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर दूदू से 25 किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान के सूखाग्रस्त इलाके का एक गांव है - लापोड़िया। यह गांव ग्रामवासियों के सामूहिक प्रयास की बदौलत आशा की किरणें बिखेर रहा है। इसने अपने वर्षों से बंजर पड़े भू-भाग को तीन तालाबों (देव सागर, फूल सागर और अन्न सागर) के निर्माण से जल-संरक्षण, भूमि-संरक्षण और गौ-संरक्षण का अनूठा प्रयोग किया है। इतना ही नहीं, ग्रामवासियों ने अपनी सामूहिक

तालाब
यमुना को जीवनदान देगा एफआरआई
Posted on 14 Sep, 2008 08:35 AM

देहरादून। राजधानी दिल्ली में लगभग मृतप्राय हो गई गंगा-जमुनी तहजीब की प्रतीक यमुना नदी को भारतीय वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) के वैज्ञानिक जीवनदान देंगे। एफआरआई ने यमुना को प्रदूषण मुक्त करने की एक योजना दिल्ली विकास प्राधिकरण को भेजी है।

इसके तहत सबसे पहले राजघाट के निकट यमुना के पानी को जैविक तरीके से साफ किया जाएगा।

यमुना
शौच को शुचिता से जोड़ने की मुहिम
Posted on 11 Sep, 2008 05:04 PM

आजाद भारत का जो सपना लोगों ने गुना-बुना था, वह पूरा न हो सका। कई आकांक्षाएं अधूरी रह गईं और कितनी पैदा होने से पहले ही खत्म हो गईं। इस बात पर बहस हो सकती है। जिसमें प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से राजनैतिक पार्टियां जिम्मेदार ठहराई जाएंगी। लेकिन भारतीय समाज तमाम राजनैतिक बुराईयों के बावजूद नियमित गति से आगे बढ़ रहा है। इसकी वजह केवल एक है, वह है यहां के समाज में होने वाला सार्थक प्रयास। इसके बल पर

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