देवघर (झारखण्ड)

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इनसे सीखिये ये हैं आपकी पुरस्कार वाली पंचायतें
Posted on 06 Jun, 2013 03:44 PM झारखंड की छह पंचायत निकाय को भारत सरकार से पुरस्कार मिला है। पुरस्कार पाने वाली पंचायत निकायों में जिला परिषद धनबाद, पंचायत समिति मधुपुर एवं निरसा और ग्राम पंचायत बड़ा अंबोना, पलारकुट एवं गोनैया शामिल है। ग्राम पंचायत बड़ा अंबोना एवं पलारकुट धनबाद जिले के निरसा प्रखंड के अंतर्गत आती है। गौनेया ग्राम पंचायत देवघर जिले के मधुपुर प्रखंड में है। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 24 अप्रैल के अवसर पर नयी दिल्
मिटने की कगार पर गौरवशाली परंपरा
Posted on 19 Jul, 2011 03:40 PM

प्रत्येक अंचल की अपनी एक खास खुशबू होती है जो वहीं की आबो-हवा से बनती और संवरती है। झारखंड राज्

संथाल : पहले जंगल सिमटे, अब पहाड़ हो रहे छलनी
Posted on 18 May, 2019 04:32 PM

दुमका । संथाल परगना में पहले जंगल काटकर पहाड़ों को नंगा किया गया। अब पहाड़ों को काट-काट कर छलनी किया जा रहा है। जंगल-पहाड़ नष्ट हो रहे हैं और पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है। इसकी चिंता न सरकार को है और न राजनीतिक दलों को। इसकी क्षमता यह है कि पहाड़ नंगे होते चले गए हैं। जंगल कटने से वर्षा के पानी का ठहराव बंद हो गया है। पानी सीधा पहाड़ से नीचे मैदान में आ जाने से जमीन बंजर हो

पुनासी परियोजना : पेयजल संकट से जूझते बाबाधाम के लोग
Posted on 16 May, 2019 10:53 AM

देवघर जिले की अतिमहत्वाकांक्षी पुनासी जलाशय परियोजना चार दशक के बाद भी अधूरी है। न तो खेत तक पानी पहुंच सका है और न ही पेयजल उपलब्ध हो पा रहा है। 38 वर्षों में 26 करोड़ 9 लाख की प्राक्कलित राशि 797.72 करोड़ रुपए तक पहुंच गयी। उसमें से लगभग 300 करोड़ रुपए खर्च भी हो चुके हैं। लंबी लड़ाई के बाद अब परियोजना पूरी होने के आसार बढ़े हैं। पुनासी जलाशय परियोजना का काम देवघर जिले के देवघर प्रखंड अंतर्गत पुना

जलसंग्रह में मनरेगा का है योगदान
Posted on 22 Nov, 2012 09:26 AM जल संग्रह में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम की योजनाओं का भरपूर योगदान है। पूरे झारखंड में मनरेगा के जरिये एक लाख से ज्यादा तालाब एवं बांध बनाये गये हैं। लगभग 79 हजार सिंचाई कूपों का निर्माण हुआ है। चूंकि मनरेगा मजदूर के हित पर आधारित है, इसलिए इसके निर्माण कार्य बिना मशीन के किया जाता है। ऐसे में तालाबों या बांधों की संरचना भी बहुत छोटी होती है। निर्माण के दौरान तालाब के म
बोकारो जिले के एक गांव में मनरेगा के तहत बना तालाब
अधर में लटकी जलाशय परियोजना
Posted on 24 Jul, 2010 01:11 PM
देवघर ज़िले में चल रही दो बड़ी बहुप्रतीक्षित एवं बहुचर्चित जलाशय परियोजना का निर्माण कार्य अनियमितता, भ्रष्टाचार, लापरवाही एवं राजनीतिक दावपेंच के चंगुल में फंस कर रह गया है। दोनों ही जलाशय परियोजनाओं पर अब तक अरबों रुपये ख़र्च किए जा चुके हैं। फिर भी निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है। यह निर्माण कार्य जल संसाधन विभाग के अंतर्गत सिंचाई प्रमंडल देवघर द्वारा किया जा रहा है। पुनासी जलाशय परियोजना का निर्माण कार्य 1977 में शुरू हुआ। इसकी अनुमानित लागत 56 करोड़ रुपये थी। 33 वर्ष बीतने के बाद भी इसका निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। अब तक इस पर 117 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। ग़ौरतलब है कि योजना राशि में चार बार संशोधन कर कुल अनुमानित
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