के.के.एस. भाटिया

के.के.एस. भाटिया
जल की बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए अपशिष्ट जल का पुनः उपयोग
Posted on 12 Jan, 2012 11:56 AM विकसित तथा विकासशील देशों के समुदायों में जनसंख्या में वृद्धि, आर्थिक एवं सामाजिक उन्नति के कारण उपभोग दर में वृद्धि तथा विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ती हुई मांग के कारण जल की कमी की समस्या प्रमुख हो गई है या होने वाली है। पुराने रूढ़िवादी तरीकों को फिर से छांटकर तथा स्वच्छ जलाशयों के नियतन का इष्टतमीकरण करके समुदाय अपने जल के कुछ और वैकल्पिक स्रोतों को खोजने के कार्यक्रम को टाल सकता है परन्तु कुछ समय
लोकतक झील के विशेष उल्लेख के साथ भारत में अधिक ऊंचाई पर स्थित झीलों का विश्लेषण
Posted on 07 Jan, 2012 09:12 AM अधिक ऊंचाई पर स्थित भारतीय झीलों के सर्वेक्षण से यह स्पष्ट होता है कि ये झीलें भी प्रदूषण की चपेट में आ गयी हैं। इन झीलों के आवाह क्षेत्र में अधिक से अधिक भूमि को कृषि योग्य बनाने से मिट्टी का कटान काफी बढ़ गया है जिसके फलस्वरूप झीलों में गाद जमाव की गति तीव्र हो गई है। इन झीलों में पानी आवाह क्षेत्र से बहकर पहले झील में आता है तथा अपने द्वारा लाया गाद झील में जमाकर नदी या झीलों के आस-पास के छोटे
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