दिल्ली

Term Path Alias

/regions/delhi

करे हाहाकार नि:शब्द सदा
Posted on 16 May, 2015 12:33 PM

राजनीतिक कारणों से कलकत्ता और हावड़ा की आर्थिक स्थितियाँ बदलने लगीं। इसी प्रकार धीरे-धीरे गंगा

दामोदर नदी नहीं हो प्रदूषित
Posted on 16 May, 2015 10:16 AM

भारत सरकार के कोयला एवं ऊर्जा मन्त्री पीयूष गोयल ने दामोदर वैली कारपोरेशन तथा कोल इण्डिया की कम्पनियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि तीन माह के भीतर वे सुनिश्चित करें कि उनकी गतिविधियों से दामोदर नदी एवं इसकी सहायक नदियों का प्रदूषण नहीं होगा। उन्होंने आदेश दिया कि छाई और स्लरी युक्त पानी की एक बूँद भी दामोदर में नहीं गिरे बल्कि इसे बन्द परिपथ में रखकर इसका विविध उपयोग किया जाये।

केन्द्रीय मन्त्री ने कहा कि 3 माह बाद वे केन्द्रीय उपक्रमों द्वारा दामोदर नदी को प्रदूषण से बचाने के लिये किये गए उपायों की समीक्षा करेंगे। उन्होने आदेश दिया कि इस बीच होने वाली प्रगति से कम्पनियाँ उन्हें और झारखण्ड सरकार के मन्त्री सरयू राय को अवगत कराती रहेंगी। केन्द्रीय मन्त्री ने दामोदर नदी को प्रदूषण मुक्त करने के विषय पर एक बैठक नई दिल्ली के श्रमशक्ति भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में की।

meeting on Damodar river
उखड़ती साँसें
Posted on 14 May, 2015 03:20 PM

संसाधनों को शहरों तक सीमित रखने की चिन्ता को छोड़ कर अगर छोटे कस्बों और गाँवों में विकास किया

गर्मी में पानी को बनाएँ अपना फेवरेट दोस्त
Posted on 12 May, 2015 12:02 PM गर्मियों की शुरुआत के साथ ही पानी में सबसे ज्यादा परेशान करने वाला और साथ ही साथ राहत देने वाला एक ही नाम है - ‘पानी’। गर्मियों के दिनों में पानी को कैसे अपना फेवरेट दोस्त बनाएँ। इसी विषय पर शरीर और सेहत से जुड़ी कोशिश।

क्यों पीते हैं हम पानी

भूले नहीं कि एक माँ गंगा भी है
Posted on 11 May, 2015 12:03 PM

लोग कहते हैं कि भारतीय संस्कृति, अप्रतिम है। किन्तु क्या इसके वर्तमान को हम अप्रतिम कह सकते हैं? माँ और सन्तान का रिश्ता, हर पल स्नेह और सुरक्षा के साथ जिया जाने वाला रिश्ता है। क्या आज हम इस रिश्ते को हर पल स्नेह और साझी सुरक्षा के साथ जी रहे हैं?

इस स्नेहिल रिश्ते के बीच के अनौपचारिक बन्धन को प्रगाढ़ करना तो दूर, हम इस रिश्ते के औपचारिक दायित्व की पूर्ति से भी भागते हुए दिखाई नहीं दे रहे? बेटियों के पास तो माँ के लिये हर पल समय है; किन्तु हम बेटों के पास दायित्व से दूर भागने के लिये लाख बहाने हैं।

कभी-कभी मुझे खुद अपराध बोध होता है कि माँ, मेरी भी प्राथमिकता सूची में ही नहीं है; न जन्म देने वाली माँ और न पालने-पोषने में सहायक बनने वाली हमारी अन्य माताएँ।

maa ganga
पानी, पुण्य और बाजार
Posted on 11 May, 2015 10:07 AM पानी और उसके भविष्य के संकट को जिस दूर-दृष्टि से रहीम दास ने देखा, उतना तो आज की व्यवस्था और समाज भी नहीं देख पा रहा है। रहीम की इस पंक्ति का एहसास गर्मी के इस मौसम में कुछ ज्यादा ही होता है- ‘रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून..।’ जो पानी कल तक धार्मिक और सामाजिक सरोकार का विषय हुआ करता था, आज वह बाजार के मुनाफे का सरोकार बन गया है। नि:शुल्क स्वच्छ प
दुख की नदियाँ
Posted on 10 May, 2015 03:54 PM उत्तराखण्ड की नदियों में जैसे-जैसे पानी कम हो रहा है, उनकी विनाशकारी क्षमता बढ़ती जा रही है। यह एक विरोधाभासी और दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। नदी-घाटियों से सटकर सड़कें बनाए जाने और दूसरे निर्माणों से होने वाले कटान की मिट्टी आमतौर पर दोनों तरफ से नदियों में गिरती है, उन्हें उथला और सँकरा बनाती है। इसके नतीजे में जरा सी बरसात होते ही नदियाँ उफनने लगती हैं, दोनों
सवाल अविरल गंगा का
Posted on 10 May, 2015 12:28 PM

भारतीय राजनेता अंग्रेजों से भी चालाक निकले। जो काम अंग्रेज नहीं कर पाए, वह किया स्वतन्त्र भारत

आखिर क्यों जान दी किसान ने
Posted on 10 May, 2015 10:48 AM पिछले कुछ सालों से ग्लोबल वार्मिंग ने किसानों के संकट को और बढ़ा द
farmers in crisis
आईओएस पर वीडियो एडिटिंग
Posted on 10 May, 2015 10:31 AM एप्पल के मोबाइल फोन प्लेटफॉर्म आईओएस पर वीडियो एडिटिंग के कई टूल्स उपलब्ध हैं। इनकी मदद से आप बेस्ट फिल्म तैयार कर सकते हैं। जानते हैं आईओएस पर वीडियो एडिटिंग के टूल्स के बारे में और गहराई से।
×