समाचार और आलेख

Term Path Alias

/sub-categories/news-and-articles

तो लो निकल ही गया रास्ता बीच गंगा से
Posted on 24 Mar, 2012 02:08 PM

इनका संकल्प है कि वह बचें न बचें, गंगा बचनी चहिए।
उनकी चाहत है कि गंगा बचे न बचे, गंगापुत्र बचने चाहिए।
इनका संकल्प है कि वह कहते-कहते हार गये। अब कोई रास्ता नहीं।
तपस्या ही गंगा को धरा पर लाई थी। अब तपस्या ही गंगा का सत् वापस लौटायेगी।

उनका कहना है कि रास्ता है.... बीच का रास्ता।
इनकी तपस्या भी रह जायेगी, उनकी टेक भी।
......तो लो निकल गया बीच का रास्ता। गंगा, गंगापुत्र और गंगा को राष्ट्रीय नदी बनाने वाली सरकार के बीच बन गया एक और पुल। मिल गई राहत। दोनों को थोड़ी-थोड़ी।

उन्होंने एक बैठक दी। बैठक का आमंत्रण दिया। बैठक में एजेंडे पर चर्चा की गारंटी दी। इन्होंने भी तपस्या जारी रहने की गारंटी दी।
इससे पहले कि यह तरल ग्रहण करें, उससे पहले ही बनारस में जल छोङ दिया दूसरे तपस्वी गंगाप्रेमी भिक्षु ने। जीते जी हो गया झंडा बदल।
सरकार को इन्होंने दिखा दिया एकमत का आइना। सरकार ने भी इन्हें दिखा दी थोड़ी सी संवेदना। गंगा अभी भी वहीं की वहीं हैं।
तपस्या चालू आहे; सरकार भी.....

ganga premi bhikshu ji
टूर फॉर वाटर में बच्चों ने देखे ऐतिहासिक जलस्रोत
Posted on 23 Mar, 2012 05:41 PM नीर फाउंडेशन, मेरठ व इंडिया वाटर पार्टनर्शिप, नई दिल्ली द्वारा विश्व जल दिवस दिवस को विश्व जल वीक के रूप में मनाया जा रहा है। इसमें 22 से 24 मार्च, 2012 तक प्रत्येक दिन जल संरक्षण संबंधी विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की जानी हैं।
नीर फाउंडेशन के निदेशक रमन त्यागी बच्चों को ऐतिहासिक जलस्रोत के बारे में बताते हुए
स्वामी ज्ञानस्वरूप को हार्ट अटैक के बाद एम्स में भर्ती
Posted on 20 Mar, 2012 09:59 AM नई दिल्ली। गंगा को निर्मल-अविरल बनाने के लिए आंदोलनरत स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद सोमवार को भी विरोध करते रहे और उन्हें जबरन बीएचयू से दिल्ली के एम्स में शिफ्ट कर दिया गया। एयर एंबुलेंस से भेजे गए स्वामी सानंद के स्वास्थ्य के बारे में फिलहाल डॉक्टरों ने कुछ कहने से इंकार कर दिया है। खबर मिलने पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भी एम्स जाकर स्वामी सानंद से मुलाकात की। अपना समर्थन जाहिर करते हुए कहा-
हार्ट अटैक के बाद एम्स में भर्ती स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद
नदी जोड़ पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण : के.एन. गोविन्दाचार्य
Posted on 13 Mar, 2012 09:50 AM देश भर की नदियों को जोड़ने का विकल्प एक दिवास्वप्न है। नदी जोड़ का यह प्रकल्प अत्यधिक खर्चीला और देश को दिवालियापन के कगार पर ले जाने वाला है, इसके सस्ते, प्रभावी, अनुभूत और लाभदायी विकल्प मौजूद होने के कारण यह अव्यवहारिक और अयथार्थवादी है। नदी जोड़ का अखिल भारतीय प्रकल्प प्रकृति के साथ खिलवाड़ है और पर्यावरण के लिए खतरनाक है। नदियां केवल मनुष्य के लिए जल का साधन है। यह मान लेना अपरिपक्वता का लक्ष
के.एन. गोविन्दाचार्य
रवि चोपड़ा और राजेन्द्र सिंह का गंगा प्राधिकरण से इस्तीफा
Posted on 11 Mar, 2012 10:08 AM जल संरक्षण विशेषज्ञ राजेन्द्र सिंह और दो अन्य लोगों ने राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण (एनजीआरबीए) से शनिवार को इस्तीफा दे दिया। तीनों लोगों ने गंगा नदी के प्रति सरकार की अनदेखी के विरोधस्वरूप प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाले एनजीआरबीए से इस्तीफा दे दिया। मैगसेसे पुरस्कार विजेता राजेन्द्र सिंह के साथ गंगा प्राधिकरण के दो अन्य सदस्यों रवि चोपड़ा और आर एच सिद्दिकी ने भी गंगा नदी की सफाई पर जोर देने के लिए पर्यावरणविद जी डी अग्रवाल के आमरण अनशन के समर्थन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपना इस्तीफा भेज दिया।

