दिल्ली

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गंगाजल पर अनुसन्धान
Posted on 11 Dec, 2015 01:47 PM

गंगाजल की करोड़ों बार जाँच हुई होगी लेकिन अजीबोगरीब तर्क के साथ ऐसी सरकारी पहल पहली बार देखने क

इण्डिया द्वारा भारत की प्राकृतिक सम्पदा की लूट
Posted on 11 Dec, 2015 10:02 AM इण्डिया एवं भारत के बीच की खाई अब विकराल रूप लेती जा रही है। सबसे द
मानवाधिकार, मायने और पानी
Posted on 10 Dec, 2015 04:20 PM

विश्व मानवाधिकार दिवस, 10 दिसम्बर पर विशेष


क्या गजब की बात है कि जिस-जिस पर खतरा मँडराया, हमने उस-उस के नाम पर दिवस घोषित कर दिये! मछली, गोरैया, पानी, मिट्टी, धरती, माँ, पिता...यहाँ तक कि हाथ धोने और खोया-पाया के नाम पर भी दिवस मनाने का चलन चल पड़ा है। यह नया चलन है; संकट को याद करने का नया तरीका।

यूँ अस्तित्व में आया मानवाधिकार दिवस


संकट का एक ऐसा ही समय तक आया, जब द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हुई। वर्ष 1939 -पूरे विश्व के लिये यह एक अंधेरा समय था। उस वक्त तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन रुजावेल्ट ने अपने एक सम्बोधन में चार तरह की आज़ादी का नारा बुलन्द किया: अभिव्यक्ति की आज़ादी, धार्मिक आजादी, अभाव से मुक्ति और भय से मुक्ति।
छिनता जल-जंगल-जमीन
Posted on 10 Dec, 2015 04:09 PM

विश्व मानवाधिकार दिवस, 10 दिसम्बर पर विशेष


1950 के दशक में विश्व के अधिकांश देशों से औपनिवेशिक शासन का खात्मा हो गया। पूरे विश्व में स्वतंत्रता की किरण ने नया सन्देश दिया। अब देशों की स्वतंत्रता के साथ ही मानव मात्र की स्वतंत्रता का उद्घोष शुरू हुआ। 10 दिसम्बर 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने 'विश्व मानवाधिकार दिवस' मनाने का निर्णय लिया।
गाँव को काटती नदी
Posted on 10 Dec, 2015 01:32 PM

नदी कटान से प्रभावित लोगों की माँग है कि उन्हें बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में न बसाया जाए। मौज

सूखे का संकट
Posted on 10 Dec, 2015 09:39 AM भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के 31 जिलों में 50 फीसद से भी क
पानी पंचायतें हैं तो हरियाली है
Posted on 09 Dec, 2015 03:51 PM

डैम के निर्माण में लगभग ढाई लाख रुपये खर्च हुए हैं। डैम तो सरकार ने बनायी है लेकिन प्रबंध

रुंझ परियोजना का डिजाइन निरस्त
Posted on 09 Dec, 2015 12:53 PM
चार साल की कवायद और 42 करोड़ से अधिक खर्च के बाद अधर में लटकी परियोजना
काकासाहेब कालेलकर सम्मान घोषित
Posted on 07 Dec, 2015 11:51 AM
मीनाक्षी अरोड़ा को वर्ष 2015 का काकासाहेब कालेलकर पत्रकारिता सम्मान

नई दिल्ली, 6 दिसम्बर 2015, जनसत्ता। गाँधी हिन्दुस्तानी साहित्य सभा और विष्णु प्रभाकर प्रतिष्ठान ने वर्ष 2015 के ‘काका साहेब कालेलकर सम्मान’ की घोषणा कर दी गई है। इण्डिया वाटर पोर्टल की संयोजिका मीनाक्षी अरोड़ा (दिल्ली) को पत्रकारिता के लिये यह सम्मान देने का फैसला किया गया है। यह सम्मान खासतौर से प्रोत्साहन और उपलब्धियों के लिये हर साल युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य के लिये दिया जाता है।

गाँधी हिन्दुस्तानी साहित्य सभा की मंत्री कुसुम शाह ने बताया कि समाज सेवा के लिये यह पुरस्कार महिला तस्करी को रोकने में और सड़कों पर लोकतंत्र लाने के आन्दोलन में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाली झारखण्ड की सुनिता मिंज और पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय से ग्रामीण क्षेत्रों में समाज सेवा करने वाले बिहार के मोतिहारी के दिग्विजय को दिया जाएगा। साहित्य के लिये काकासाहेब कालेलकर सम्मान जेएनयू दिल्ली के लालबहादुर मीरापुर को दिया जाएगा।

शाह के मुताबिक इन सभी को यह सम्मान 23 जनवरी, 2016 को सन्निधि परिसर में आयोजित होने वाले एक समारोह में दिया जाएगा। सन्निधि का पता है; गाँधी हिन्दुस्तानी साहित्य सभा, सन्निधि, 1, जवाहर लाल नेहरु मार्ग, राजघाट के सामने, नई दिल्ली-110002।
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