दिल्ली

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वर्षा जल संचयन से रोकिए बरसात का पानी
Posted on 13 Apr, 2015 09:10 AM किसी क्षेत्र के ऊपर वर्षा के रूप में प्राप्त कुल जल उस क्षेत्र का
जरूरत है संगठित किसान राजनीति की
Posted on 13 Apr, 2015 08:55 AM किसानों के हित के लिए दीर्घकालिक रूप से प्रभावी नीतियों की जरूरत ह
कुपित हुए किसान
Posted on 12 Apr, 2015 01:32 PM किसान के खून से बने पसीने की सिंचाई से जमीनों पर अमन-चैन के गुलाब
मनरेगा में सामाजिक अंकेक्षण
Posted on 12 Apr, 2015 09:32 AM भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में लघु एवं सीमान्त कृषकों, खेतिहर मजदूरों तथा अन्य श्रमिकों, शिल्पियों व विभिन्न सेवाएँ देने वाले परिवारों का बाहुल्य है। इनमें से अधिकांश परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन कर जैसे-तैसे अपना पेट पालने वाले हैं। बढ़ती हुई ग्रामीण जनसंख्या को रोजगार मुहैया कराने, गरीबी दूर करने, आर्थिक विषमता कम करने एवं बढ़ते शहरीकरण की समस्या का एकमात्र समाधान है गाँवों में रोजगार बढ़ाना।
पेड़-पौधों से स्वास्थ्य
Posted on 11 Apr, 2015 08:01 AM प्राचीन समय से ही भारतीय समाज पेड़-पौधों के माध्यम से विभिन्न रोगों
गंगा को राष्ट्रीय नदी का दर्जा मिलेगा
Posted on 11 Apr, 2015 07:54 AM प्रधानमन्त्री की अध्यक्षता में गंगा कार्य योजना की समीक्षा बैठक मे
संकट में देश का अन्नदाता
Posted on 09 Apr, 2015 08:24 AM इन दिनों बेमौसम बरसात, ओलावृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण देश भर के कई राज्यों से किसानों के मरने की खबरें आ रही हैं। अपनी बर्बाद हुई फसल को देखकर सदमे में कई किसान हृदयाघात के कारण अपनी जान गंवा बैठे, वहीं दूसरी ओर कर्ज में डूबे कई किसान आत्महत्या जैसे गम्भीर कदम उठाने को मजबूर हो गए। किसानों पर टूटे प्राकृतिक कहर के प्रभाव से देश का आम नागरिक भी अछूता नहीं रहने वाला। जिस प्रकार फसलें नष्ट ह
कृषि उपज को भी मिले उचित मूल्य
Posted on 09 Apr, 2015 08:18 AM सरकार अब सिर्फ गेहूँ और धान की ही खरीद करती है। इस मामले में अन्य
जंगल-जंगल बात चली है
Posted on 08 Apr, 2015 12:04 PM रहस्यों से भरे हैं भारत के जंगल। जंगल में रहना बहुत ही रोमांचक और खतरों से भरा है। भारत कई प्रकार के जंगली जीवों का, अनेक पेड़-पौधों और पशु-पक्षियों का घर है। घने जंगल और ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों के कारण यह देश धरती का सबसे सुन्दर स्थान है। तप और ध्यान करने के लिए प्राचीनकाल में भारत सबसे उपयुक्त स्थान हुआ करता था। भारत के मध्य में स्थित ‘दण्डकारण्य’ में हजारों ऋषियों के आश्रम थे और यहाँ दुनिया की सबसे
कथा बाँस की पवन चक्की की : असम के नवाचार का उपयोग गुजरात में
Posted on 07 Apr, 2015 10:10 AM असम के दो भाइयों की अनोखी कहानी दी जा रही है। इन दोनों ने अपनी प्र
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