राजेन्द्र सिंह ने कहा कि जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल के साथ हुई बैठक के बाद इस्तीफा भेजा गया। इसमें अग्रवाल के विरोध के विषय में उन्हें आवगत कराया गया। अग्रवाल ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि गंगा का स्वच्छ एवं निर्बाध प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए जोर देने के वास्ते वह अपने आमरण अनशन के अंतिम दौर में जल ग्रहण नहीं करेंगे। चोपड़ा देहरादून स्थित पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट में निदेशक है, वहीं सिद्दिकी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं।
उत्तर प्रदेश में भूजल संरक्षण आदेश बहुतेरे: सिर्फ पालन हो
Posted on 05 Mar, 2012 05:02 PM

इलाका चाहे गंगा-यमुना के दोआब का दावा करने वाला पश्चिमी व ब्रज क्षेत्र हो या छोटी-छोटी नदियों के कारण समृद्ध रहा पूर्वी उत्तर प्रदेश। बुंदेलखण्ड के झांसी, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट से लेकर फर्रुखाबाद, हरदोई और पीलीभीत तक। और तो और गोरखपुर की तराई में भी पानी पर चर्चा होने लगी है। परिदृश्य पर निगाह डालें, तो उत्तर प्रदेश में नित नये इलाके भूजल की कमी के नये शिकार बन रहे हैं। कुओं में झांकने पर दि

groundwater
विलुप्त होने के कगार पर महाभारतकालीन खांडव वन क्षेत्र
Posted on 05 Mar, 2012 10:20 AM

खांडव वन को बचाने के लिए उपाय करना बहुत जरूरी है अन्यथा यह जो थोड़ा बहुत वन बचा है वह भी नष्ट हो जायेगा। इसमें ह

विश्व में प्रतिवर्ष जल की खपत
Posted on 01 Mar, 2012 05:35 PM

जल का एक प्रमुख उपयोग पीने का पानी है। विश्व में जितने भी गर्म देश हैं अथवा गर्म क्षेत्र हैं, वहां गर्मियों में

जीवन शैली का निर्धारक भी है पानी
Posted on 29 Feb, 2012 03:51 PM

आमतौर पर मैदानी इलाकों में पानी का प्रवाह धीमा और नदियों के पाट चौड़ा हो जाते हैं। स्थिर प्रवाह वाले जल स्रोतों

step well
यमुना में गंदगी को लेकर सुप्रीम कोर्ट सख्त
Posted on 28 Feb, 2012 12:19 PM सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा सरकार से यमुना नदी के जल की स्वच्छता और उसे प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए अब तक खर्च हुई रकम का ब्यौरा तलब किया है। शीर्ष अदालत ने तीनों प्रदेश सरकारों से यह भी पूछा है कि लंबे अरसे के बाद भी अभी तक सीवर ट्रीटमेंट प्लांट क्यों नहीं बनाए जा सके हैं।
गंदगी ढोने की साधन बन गई है यमुना
×