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सिवनी जिला
वन का महत्व और वन्य संस्कृति (Essay on Importance of forest and Forest culture in Hindi)
Posted on 06 Aug, 2017 12:00 PMवनस्पति-विहीन प्रकृति और बढ़ता हुआ प्रदूषण। सोचो मेरे वैज्ञानिकों, विचारों मेरे विचारकों,
वन उजाड़ता वन विभाग
Posted on 17 Aug, 2011 03:26 PMइसे दुर्भाग्य के अलावा और क्या कहा जा सकता है कि जिसे वन संभालने का जिम्मा दिया गया था वहीं अप
सिवनी का दलसागर
Posted on 08 Nov, 2009 11:13 AMकभी सिवनी नगर के सौन्दर्य का प्रतीक दलसागर तालाब माना जाता था। जिले की संदर्भ ग्रंथ माने जाने वाली पुस्तक “सिवनी अर्वाचीन एवं प्राचीन” में यह उल्लेख किया गया है कि शहर के मध्य में दलसागर तालाब है जिसे दलसा नामक गौली ने बनवाया था। इसके चारों ओर पक्के घाट बने हैं जिससे तालाब बहुत ही सुन्दर लगता है। घंसौर से पुरानी मूर्तियां लाकर किनारे पर रखवायीं गयीं हैं जो देखने योग्य है।
मर रही हैं नदियां
Posted on 06 Nov, 2009 06:01 PM‘विकास अप्सरा’ के चाहत में नर्मदा जल भोपाल पहुंचाने के लिए लंबी पाईपलाइन योजना और बिजली उत्पादन के नाम पर 183 बांधों की योजना पर काम चल रहा है। यह सब हो रहा है, प्रदेश की चंद बड़ी नदियों के दम पर। लेकिन क्या इन नदियों का पानी बचा रह पायेगा?
सिवनी : खोदे तालाब तो भूजल स्तर को मिला नवजीवन
Posted on 30 Aug, 2024 11:55 AMजिन खेतों के नलकूप का पानी सूख गया था, वहां बने तालाब में संग्रहित वर्षा का पानी खुशहाली लाया है। खाली पड़ी कृषि भूमि में खोदे गए छोटे-छोटे लगभग तीन हजार तालाबों ने मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के खेतों में हरियाली फैला दी है। जल संरक्षण का नया आयाम गढ़ने के साथ ही भूजल स्तर बढ़ा रहे इन तालाबों से स्वरोजगार के रास्ते भी खुल रहे हैं। वर्ष 2024 में 3,419.
रोजगार गारण्टी के सोशल ऑडिट
Posted on 09 Dec, 2014 04:47 PMपिछले दिनों केन्द्रीय ग्रामीण रोजगार मन्त्रालय के निर्देश पर राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान ने मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के कुरई विकासखण्ड में महात्मा गान्धी ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना के तहत हुए कार्यों के सामाजिक अंकेक्षण (सोशल ऑडिट) के लिए विशेष ग्राम सभाएं आयोजित की।फ्लोराइड का जहर बच्चों में विकलांगता
Posted on 02 Aug, 2010 08:34 AM ग्राम बाकोड़ी में हैंडपंप से निकले पानी की किसी ने जांच नहीं की औरऔर मैली हुई नर्मदा
Posted on 28 Aug, 2009 05:00 PMहिंदू पुराणों में शिवपुत्री नर्मदा को गंगा से भी पवित्र नदी माना गया है . जनश्रुति है कि पवित्र नदी गंगा वर्ष में एक बार काली गाय के रूप में नर्मदा में स्नान करने आती है और पवित्र होकर श्वेतवर्णी गाय के रूप में फिर से स्वस्थान लौट जाती है. नर्मदा पुराण में कहा गया है कि नर्मदा के दर्शन मात्र से पापियों के पाप नाश हो जाते है.