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रायसेन जिला
जलवायु और उसके घटक
Posted on 08 Jan, 2018 12:35 PMपृथ्वी के उद्भव से लेकर आज तक इसमें निरन्तर परिवर्तन हो रहा है। परिवर्तन प्रकृति का नियम है। यह कभी तीव्र तो कभी मन्द गति से होता है। कुछ परिवर्तन लाभकारी होते हैं, तो कुछ हानिकारक। स्मरण रहे, मानव पर प्रभाव डालने वाले तत्वों में जलवायु सर्वाधिक प्रभावशाली है, क्योंकि यह पर्यावरण के अन्य कारकों को भी नियंत्रित करता है। सभ्यता के आरम्भ और उद्भव में जहाँ तक आर्थिक विकास का सम्बन्ध रहा है, जलवा
पीना पड़ रहा है फ्लोराइड वाला पानी
Posted on 22 Aug, 2016 04:21 PMआदिवासियों को फ्लोराइडयुक्त पानी से निजात दिलाने के लिये गाँव में कुछ और अन्य स्थानों पर
गोंड आदिवासी: बदला परिवेश और खानपान
Posted on 27 Jul, 2013 02:56 PMआदिवासियों की वनों से बेदखली उन्हें भुखमरी की कगार पर ले आई है। बदले परिवेश में उनका पारंपरिक भोजन भी उनसे छिन गया है। बढ़ती महंगाई ने उनके पेट को जैसे और सिकोड़ दिया है। पीढ़ियों से वनों पर आश्रित समाज को वहां से बाहर “हकालते’’ समय शासन-प्रशासन ने इस बात पर गौर नहीं किया कि वे अंततः खाएंगे क्या? रीतेश पुरोहित गोंड समुदाय की पोषण परंपरा का अध्ययन कर रहे हैं।जलाभिषेक अभियान से मध्य प्रदेश की 130 नदियों को नवजीवन देने की कोशिश
Posted on 28 Apr, 2010 07:12 PMमध्य प्रदेश सरकार के प्रदेशव्यापी जलाभिषेक अभियान के तहत सभी 50 जिलों की लगभग 130 ऐसी नदियों और नालों को चिन्हांकित किया गया है जो कभी अपने स्थान विशेष के जीवन रेखा होती थी और अब वे सूखी हो गयी हैं। इन सभी नदियों को प्रदेश में चल रहे जलाभिषेक अभियान के तहत युद्ध स्तर पर पुनर्जीवित करने का कार्य सामूहिक सहभागिता से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इसकी शुरूआत रतलाम के जामण नदी से की।जल संरक्षण के तरीके सीखे
Posted on 16 Nov, 2009 01:16 PMरायसेन। कन्या महाविद्यालय में आयोजित एक सेमिनार में कॉलेज की छात्राओं ने जल संरक्षण करने के तरीके सीखे। कार्यक्रम में आए विशेषज्ञों ने छात्राओं और उपस्थित जन समूह को जल संरक्षण के साथ इसके महत्व को विस्तार से बताया। राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी संचार परिषद नई दिल्ली तथा मेगपास्ट के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
मध्यप्रदेश में पेयजल
Posted on 15 Aug, 2009 12:52 AM1 - इन्दौर शहर में वर्ष 2006 की गर्मियों में पानी की आपूर्ति के लिये किराये पर लिये गये टेंकरों के एवज में 2 करोड़ रूपये की राशि चुकाई गई थी। नगर निगम ने वर्ष 2007 में अपने 37 टैंकरों के अलावा 130 टैंकर किराये पर लिये थे। इस साल इतनी शिकायतें आईं कि नगर निगम प्रशासन दबाव में आ गया। इसके बावजूद जल संकट दूर नहीं हुआ और 14 मई 2007 को इन्दौर में राजनैतिक दलों और आम लोगों ने प्रशासन का उग्र व