दिल्ली

Term Path Alias

/regions/delhi

किसानों की उम्मीदों पर न फिरे बाढ़ का पानी
Posted on 24 Jun, 2018 06:33 PM
बेहतर मानसून की भविष्यवाणी से जहाँ कई किसानों के चेहरे खिल जाते हैं वहीं कुछ किसानों के माथे पर चिन्ता की लकीरें भी दिखाई देने लगी हैं। जी हाँ जिस साल मानसून बेहतर रहता है उस साल फसल अच्छी होने के बावजूद बाढ़ की विभीषिका किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर देती है। अगर आप किसान हैं और चाहते हैं कि आपकी उम्मीदों पर बाढ़ का पानी न फिरे तो आप प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ अवश्य उठाएँ। फसल बीमा
agriculture
गंगापुत्र ने प्राण की आहूति का लिया संकल्प
Posted on 24 Jun, 2018 05:41 PM


गंगा के संरक्षण को लेकर केन्द्र सरकार की नीति और प्रधानमंत्री के रवैये से नाराज चल रहे स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद का अनशन आज तीसरे दिन भी जारी है। स्वामी जी ने 22 जून को हरिद्वार के मातृसदन में आमरण अनशन की शुरुआत की थी। उन्होंने गंगा के पुनरुद्धार के लिये अपने प्राण की आहूति देने का संकल्प भी लिया है।

अनशन के तीसरे दिन में प्रवेश कर जाने के बाद भी अभी तक स्थानीय प्रशासन या केन्द्र सरकार की तरफ से किसी ने स्वामी जी से सम्पर्क नहीं किया है।

स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद
पृथ्वी के पहरेदार
Posted on 23 Jun, 2018 06:20 PM

प्लॉगिंग यानी जंगल में ट्रैकिंग के लिये जाना और ढेर सारी यादों के साथ ही वहाँ पसरे कचरे को भी अपने साथ लाना। इसका चलन भारत में बढ़ रहा है और जैकब चेरियन ने इस तरह का कैम्प और फेसबुक पेज बनाकर कई लोगों को राह दिखाई है…
प्लॉगिंग
बैरी बरखा आ जा रे
Posted on 23 Jun, 2018 05:27 PM

रिमझिम बारिश में भीगा मन बागी हो जाता है। बस में नहीं रहता। कभी बूँदों की लड़ी के सहारे आसमान पर चढ़ जाना चाहता है तो कभी टाइम मशीन में बैठ पीछे छूट चुकी यादों की गलियों में टोह लेने पहुँच जाता है। मानसून की आहट मिलते ही मन एक दफा फिर इस बगावत के लिये मचलने लगा है। रिमझिम बारिश की सीनाजोरी के किस्से सुना रही हैं प्रसिद्ध साहित्यकार ममता कालिया-
चौमासा
हवा में जहर
Posted on 20 Jun, 2018 05:50 PM

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने अपने रीयल टाइम मॉनिटरिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ा दी है। 2010 में जहाँ 10 शहरों में ऐसे स्टेशन थे, वहीं ये अब बढ़कर 50 से अधिक हो गये हैं। इन स्टेशनों से शहरों में हवा की गुणवत्ता की जो तस्वीर उभरकर सामने आ रही है, वह बेहद चिन्ताजनक है। सीपीसीबी 10 बड़े शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स रिपोर्ट प्रतिदिन जारी करता है।
वायु प्रदूषण
स्वच्छता की कसौटी
Posted on 20 Jun, 2018 03:11 PM

भारत को अक्टूबर 2019 तक खुले में शौच से मुक्त करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे बड़ा राजनीतिक वादा था। इस वादे के बाद स्वच्छ भारत मिशन सरकार का सबसे बड़ा कार्यक्रम बनकर उभरा है। सवाल है कि क्या इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है?
सेनिटेशन
अपराध का विस्तार
Posted on 20 Jun, 2018 02:35 PM

भारत में वन्यजीव अपराधों की दर में तेजी से वृद्धि हो रही है। आज पर्यावरणीय अपराधों के मामले इतने अधिक हो गए हैं कि इन मामलों की सुनवाई के लिये आठ साल (2010) पहले राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) का गठन किया गया। देश के 15 राज्यों में 2015-16 वर्ष के दौरान पर्यावरणीय अपराधों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। अकेले 2016 में 4,732 पर्यावरणीय सम्बन्धी अपराध के मामले पंजीकृत किये गये। इनमें
लालच के लिये जीव हत्या
घटते वन
Posted on 20 Jun, 2018 12:30 PM

मार्च 2018 में जारी नेशनल फॉरेस्ट पॉलिसी के ड्राफ्ट के अनुसार, वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों की पारिस्थितिकी और आजीविका सुरक्षा के लिये देश में वनों के तहत कम-से-कम 33 प्रतिशत भूमि होनी चाहिए। हालांकि, आज देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के 21 प्रतिशत से कुछ अधिक क्षेत्र पर वनाच्छादित है। परन्तु वास्तविकता यह है कि देश के 18 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के कुल क्षेत्रफल में वन भूमि की हिस्
वनोन्मूलन
प्रदूषण की मार
Posted on 18 Jun, 2018 02:24 PM

भारत में प्रतिदिन 61,948 मिलियन लीटर शहरी सीवेज उत्पन्न होता है। यह बात केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 2015 की अपनी रिपोर्ट में कही है। लेकिन शहरों में बने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की क्षमता कुल उत्पन्न होने वाले सीवेज का 38 फीसदी ही है। इसका अर्थ है कि इसके बाद का सीवेज बिना उपचार के ही नदियों या अन्य जल निकायों में बहा दिया जाता है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र का सीवेज शामिल नहीं है
जल प्रदूषण
×