दिल्ली

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नकद नहीं, खाद्यान्न चाहिए
Posted on 29 Jan, 2016 12:11 PM
पिछले तीन महीनों से ज्यादा समय में सब्सिडी का पैसा एक बार भी
ऑड-इवन स्थायी और कारगर हल
Posted on 29 Jan, 2016 09:35 AM
बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिये राजधानी में 1-15 जनवरी तक ऑड-इवन (सम-विषम) कार्यक्रम को प्रायोगिक तौर पर लागू किया गया था। इस अवधि में वाहनों की आवाजाही को एक समय विशेष तक सीमित कर वायुमण्डल पर पड़ने वाले उसके गुणात्मक प्रभावों का अध्ययन किया जाना था। अभियान के उत्साहवर्धक परिणाम मिलने की स्थिति में केजरीवाल सरकार का मकसद वायु प्रदूषण से दिल्ली को मुक्त करने का कारगर तरीका के
जलवायु परिवर्तन और भारत की ग्रामीण महिलाएँ
Posted on 28 Jan, 2016 12:04 PM
भारत के जलवायु सम्बन्धी प्रमुख दस्तावेज-नेशनल एक्शन प्लान ऑन क
पर्यावरण के क्षेत्र में सुप्रीम कोर्ट की भूमिका
Posted on 28 Jan, 2016 11:07 AM
न्यायपालिका का हस्तक्षेप इसलिये भी जरूरी हो जाता है कि सरकार
जलवायु परिवर्तन का मजबूत सामना
Posted on 25 Jan, 2016 03:20 PM

भारत ने 2030 तक नवीनीकरण ऊर्जा में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 40 फीसदी करने के लिये प्रतिबद्ध

चुनौतियों के बीच भारत का मजबूत रुख
Posted on 25 Jan, 2016 02:47 PM

भारतीय संस्कृति के अनुरूप व पं.

हरित जीडीपी - संपोषणीय विकास का मार्ग
Posted on 25 Jan, 2016 01:40 PM

हरित जीडीपी से ही सामने आया है कि तेज और गहन पूँजी निवेश बुनियादी सुविधाओं, सड़कों, रेलवे,

काकासाहेब कालेलकर सम्मान से मीनाक्षी अरोड़ा समेत पाँच सम्मानित
Posted on 25 Jan, 2016 01:24 PM

नई, दिल्ली, 24 जनवरी। गाँधी हिन्दुस्तानी साहित्य सभा, विष्णु प्रभाकर प्रतिष्ठान और वर्मा न्यूज एजेंसी, हिसार की ओर से काकासाहेब कालेलकर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिन पांच श्रेणियों में पांच लोगों को पुरस्कार दिया गया वे हैं; साहित्य के लिये लालबहादुर मीरामोर को, जल पर केन्द्रित लेखन के लिये पत्रकारिता सम्मान मीनाक्षी अरोड़ा को, शिक्षा के लिये डॉ. मृदुला वर्मा को, समाज सेवा के लिए घरेलू कामगारों के मुद्दे पर काम कर रही सुनीता रानी मिंज और महात्मा गाँधी की कर्मभूमि चम्पारण में महिलाओं और बच्चों के कल्याण के काम में पिछले दो दशकों से जुटे दिग्विजय कुमार को भी समाजसेवा के लिये काकासाहेब कालेलकर सम्मान दिया गया। सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि जनसत्ता के सम्पादक मुकेश भारद्वाज थे। इस मौके पर गाँधी स्मृति और दर्शन समिति के निदेशक दीपंकर श्रीज्ञान, गाँधी शान्ति प्रतिष्ठान के सचिव अशोक कुमार और मुम्बई से आई युवा साहित्यकार रीता दास राम विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थीं। अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गंगेश गुंजन ने की।

इण्डिया वाटर पोर्टल न सिर्फ जल पर ​केन्द्रित ज्ञान लोगों के बीच साझा करता है बल्कि विदेशों के शैक्षणिक संस्थानों में सुगम हिन्दी सिखाने का माध्यम है। इण्डिया वाटर पोर्टल का हिन्दी में आरम्भ होना कहीं-न-कहीं उनके इस नज़रिए का द्योतक है। स्थापना काल से लेकर अब तक के सफर में पाठकों के बीच काफी लोकप्रियता अर्जित की है। उसी का नतीजा है कि आज हर माह दो लाख पाठक इसे पढ़ते हैं। जल के मुद्दे पर समग्र जानकारी देने वाला हिन्दी का यह पोर्टल जल के ​विविध आयामों से जहाँ लोगों को जागरूक कर रहा है वहीं मौजूदा चुनौतियों के प्रति भी जागरूक कर रहा है।

आखिर कितनी हुई गंगा की सफाई
Posted on 25 Jan, 2016 09:20 AM
अब तक गंगा की सफाई के नाम पर करोड़ों-अरबों रुपए बहाए जा चुके हैं, जिसके लिये कोई एक नहीं बल्कि सभी सरकारें जिम्मेदार रही हैं। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट से लेकर एनजीटी के भी कई निर्देश हैं। नरेंद्र मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को आश्वासन दिया है कि गंगा नदी की सफाई सरकार के इसी कार्यकाल में पूरी हो जाएगी। प्रमुख सरकारी वकील ने अदालत से कहा कि केंद्र सरकार 2018 तक यह महत्वाकांक्षी परियोजना पूरी
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