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दुनिया
जोहानेसबर्ग पृथ्वी सम्मेलन था दीर्घकालिक विकास के लिए
Posted on 30 Jul, 2011 01:01 PMदक्षिण अफ्रीका के जोहानेसबर्ग में जो वैश्विक सम्मेलन (डब्ल्यूएसएसडी), 2002 में हुआ था, वह मूल रूप से दीर्घकालिक विकास पर केंद्रित था, हालांकि तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति जार्ज बुश ने उसका बहिष्कार किया था। इसीलिए उसके एजेंडे में ग्लोबल वार्मिंग का मुद्दा उतना अहम नहीं था। इससे भी बड़ी बात यह थी कि अनेक महत्वपूर्ण फैसले कहीं दूर लिए जा रहे थे। चीन और रूस, जो कि दुनिया के दूसरे और तीसरे सबसे बड़े
![पर्यावरण बचाएं](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/environment_5_9.jpg?itok=YzQTA4Aj)
वैश्विक पर्यावरण की सुरक्षा
Posted on 30 Jul, 2011 11:15 AMयदि मानवजनित गतिविधियां अपनी मौजूदा गति से जारी रहीं तो औद्योगिक युग से पहले के मुकाबले औसत वैश्विक तापमान में सात डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो जाएगी। तापमान में यह वृद्धि 15000 साल पहले, आखिरी हिमयुग (आइस एज) के बाद पृथ्वी के तापमान में आई वृद्धि से भी ज्यादा है। उस दौरान पृथ्वी के तापमान में पांच डिग्री का इजाफा हुआ था और वह भी 5000 साल के दरम्यान फिर यह भी कि हिमयुग में तापमान में हुई वृद
![पर्यावरण अब संकट में](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/envoirnment1_5.jpg?itok=Ztmh1Sn2)
भारत, पाकिस्तान, चीन और पानी के पेंच
Posted on 29 Jul, 2011 09:49 AMपानी आज दुनियां का सबसे महत्त्वपूर्ण मुद्दा है। सही बात है कि पानी ही जीवन है। इस वर्ष भारत में एक ऐसी अप्रत्याशित तबाही हुई है जिसका संबंध पानी से है। लेह में बादल फटना पूर्णतः असाधारण घटना थी। जगह-जगह आ रही बाढ़ें पानी का पाठ हमें पढ़ा रही हैं, पानी के उचित प्रबंध की आवश्यकता पर हमारा ध्यान दिला रही है। पानी बचाओं का नारा जरूरी है लेकिन यह काफी नहीं है। पानी का कुप्रबंध चारों तरफ दिखाई दे रहा
![भारत, पाकिस्तान और चीन का जल विवाद](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/indus_river_5.jpg?itok=SaSPAYEp)
ब्रह्मपुत्र नदी पर चीनी बांध
Posted on 28 Jul, 2011 08:38 AMकोलकाताः चीन ने आखिरकार स्वीकार कर लिया है कि वह यारलंग त्सांगपो, जिसे भारत में ब्रह्मपुत्र के नाम से जाना जाता है, पर बांध बना रहा है। वह बांध जल विद्युत परियोजना के तहत बनाया जा रहा है। पिछले कई साल से भारत में इसकी चर्चा हो रही थी। कहा जा रहा था कि चीन ब्रह्मपुत्र पर एक नहीं, बल्कि 5 बांध बना रहा है। चीन इसे मानने को तैयार नहीं था। पर इस बार जब भारत की विदेश मंत्री एस एम कृष्णा चीन के दौरे प
![ब्रह्मपुत्र नदी अब खतरे में](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Brahmaputra-River_5.jpg?itok=816hRoV1)
ब्रह्मपुत्र पर चीन की नजर
Posted on 28 Jul, 2011 08:26 AMदुनिया की सबसे ऊंची नदी ब्रह्मपुत्र इन दिनों सुर्खियों में है। खबर है कि चीन ब्रह्मपुत्र के किनारे जलविद्युत परियोजनाएं स्थापित करने के साथ-साथ बांध बनाकर इसके पानी को मोड़ने की तैयारी कर रहा है। यदि चीन इसमें सफ़ल हुआ तो पूर्वोत्तर भारत और बांग्लादेश में ब्रह्मपुत्र का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है, जहां के लिए यह नदी जीवनरेखा के समान है। पवित्र ब्रह्मपुत्र नदी भारत के लिए आत्मा के समान है। खा
![ब्रह्मपुत्र नदी की हत्या करने की पूरी कोशिश](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/brahmputra_map_1_5.gif?itok=BaqrgrGl)
क्या चीन हमसे ब्रह्मपुत्र छीन लेगा
Posted on 27 Jul, 2011 03:55 PMएक बार फिर खबर आई है कि चीन अपने क्षेत्र में जोर-शोर से ब्रह्मपुत्र नदी की धारा को मोड़कर उत्तर की ओर ले जा रहा है। वर्ष 2006 में गुप्तचर सैटेलाइट के आधार पर अमेरिका ने यह रहस्योद्घाटन किया था कि चीन ब्रह्मपुत्र नदी पर एक बड़ा बांध बनाने जा रहा है। जब भारत सरकार को इस तथ्य का पता चला, तो उसने इसका विरोध किया। अपनी आदत के अनुसार चीन ने उस समय आश्वस्त किया था कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्यों
![ब्रह्मपुत्र नदी](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/brahmaputra-river_5.jpg?itok=jdnnZ5zn)
ब्रह्मपुत्र नदी का जल प्रवाह किस दिशा में जाएगा?
Posted on 27 Jul, 2011 03:14 PMभारत और चीन के बीच संबंधों में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। इस नए विवाद का कारण यह है कि चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर एक नए बांध का निर्माण करने की योजना बनाई है ताकि चीन के उत्तर-पश्चिम में शिंजियांग और तिब्बत के शुष्क क्षेत्रों की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जा सके। अगर चीन इस बांध का निर्माण करेगा तो ज़ाहिर है, कि इस महानदी का जल प्रवाह धीमा पड़ जाएगा जिसके परिणामस्वरूप भारत के पूर्वोत्तर र
![ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध परियोजना पर विवाद](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/brahmaputra_2_5.jpg?itok=a_jDZXoq)
रेत में एक हरी और लंबी दीवार
Posted on 26 Jul, 2011 03:53 PMसहारा के रेतीले विस्तार को रोकने के लिए ग्यारह अ़फ्रीकी देशों द्वारा साढ़े सात हज़ार किलोमीटर लंबी हरी दीवार बनाने की परियोजना पर्यावरण को बचाने की एक बड़ी कोशिश है। उत्तर अफ्रीका के देशों को संयुक्त राष्ट्र की वर्षों पहले दी हुई नसीहत अब याद आने लगी है। कई साल पहले जब संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मरुस्थल सहारा के विस्तार की बाबत अफ्रीकी देशों को चेताया था तो उसकी यह चेतावनी नक्
![अफ्रीका का "द ग्रेट ग्रीन वाल"](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/great_green_wall_5.jpg?itok=iE9-yXki)