वीरेन्द्र पैन्यूली
वीरेन्द्र पैन्यूली
नदी को अविरल बहने दें
Posted on 12 Jan, 2017 04:15 PMअपने देश में भी नदियों पर बने बाँधों व बैराजों को लेकर अन्तरर
दुगुनी आय से तौबा
Posted on 29 Oct, 2016 03:40 PMअपनी परम्परागत फसलों की तो खूब समझ किसानों को थी किन्तु इन नई
चलें गाँव की ओर
Posted on 18 Jul, 2016 10:58 AMभारत की आत्मा गाँवों में बसती है इस बात पर प्रधानमंत्री से लेकर पटवारी तक सभी सहमत हैं। प
नदियों की चिन्ता कैसी चिन्ता
Posted on 06 Feb, 2015 03:59 PMप्रौद्योगिकी, ज्ञान व आमजन की स्थानीय नदियों के प्रति जो आस्था है उसको आधार मानकर उससे आगे बढ़ने
खाद्य सुरक्षा बनाम सुरक्षित खाद्य
Posted on 12 Feb, 2012 09:36 AMकिसानों को अभी तो हरित क्रांति ने मारा है कल उसे बीज क्रांति मार देगी। बीजों का पेटेन्ट उसे मार देगा व ऐसे बीजों