उत्तर प्रदेश

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नदियाँ गुस्से में हैं
Posted on 20 Nov, 2009 08:06 AM गोण्डा तथा बहराइच में सरयू तथा घाघरा नदियों के धारा बदलने से दर्जनों गावों के अस्तित्व पर संकट है। नदियों के धारा बदलने का काम प्राय: मानवीय हस्तक्षेप का ही परिणाम होता है। नदियों के रास्ते में रुकावट, उनके आगोर के जंगल खत्म होने, उनके ढांड़ को खनन से समाप्त करने आदि नदियों के गुस्सा के कारण होते हैं।
नदियों का कटान
गांव में मौतें, प्रशासन मना रहा है महोत्सव
Posted on 18 Nov, 2009 09:57 AM रिहंद बांध से लगे लभरी गांव में जहरीले पानी के चलते तेरह साल की सुनीता ने दम तोड़ दिया। लोग परेशान हैं, गांव वाले बेहाल थे तो दूसरी तरफ समूचा प्रशासन सोन महोत्सव में जश्न मना रहा था। और तो और कलेक्टर पंधारी यादव के पास इतनी फुरसत नहीं थी कि वे जश्न छोड़ जहरीले पानी से दम तोड़ रहे बच्चों के परिवार वालों से मिल पाते। जन संघर्ष मोर्चा ने आज इस मुद्दे पर प्रदर्शन कर धरना दिया पर कलेक्टर को ज्ञापन इसलिए नहीं मिल पाया क्योंकि वे सोन महोत्सव में व्यस्त थे। जानने के लिए जान लें कि सोन भी लगभग सूख गयी है
सोनभद्र/लखनऊ, नवंबर। रिहंद बांध के जहरीले पानी से पिछले दो हफ्ते में दो दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत के बाद अब सोनभद्र में आंदोलन शुरू हो गया है। रिहंद बांध के पानी में पहले जहां बिजली घरों का फ्लाई ऐश बहाया जाता था, वहीं अब कनौड़िया केमिकल्स का जहरीला कचरा बहाया जा रहा है। रविवार को रिहंद बांध से लगे लभरी गांव में इसी जहरीले पानी के चलते तेरह साल की सुनीता ने दम तोड़ दिया। लोग परेशान हैं, गांव वाले बेहाल थे तो दूसरी तरफ समूचा प्रशासन सोन महोत्सव में जश्न मना रहा था। और तो और कलेक्टर पंधारी यादव के पास इतनी फुरसत नहीं थी कि वे जश्न छोड़ जहरीले पानी से दम तोड़ रहे बच्चों के परिवार वालों से मिल पाते।
रिहंद बना भोपाल..
Posted on 11 Nov, 2009 01:23 PM

उत्तर प्रदेश का सोनभद्र जनपद! कभी देश का स्विट्जरलैंड कहा जाता था आज वहां एक और भोपाल जन्म ले चुका है, उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा पर स्थित सोनभद्र के कमारी डांड गांव में रिहंद का जहरीला पानी पीकर पिछले १० दिनों में २० जानें गई हैं, वहीं सैकडों लोगों की हालत बेहद गंभीर है, इन मौतों से घबराए हजारों आदिवासी दूसरे इलाकों में पलायन कर गए हैं।

रिहंद
जहर के कारखाने पर जागी सरकार
Posted on 26 Oct, 2009 05:57 PM देश में दूसरा यूनियन कार्बाइड बनते जा रहे सोनभद्र स्थित कनोरिया केमिकल इंडस्ट्रीज को उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बंदी की नोटिस जारी कर दी है। 'इंडिया वाटर पोर्टल' ने लगातार इस मुद्दे के छापा, खबरों को संज्ञान में लेकर बोर्ड द्वारा की गयी जांच में कम्पनी को पर्यावरण कानूनों के उल्लंघन और अपशिष्टों के उचित निस्तारण न किया जाने का दोषी पाया गया है, नोटिस में कहा गया है कि अगर १५ दिन की के
कनोरिया इंडस्ट्रीज
जंगल में घोर अमंगल
Posted on 19 Oct, 2009 08:15 AM
नदियों, पहाडों को नंगा कर अपनी झोली भर रहे खनन माफियाओं का निशाना इस बार देश का गौरव कहे जाने वाले वन्य जीव अभ्यारण्य बने हैं। उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला कैमूर वन्य जीव अभ्यारण्य लुप्त होने के कगार पर है, धन कमाने की हवस में ललितपुर से लेकर सोनभद्र तक फैले समूचे अभ्यारण्य को चर डाला गया है, समूचे सेंचुरी क्षेत्र में जंगलों को नेस्तानाबूद करके बालू का अवैध खनन कराया जा रहा है,
डॉल्फिन बचेगी तब, अगर . . .
Posted on 10 Oct, 2009 08:07 AM
5 अक्टूबर को सम्पन्न गंगा प्राधिकरण की पहली बैठक में जो महत्वपूर्ण निर्णय हुआ वह यह कि गंगा में निवास करनेवाली डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलचर घोषित कर दिया गया. बाघ और मोर के बाद डाल्फिन को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा दिया जाना डाल्फिन को उसकी गरिमा तो दिलाता है लेकिन हकीकत यह है कि देश के नदियों के पवित्र जल में निवास करनेवाली डाल्फिन का अस्तित्व खतरे में है.
Dolphin India
इलाहाबाद : मर रहा है रानी का तालाब!
Posted on 04 Sep, 2009 09:25 AM

देश में जल संरक्षण के नाम पर तमाम योजनाएं चल रही हैं। इन योजनाओं को चलाने में करोड़ों रुपये खर्च भी किए जा रहे हैं। इसी में वॉटर बॉडीज यानि जल संचय के केंद्रों को भी संरक्षित करने का ढिढोरा पीटा जा रहा है। उनके नाम पर करोड़ों रुपये डकारे जा रहे हैं। ये हाल राजधानी से लेकर दूर-दराज इलाके तक में भी देखा जा सकता है।
इटावा में पानी के नाम पर घोटाला
Posted on 25 Aug, 2009 09:45 AM
देश में शुद्ध पानी की विकराल समस्या है। लोगों को हलक तर करने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है परंतु जिन कंधों पर इस समस्या के समाधान की जिम्मेदारी है, वे घोटाले कर सरकारी धन का डकारने में जुटे हैं।
उत्तर प्रदेश में भूगर्भ जल स्तर की स्थिति
Posted on 02 Aug, 2009 04:51 PM

प्रदेश के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में स्थपित 5795 हाइड्रोग्राफ स्टेशन (निरीक्षण कूप एवं पीजोमीटर) पर प्रत्येक वर्ष प्री एवं पोस्ट मानसून सहित कुल 6 बार जल स्तर मापन का कार्य किया जाता है। प्रदेश में विभिन्न स्थलों पर जल स्तर में सामान्यत काफी भिन्नता पायी गयी है और यह जलस्तर 2 मी० से 30 मी० अथवा अधिक गहराई पर भूतल से नीचे निरीक्षित किया जाता रहा है। केन्द्रीय और पूर्वी क्षेत्रों मे जलस्तर म

उत्तर प्रदेश में अब तक 58 जिले सूखाग्रस्त घोषित
Posted on 01 Aug, 2009 07:39 AM
राज्य में अब तक 58 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित किया जा चुका है। इससे पहले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की कांग्रेस इकाई के नेताओं ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलकर सूखे की स्थिति से निपटने के लिए केंद्रीय विकास प्राधिकरण गठित कर विशेष पैकेज की मांग की थी।