ज्ञानेंद्र रावत

ज्ञानेंद्र रावत
बाढ़ से हाल-बेहाल
Posted on 04 Sep, 2014 03:44 PM

बाढ़ अब देशवासियों की नियति बन चुकी है। सरकारें बाढ़ आने पर हर साल राहत का ढिंढोरा पीटकर अपने क

पर्यावरण संरक्षक थे पूर्वज
Posted on 13 Nov, 2011 08:41 PM

हमने पर्यावरण के साथ खिलवाड़ तो किया ही, अपनी पुरातन पर्यावरण हितैषी परंपराओं को तिलांजलि दे दी

डूबने के कगार पर दुनिया के द्वीप
Posted on 02 Nov, 2014 11:17 AM
समुद्र का जलस्तर बढ़ने से दुनिया में 18 द्वीप पूरी तरह जलमग्न हो चु
हम बचाएंगे तो बचेगी धरती
Posted on 17 Dec, 2010 05:12 PM

पर्यावरण क्षरण और जलवायु परिवर्तन का सवाल फिर से बहस का मुद्दा बना हुआ है। अमेरिका और पूर्वी यूरोप में पड़ती भयानक सर्दी और बर्फबारी ने पर्यावरणविदों को नए सिरे से चिंतित कर दिया है। दुनिया भर में इस मुद्दे पर बेचैनी है, और चाहे वह क्योटो हो या कोपेनहेगन, कहीं भी अंतिम निर्णय नहीं हो सका है। ऐसे में कानकुन से भी कुछ खास उम्मीद नहीं थी। वहां वही हुआ, जो इससे पहले हो चुका था। पृथ्वी के तापमान में

जलवायु
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