रीता तिवारी
रीता तिवारी
उम्र से ज्यादा, उम्रदार शहर
Posted on 08 Jan, 2016 01:38 PMविस्थापितों के लिये बसाया गया नई टिहरी इक्कीसवीं सदी में देश के नक्शे में शामिल होने वाला
प्रकृति से बढ़ती छेड़छाड़ का नतीजा है विनाश
Posted on 21 Nov, 2011 12:21 PMपेड़ों की अंधाधुंध कटाई मिट्टी खिसकने की प्रमुख वजह है। बरसात के मौसम में पहली बारिश होते ही यह मिट्टी अपने साथ आसपास के इलाके को समेटते हुए नीचे गिरने लगती है। जिससे इलाके को बंजर बनना और पहाड़ियां खिसकना शुरू होती हैं, विनाश की एक अलग किस्म की कहानी है। प्रकृति की गोद में बसे खूबसूरत राज्य सिक्किम में भूकंप से बड़े पैमाने पर होने वाला विनाश प्रकृति से बढ़ती छेड़छाड़ और खतरे की चेतावनियों की अनदेखी का नतीजा है। इस राज्य में इतनी तीव्रता का भूकंप भले 18 सितंबर को पहली बार आया, भूविज्ञानिकों ने इसकी चेतावनी कोई 10 साल पहले ही दे दी थी।
प्रकृति की गोद में बसे खूबसूरत राज्य सिक्किम में भूकंप से बड़े पैमाने पर होने वाला विनाश प्रकृति से बढ़ती छेड़छाड़ और खतरे की चेतावनियों की अनदेखी का नतीजा है। इस राज्य में इतनी तीव्रता का भूकंप भले 18 सितंबर को पहली बार आया, भूविज्ञानिकों ने इसकी चेतावनी कोई 10 साल पहले ही दे दी थी।प्रोफेसर रोजर बिलहाम, विनोद के. गौड़ और पीटर मोलनार नामक भूविज्ञानिकों ने वर्ष 2001 में ‘जर्नल साइंस’ में ‘हिमालय सेशमिक हाजार्ड’ शीर्षक अपने शोधपत्र में कहा था कि इस बात के एकाधिक संकेत मिले हैं कि हिमालय के इस इलाके में एक बड़ा भूकंप कभी भी आ सकता है। उससे लाखों लोगों का जीवन खतरे में पड़ सकता है। उन्होंने कहा था कि हिमालय के छह क्षेत्रों में रिक्टर स्केल पर आठ या उससे ज्यादा के भूकंप आने का अंदेशा है।दार्जिलिंग-सिक्किम रेंज भी इनमें शामिल है। इस बात का प्रबल अंदेशा है कि हिमालय के जिन इलाकों में बीते